1.

एक ठोस AB की संरचना NaCl के समान है | यदि धनायन `A^(+)` की त्रिज्या 120 pm हो तो ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या की गणना कीजिये |

Answer» NaCl की संरचना fcc संरचना होती है जिसमें `Cl^(-)` आयन गहन के कोनो तथा फलक केन्द्रो पर स्थित होते है एवं `Na^(+)` आयन अन्तःकेंद्र एवं किनारों के केन्द्रो पर स्थित होते है | चूँकि ठोस AB की संरचना NaCl के समान है अतएव `A^(+)` आयनो को अष्टफलकीय रिक्तियों में उपस्थित होना चाहिये | इस प्रकार `A^(+)` आयन की त्रिज्या अष्टफलकीय रिक्ति की त्रिज्या () के बराबर तथा ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या (R) कण की त्रिज्या के बराबर होनी चाहिये | अष्टफलकीय रिक्ति के लिये,
`(r)/(R)=0.414`
प्रस्तुत प्रश्नानुसार,
r= अष्टफलकीय रिक्ति की त्रिज्या `=A^(+)` की त्रिज्या `=120 pm`
`therefore` ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या `=R=(r)/(0.414)=(120)/(0.414)=289.8 pm`


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