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Himalaya per chadhkar lekhak ne nadiyon ka kya roop dekha7th Hindi​

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लेकिन लेखक नागार्जुन उन्हें और किन रूपों में देखते हैं? उत्तर:- नदियों को माँ मानने की परंपरा भारतीय संस्कृति में अत्यंत पुरानी है। नदियों को माँ का स्वरुप तो माना ही गया है लेकिन लेखक नागार्जुन ने उन्हें बेटियों, प्रेयसी व बहन के रूपों में भी देखते है।Explanation:I HOPE it's HELPFUL for you ☺️



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