 
                 
                InterviewSolution
| 1. | पराधीन सपनेहूँ सुख नाहीं। | 
| Answer» पराधीनता का अर्थ है अपनी इच्छाएं मारकर दूसरे की इच्छा के अनुसार काम करना। पिंजरे में बंद तोता क्या आकाश में उड़ने की चाहत पूरी कर सकता है? चिड़ियाघर में पिंजड़ों में बंद प्राणी क्या जंगल के अपने स्वाभाविक जीवन का आनंद लूट सकते हैं? पराधीनता की यह पीड़ा ही गुलाम देशों को आज़ादी के लिए तड़पाती थी। पराधीनता की पीड़ा से छटकारा पाने के लिए ही महात्मा गांधी. पं. नेहरू, सरदार पटेल जैसे नेताओं ने आंदोलन किये, लाठियां खाई और जेल गए। अपनी मातृभूमि को पराधीनता के नरक से मुक्त करके स्वतंत्रता के स्वर्ग में ले जाने के लिए ही भगतसिंह, बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद जैसे व्यक्ति फांसी के फंदे पर लटक गए। व्यक्ति का विकास स्वतंत्रता में ही होता है। स्वतंत्र राष्ट्र ही गौरवपूर्ण ढंग से जी सकता है। इसलिए पराधीनता में सुख पाने की आशा करना व्यर्थ है। | |