InterviewSolution
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Online shiksha par nibandh in hindi |
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Answer» I KNOW u can't read it's googled
पूरी दुनिया में आजकल के इस इंटरनेट और डिजिटल दौर में तकरीबन सभी लोग हरेक एक्टिविटी के लिए 24X7 अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और टेबलेट पर ऑनलाइन एप्रोच अपना रहे हैं. ऐसे में, एजुकेशनल फील्ड भी अब इसका अपवाद नहीं रहा है. आजकल हमारे टीचर्स और स्टूडेंट्स अपने एजुकेशनल और प्रोफेशनल कोर्स, असाइनमेंट या प्रैक्टिकल्स के लिए काफी हद तक ऑनलाइन लर्निंग का सहारा ले रहे हैं मसलन देश-विदेश के नामी और प्रसिद्ध स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ के साथ विभिन्न मैनेजमेंट एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूशन्स भी अपना स्टडी मटीरियल, असाइनमेंट्स, सैंपल पेपर्स, टाइम-टेबल सहित सभी जरुरी और महत्वपूर्ण सूचनाएं अपने स्टूडेंट्स और उनके गार्जियन्स के साथ ऑनलाइन साझा करते हैं. आजकल अधिकतर लोग क्लासरूम टीचिंग के बजाय ऑनलाइन लर्निंग को ज्यादा इफेक्टिव मानने लगे हैं. दरअसल, इन दोनों ही एजुकेशनल मेथड्स के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं. आज के जमाने में दोनों में से केवल एक मेथड की तरफदारी करना किसी भी तरह की अक्लमंदी नहीं है. एक मेथड की कमी को असल में दूसरा मेथड पूरी कर देता है. दूसरी तरफ यह भी सच है कि कई टीचर्स, पेरेंट्स या स्टूडेंट्स के मन में ऑनलाइन लर्निंग से मिलने वाले फायदों को लेकर संदेह बना रहता है. फिर भी, बहुत से स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा का यह नया मेथड एक वरदान साबित हुआ है. इसने पूरी दुनिया में हरेक उस इंसान के लिए सीखने के काफी अवसर मुहैया करवाये हैं जो कुछ सीखना चाहते है |
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