InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
कारण बताइए - (a) सफेद रंग का ZnO गर्म करने पर पीला हो जाता है या non-stoichiometric ZnO पिले रंग का अधिक सुचालक पदार्थ होता है । क्यों ? (b) F-केंद्र युक्त सोडियम अनुचुंबकीय होता है । (c) कुछ क्रिस्टलो में उपस्थित धनायनिक रिक्तियों के कारण ये अच्छे उत्प्रेक होते हैं । (d) नॉन-स्टॉइकिमितीय (Non-stoichiometric) सोडियम फ्लोराइड पिले रंग का ठोस होता है । |
|
Answer» (a) जब ZnO को गर्म किया जाता है तो यह उत्क्रमणीय रूप से ऑक्सीजन त्याग करके पीले ठोस में परिवर्तित हो जाता है । `ZnO_((s)) overset("ऊष्मा")hArr Zn^(2+) + (1)/(2) O_(2) + 2e^(-)` इस प्रकार प्राप्त `Zn^(2+)` क्रिस्टल के रिक्त अंतरकशीय स्थान ग्रहण करके इसे नॉन-स्टॉइकिमितीय (non-stoichiometric) ठोस में परिवर्तित कर देते हैं । इस प्रकार प्राप्त इलेक्ट्रॉन अंतराकाशीय स्थान में चले जाते हैं । अत: नॉन-स्टॉइकिमितीय ZnO पीले रंग का ठोस होता है एवं प्रवर्धित चालकता प्रदर्शित करता है । (b) अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों के कारण । (c) संक्रमण धातुओं के यौगिक जालक में धातु आयन कि अनुपस्थिति के कारण धातु न्यूनता दोष प्रदर्शित करते हैं । यह आवेश निकटवर्ती आयन संतुलित करता है जिस पर अपेक्षाकृत अधिक आवेश होता है । इसके फलस्वरूप Chemisorption में वृध्दि होती है । (d) F-केंद्र (रंग केंद्र) की उपस्थिति के कारण NaCl में सोडियम की अधिकता (ऋणायन न्यूनता दोष) के कारण क्रिस्टल पीला दिखाई देता है । |
|