1.

परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को किस प्रकार नचाता है ?​

Answer»

ANSWER:

परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सूखे पत्ते-सा कैसा नचाता है, इसे दादी माँ खूब जानती थीं। दादा की मृत्यु के बाद से ही वे बहुत उदास रहतीं। संसार उन्हें धोखे की टट्टी मालूम होता। ... 'परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सूखे पत्ते-सा नचाता है'-का अभिप्राय है।



Discussion

No Comment Found