InterviewSolution
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Pls give hindi essay on aadarsh nagrik pls i need it fast |
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Answer» ागरिक पर निबंध |आदर्श नागरिक हमारे समाज के आधार और शोभा हैं । उनमें अनेक गुण होते हैं । इसलिए उनका जीवन और आचरण अनुकरणीय होता है । उन पर सब को गर्व होता है ।एक समाज, देश या राष्ट्र में सभी प्रकार के नागरिक होते हैं- बहुत अच्छे अच्छे, सामान्य बुरे और बहुत बुरे । अच्छे और आदर्श नागरिक देश को शक्ति-सम्पत्र, समृद्ध, सुखी, शांत और संगठित बनाते हैं । राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, नैतिक सभी दृष्टियों से इन नागरिकों का बड़ा महत्व होता है ।जितनी इन आदर्श नागरिकों की संख्या, उतना ही देश भाग्यशाली । सर्वप्रथम एक आदर्श नागरिक बड़ा देशभक्त होता है । देशभक्ति का तात्पर्य है मातृभूमि व देश के लिए अटूट प्रेम, गहरा लगाव और समर्पण । लेकिन सभी नागरिक ऐसे नहीं हो सकते, न होते हैं । अनेक नागरिक राष्ट्रभक्त होने के बजाय देशद्रोही और धोखेबाज होते हैं ।वे अपने निजी स्वार्थ के लिए कोई भी नीचा काम कर सकते हैं । ऐसे लोगे समाज के लिए कलंक हैं । हमें इन से सदा सावधान रहना चाहिये । ये लोग इंसान के वेश में शैतान होते हैं ; इसके विपरीत आदर्श नागरिक देवता स्वरूप और परम देशभक्त । युद्ध और शांति, दोनों ही स्थितियों में वे देशहित में लगे रहते हैं ।देश के लिए, राष्ट्रहित के लिए वे अपने प्राणों की भी परवाह नहीं करते । गांधी जी, नेहरू, सुभाष, लाला लाजपतराय, सरदार भगतसिंह आदि आदर्श नागरिकों के शिरोमणि थे । वे देश के जिए और देश के लिए मर गये । उनके लिए राष्ट्रभक्ति से और अधिक मूल्यवान कुछ भी नहीं था । उन्हीं के कारण आज हम स्वतंत्र हैं ।एक आदर्श नागरिक स्वेच्छा से अनुशासन का पालन करता है । वह देश के नियमों-उपनियमों का पूरी जिम्मेंदारी स निर्वाह करता है । वह अधिकारियों की कानून और व्यवस्था बनाये रखने में सहायता करता है । वह कभी कोई ऐसा काम नहीं करता जो दूसरों के अहित में हो, देश और समाज को हानि पहुंचाने वाला हो ।वह कभी करों की चोरी नहीं करता तथा अपनी सभी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा से निभाता है । इसके विपरीत बुरे नागरिक करों की चोरी करते हैं, झूठ बोलते हैं, अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं करते और संकट के समय आगे नहीं आते ।एक आदर्श नागरिक अपने अधिकारों और कर्त्तव्यों दोनों के प्रति सचेत होता है । परन्तु अधिकार से अधिक वह अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक जागरुक होता है । एक आदर्श नागरिक, गृहस्थी, सरकारी कर्मचारी, व्यवसायी आदि किसी भी स्थिति में रहते हुए अपने कर्त्तव्यों का ध्यान रखता है ।उनका जितना अच्छी तरह से हो सके निर्वाह करता है । वह कभी अपने निजी और संकीर्ण स्वार्थ की नहीं सोचता । वह न कभी कानून को अपने हाथ में लेता और न दूसरों को लेने देता है । अन्य नागरिक भी उससे प्रेरणा और निर्देश प्राप्त कर उस जैसा बनने का प्रयास करते हैं ।एक आदर्श नागरिक चुनाव में भाग लेकर अपने मत का उचित प्रयोग करता है । वह निडर और पक्षपात-रहित होकर अपना मत उचित व्यक्ति के पक्ष में डालता है । वह अपने मत का मूल्य भलि-भांति समझता है । उसका प्रत्येक कार्य राष्ट्रहित और समाज कल्याण की भावना से प्रेरित होता है । वह दूसरों के साथ सहयोग करता है जिससे कि समाज और अच्छा, संस्कृत, समृद्ध और सुखी बन सके ।परहित में ही वह अपना हित देखता है । एक आदर्श नागरिक सहनशील, आत्म-संयमी, सत्य बालन वाला, परिश्रमी और स्वावलम्बी होता है । वह किसी पर भार नहीं होता । अपने पैरों पर खड़ा रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है और देश की समृद्धि में सहयोग देता है ।अन्याय, हिंसा, बेईमानी, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार आदि का वह कड़ा विरोध करता है । वह सच्चे अर्थों में नैतिक और धार्मिक भी होता है और दूसरे सभी धर्म और संप्रदायों का आदर काता है । वह दूसरे संप्रदायों के लोगों के उत्सवों आदि में उत्साह से भाग लेता है ।वह अनेक साथ पूरे भाई-चारे और सहयोग के साथ रहता है । देश के इतिहास, परम्परा, रीति-रिवाज, सांस्कृतिक धरोहर आदि में उसकी पूरी निष्ठा होती है । वह इनमें बड़े गौरव का अनुभव करते हुए उनका संरक्षण करता है, वृद्धि में सहयोग करता है । |
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