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Answer»  नेत्र हमारे लिए प्रकृति की अमूल्य देन हैं। इनकी स्वच्छता एवं सुरक्षा सर्वोपरि है। हमें नेत्रों की सफाई एवं सुरक्षा के विषय में निम्नलिखित बातों का सदैव ध्यान रखना चाहिए - नेत्रों को प्रातः उठने पर एवं रात्रि को सोने से पूर्व ठण्डे एवं स्वच्छ जल से धोना चाहिए।
 - धूल अथवा इस प्रकार का कोई अन्य पदार्थ गिर जाने पर नेत्रों को मसलना अथवा रगड़ना नहीं चाहिए, बल्कि स्वच्छ जल से इन्हें धोना चाहिए।
 - गन्दे कपड़े अथवा रूमाल से नेत्रों को कभी साफ नहीं करना चाहिए।
 - नेत्रों को तेज धूप अथवा तेज रोशनी से बचाना चाहिए। इसके लिए रंगीन शीशों वाली ऐनक का प्रयोग किया जा सकता है।
 - कम अथवा अधिक प्रकाश में नहीं पढ़ना चाहिए। पढ़ते समय प्रकाश यदि नेत्रों पर न पड़कर पुस्तक पर पड़े तो अधिक अच्छा रहता है।
 - निकट अथवा दूर-दृष्टि में यदि कोई कमी हो, तो विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार तुरन्त आवश्यक ऐनक प्रयोग की जाए।
 -  किसी भी प्रकार के रोग की आशंका होने पर देर न करें, तुरन्त ही योग्य नेत्र-विशेषज्ञ से सम्पर्क करें।
  
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