1.

क्या कारण है की वूटर्ज अभिक्रिया से विषम संख्या कार्बन परमाणु वाले विशुद्ध ऐल्केन बनाने के लिए प्रयुक्त नहीं की जाती । एक उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए ।

Answer» Correct Answer - सहउत्पादों के निर्माण के कारण । उदाहरण स्वरूप यदि अभिक्रिया 1-ब्रोमोप्रोपेन एवं 1-ब्रोमो ब्यूटेन के मध्य कराई जाती है तो हेप्टेन के साथ हैक्सेन एवं ऑक्टेन सहउत्पाद के रूप में प्राप्त होंगे ।


Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions