 
                 
                InterviewSolution
 Saved Bookmarks
    				| 1. | B -Cl आबन्ध द्विध्रुव आघूर्ण रखता है, किन्तु `BCl _(3 )` अणु का द्विध्रुव आघूर्ण शून्य होता है, क्यों ? | 
| Answer» चूँकि तीनों समान द्विध्रुव एक ही तल में है तथा सममित त्रिभुजाकार ज्यामिती में व्यवस्थित है। अतः इनका परिणामी द्विध्रुव आघूर्ण शून्य होता है। | |