InterviewSolution
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निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट करते हुए उनका अर्थ-सौंदर्य बताइए −(क) अविश्रांत बरसा करके भी आँखे तनिक नहीं रीतीं(ख) बुझी पड़ी थी चिता वहाँ परछाती धधक उठी मेरी(ग) हाय! वही चुपचाप पड़ी थीअटल शांति-सी धारण कर(घ) पापी ने मंदिर में घुसकरकिया अनर्थ बड़ा भारी |
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Answer» निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट करते हुए उनका अर्थ-सौंदर्य बताइए − (क) अविश्रांत बरसा करके भी आँखे तनिक नहीं रीतीं (ख) बुझी पड़ी थी चिता वहाँ पर छाती धधक उठी मेरी (ग) हाय! वही चुपचाप पड़ी थी अटल शांति-सी धारण कर (घ) पापी ने मंदिर में घुसकर किया अनर्थ बड़ा भारी |
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