InterviewSolution
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किसी गोलीय कोष (शेल) की त्रिज्या R है और इसका ताप T है। इसके भीतर कृष्णिका विकीरणों को फोटॉनों की एक ऐसी आदर्श गैस माना जा सकता है जिसकी प्रति एकांक आयतन आन्तरिक ऊर्जा, `u =(U)/(V) prop T^(4)` तथा दाब `P=(1)/(3)((U)/(V))` है। यदि इस कोष में रुद्धोष्म प्रसार हो तो, T तथा R के बीच सम्बन्ध होगा :A. `T prop e^(-R)`B. `T prop e^(-3R)`C. `T prop(1)/(R)`D. `T prop (1)/(R^(3))` |
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Answer» Correct Answer - C रुद्धोष्म प्रक्रम में `dQ=0` `:.dU+PdV=0` `dU+(U)/(3V)dV=0` `(dU)/(U)+(1)/(3)(dV)/(V)=0` तथा `U^(3)V=` नियतांक `:.(VT^(4))^(3)V=` नियतांक अथवा `V^(4)T^(12)=` नियतांक अथवा `VT^(3)=` नियतांक अथवा `(1)/(V)propT^(3)` अथवा `(1)/(4//3piR^(3))propT^(3)` अथवा `T^(3)prop(1)/(R^(3))` अथवा `Tprop(1)/(R)` |
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