1.

किसी नीज अर्द्धचालक में ऊर्जा अंतराल `E_(g)` का मान `1.2eV` है । इसकी होल गतिशीलता इलेक्ट्रान गतिशीलता की तुलना में काफी काम है तथा ताप पर निर्भर नहीं है । इसकी `600 K` तथा `300 K` पर चालकताओ का क्या अनुपात है ? यह मानिए कि निज वाहक सांद्रता `N(i)` की ताप निर्भरता इस प्रकार व्यक्त होती है : `n_(i) =n_(0) exp.(-E_(g)/(2KT))` जहाँ `n_(0)` एक स्थिरांक है ।

Answer» दिया है `E_(g) =1.2eV,T_(1)=600 K, T_(2) =300K `
अर्द्धचालक की चालकता केवल एलेक्ट्रॉनों के कारण है ।
`therefore` चालकता `sigma =en_(e)mu_(e) prop n-(e)`
`therefore` चालकताओ का अनुपात ,
`(sigma_1)/(sigma_2) =(n_1)/(n_2)=(n_(0)e^(-E_(g)//2kT_1))/(n_(0)e^(-E_(g)//2kT_2))`
`=exp.[(((1)/(T_(2))-(1)/(T_1))E_(g))/(2K)]`
`=exp.[(((1)/(300)-(1)/(600))xx1.2eV)/(2xx8.6xx10^(-5)eV//K)]`
`=exp.[(1.2xx10^(5))/(600xx2xx8.6)]`
`exp.(11.6279)`
`log _(e) ((omega_1)/(omega_2))=11.6279`
अथवा `2.30261log_(10)(omega_1)/(omega_2)=11.6279`
` log_(10)(omega_1)/(omega_2)=(11.6279)/(2.3026)=5.0499`
इस प्रकार `(omega_1)/(omega_2)=Antilog_(10) (5.0499)`
` 1.12xx10^(5)`.


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