1.

जब धातु X की क्रिया सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ की जाती है, तो श्वेत अवक्षेप (A ) प्राप्त होता है, जो NaOH के आधिक्य में विलेय होकर संकुल (B ) बनाता है। यौगिक (A ) तनु HCl में घुलकर यौगिक (C ) बनाता है। यौगिक (A ) को को अधिक गरम किये जाने पर यौगिक (D ) बनता है, जो एक निष्कर्षित धातु के रूप में प्रयुक्त होता है। X , A , B , C तथा D को पहचानिए तथा उनकी पहचान के समर्थन में उपयुक्त समीकरण दीजिए।

Answer» X धातु NaOH से अभिक्रिया करके सफेद अवक्षेप (A ) बनाता है जो NaOH में घुलकर विलेय यौगिक (B ) बनाता है। अतः X , Al धातु है। `Al (OH ) _(3 )` के सफेद अवक्षेप (A ) बनते हैं। यौगिक (B ) सोडियम टेट्राहाइड्रॉक्सी ऐलुमिनेट है।
`underset((X))(Al) +3NaOH to underset("ऐलुमिनियम हाइड्रॉक्साइड"(A))(Al(OH)_(3))+3Na^(+)`
`Al(OH)_(3)+NaOH to underset((B))underset(" ऐलुमिनेट (III) यौगिक ")underset("सोडियम टेट्राहाइडड्रॉक्साइड")(Na^(+)[Al(OH)_(4)]^(-))`
यौगिक (A ), NaOH के साथ-साथ HCl से भी अभिक्रिया करता है। अतः यौगिक (A ) उभयधर्मी है।
`underset((A))(Al(OH)_(3))+3HCl to underset((C))(AlCl_(3))+3H_(2)O`
यौगिक A गर्म करने पर यौगिक (D ) देता है जिससे कि Al का निष्कर्षण किया जा सकता है।
`underset((A))(2Al(OH)_(3))overset(Delta)tounderset((D))(Al_(2)O_(3))+3H_(2)O`
`Al _(2 )O _(3 ),` धातु Al के निष्कर्षण में प्रयुक्त होता है।


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