InterviewSolution
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‘कूप ही में यहाँ भाँग परी है’ से कवि का क्या तात्पर्य है? |
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Answer» इस पंक्ति में गोपियाँ उद्धव से कहती हैं कि यहाँ तो कुएँ में ही भाँग पड़ी हुई है; अर्थात् सारे ब्रजवासियों पर श्रीकृष्ण के प्रेम का नशा चढ़ा हुआ है। |
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