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नाभिकीय रियेक्टर में भारी जल एक उपयुक्त मंदक है क्यों?

Answer» नाभिकीय रियेक्टर में `U^(235)` का विखण्डन होने पर तीव्रगामी न्यूट्रॉन उत्पन्न होते हैं। विखण्डन की श्रृंखला अभिक्रिया जारी रखने के लिये न्यूट्रॉनों को मंदगामी करना आवश्यक है। इसके लिए तीव्रगामी न्यूट्रॉनों को मंदक पदार्थ से गुजारकर मंदगामी किया जाता है। मंदक प्रभावी तभी होता है जब इसके नाभिकों का द्रव्यमान न्यूट्रॉन के द्रव्यमान की कोटि का हो। (यदि नाभिक बहुत भारी है तब न्युट्रॉन उससे टकराने पर अपनी उसी चाल से वापिस लौअ जायेगा यदि नाभिक बहुत हल्का हे तब न्युट्रॉ अपनी लगभग उसी चाल से आगे चला जायेगा) भारी जल के नाभिक का द्रव्यमान न्यूट्रॉन के द्रव्यमान की ही कोटि का होता है। अतः ये नाभिक की गति मंद करने में सबसे अधिक प्रभावी है।


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