InterviewSolution
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ख. सवेरे ही नीलकंठ अपने पक्षियों की सेना कहाँ ले जाता था? |
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Answer» ¿ सवेरे ही नीलकंठ अपने पक्षियों की सेना कहाँ ले जाता था ? ✎... ‘नीलकंठ’ पाठ में सवेरे ही सवेरे नीलकंठ अपने पक्षियों-पशुओं की सेना, जिसमें खरगोश, कबूतर आदि होते थे उन सब को एकत्रित करके उस जगह ले जाता था, जहाँ पर दाना दिया जाता था। सारे पक्षी दाना चुगते रहते और वह घूम-घूम कर मानो सब की रखवाली करता रहता। यदि कोई पक्षी या जंतु कुछ गड़बड़ करता तो वह अपनी तीखी चोंचों की प्रहार कर दंड देने को दौड़ पड़ता था। खरगोश के बच्चों के कानों को वह अपनी तीखी चोंच को पकड़कर उठा लेता था। ○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○ पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न —▼
लेखिका ने मोर के जोड़े को कितने रुपये में खरीदा? तीतर हैं, मोर कहकर ठग लिया ।“ किसने किससे कहा ○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○ |
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