InterviewSolution
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प्र. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो:(१) बेटी युग कैसा युग है?(२) सब सबका सम्मान करेंगे तो क्या होगा? |
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Answer» लड़कियां घर की आधारशिला हैं। एक लड़की के बिना जीवन की (1) कल्पना करना असंभव है। लड़की को समाज में कई पात्र रहना पड़ता है, उदाहरण के लिए, वे एक बेटी का जीवन जीते हैं, वे बहुत आज्ञाकारी और निपुण पत्नी साबित होते हैं, जबकि वे एक उत्कृष्ट बहन या मां बन जाते हैं। यह गलत नहीं होगा कि लड़की के जीवन में कई चरण हैं। (2)INSTALL App No AD for you Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप सबका सम्मान करना और प्राणियों पर दया करना ही भगवान की पूजा : उपाध्याय 4 वर्ष पहले No ad for you धमतरी | कथावाचक पं आनंद उपाध्याय ने गुरूवार को कहा कि भगवान कपिल अपनी माता देवहूति को उपदेश देते हुए कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी भी व्यक्ति का अपमान करता है, तिरस्कार करता है, वह मेरा ही अपमान है। क्योंकि सभी प्राणियों के अंदर उसकी आत्मा के रूप में मैं ही रहता हूं। किसी भी व्यक्ति को अपमानित करने वाला या किसी भी प्रकार से दुख देने वाला व्यक्ति यदि मेरी पूजा करता है, तो उसकी पूजा ढोंग है दिखावा है, उसे मैं स्वीकार नहीं करता। सभी प्राणियों का आदर करना, सभी का सम्मान करना, दीन दुखियों पर दया करना, सबको समान रूप से देखना, यही मेरी सच्ची पूजा है। उन्होंने बताया कि राजा पृथु के उपाख्यान से हमें शिक्षा मिलती है कि वेद शास्त्र के अनुसार चलने से ही सच्चा विकास होगा और कल्याण होगा। आज हमारा समाज, देश व विश्व विकास के नाम पर मनमाना आचरण कर रहा है। वेदशास्त्रों में वर्णित ऋषि-महर्षियों द्वारा बताए गए मार्ग की हम उपेक्षा कर रहे हैं। नतीजतन विकास के नाम पर विनाश की ओर जा रहे हैं। आचार्य ने कहा कि यदि हमारा कल्याण होगा, तो वेद शास्त्र के दिखाए मार्ग पर चलने से ही। संस्कृत देववाणी है इससे हमारा व पूरे समाज का कल्याण होगा। इस देववाणी की हमें रक्षा करनी चाहिए। हमारे समाज मे सद्शास्त्रों के अध्ययन की प्रवृत्ति छूटती जा रही है। धमतरी. भागवत कथा में आरती करते हुए श्रद्धालु। |
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