1.

Poem on Hindi diwasDon't copy .❌.it should be a self written poem​

Answer»

भारत वर्ष में हम भारतीयसम्भवतः सभी पर्व मनाते हैं।धर्म निरपेक्षता पहचान इसकीधरती आनन्द मग्न सदा रहती।अनेक त्यौहार कभी कभारमाह दो माह के भीतर-भीतरहर धर्म में मनाए जाते हैं।कभी ईद, दिवाली इकट्ठे हुएकभी आनन्द चौदस औरगणेश-चतुर्दशीपोंगल और लोहड़ी हैंकभी गुरू पर्व क्रिसमस जुड़ जाते हैं।श्रृंखला बद्ध तरीके से जबहम बड़े-बड़े उत्सव मनाते हैं।फूलों की बौछार आसमाँ करतेहृदय आनन्द विभोर हो जाते हैं।हमारी राष्टीय एकता और अखंडताइसी सहारे जीवित हैसब धर्म यहाँ उपस्थित हैंसब धर्म की राह दिखाते हैंभारत वर्ष को शत-शत नमनहम तभी भारतीय कहलाते हैं।Explanation:PLEASE MEREKO BRAINLIEST MARK KARDO



Discussion

No Comment Found