InterviewSolution
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'एक तिनका' कविता में घमंडी को उसकी 'समझ' ने चेतावनी दी- ऐंठता तू किसलिए इतना रहा, एक तिनका है बहुत तेरे लिए। इसी प्रकार की चेतावनी कबीर ने भी दी है- तिनका कबहूँ न निंदिए, पाँव तले जो होय| कबहूँ उड़ि आँखिन परै, पीर घनेरी होय|| • इन दोनों में क्या समानता है और क्या अंतर? लिखिए। |
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Answer» 'एक तिनका' कविता में घमंडी को उसकी 'समझ' ने चेतावनी दी- ऐंठता तू किसलिए इतना रहा, एक तिनका है बहुत तेरे लिए। इसी प्रकार की चेतावनी कबीर ने भी दी है- तिनका कबहूँ न निंदिए, पाँव तले जो होय| कबहूँ उड़ि आँखिन परै, पीर घनेरी होय|| • इन दोनों में क्या समानता है और क्या अंतर? लिखिए। |
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