1.

हाइड्रोजन गैस को बनाने के लिए जल का वैघुत-अपघटन सदैव अम्ल `(H_(2)SO_(4))` या क्षार `(KOH)` की उपस्थिति में करते है। परन्तु फिर भी `SO_(4)^(2-)` या `K^(+)` आयनों का विसर्जन नहीं होता है। क्यों?

Answer» `SO_(4)^(2-)` आयन का विसर्जन विभव `OH^(-)` के विसर्जन विभव से अधिक होता है तथा `K^(+)` का विसर्जन विभव `H^(+)` से अधिक होता है। विसर्जन विभव जितना अधिक होता है, विसर्जित होने की प्रकृति उतनी ही कम होती है।


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