InterviewSolution
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मान लीजिए कि स्वर्ण पत्री के स्थान पर ठोस हाइड्रोजन की पतली शीट का उपयोग करके आपको `alpha - ` कण प्रकीर्णन प्रयोग दोहराने का अवसर प्राप्त होता हैं । (हाइड्रोजन 14 K से नीचे ताप पर ठोस हो जाती हैं । ) आप किस परिणाम की अपेक्षा करते हैं ? |
| Answer» हाइड्रोजन का नाभिक (प्रोटॉन ), `alpha -` कण की तुलना में बहुत हल्का होता हैं । अतः `alpha -` कण ठोस हाइड्रोजन नाभिक से अपने मार्ग से बिना विचलन के गुजर जाते हैं । | |