1.

लोहे की के छड़ ( आपेक्षिक चुंबकशीलता = 1000 ) जिसका आयतन `10 ^(- 4 ) m ^(3 )` है, एक परिनालिका ( solenoid ) में जिस पर प्रति सेंटीमीटर फेरों की संख्या 5 है, रखी है। यदि परिनालिका से 0.5 A की विधुत-धारा प्रवाहित की जाए तो छड़ में उत्पन्न चुंबकीय आघूर्ण की गणना करें।

Answer» Correct Answer - `25A m^(2)`
परिनालिका के भीतर उत्पन्न तीव्रता H = nI ,
जहाँ n = प्रतिमीटर फेरों की संख्या तथा I = प्रवाहित विधुत-धारा ।


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