InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
प्रकाशवैधुत प्रभाव में प्रयुक्त किये जाने वाले प्रकाश की आवृत्ति तथा धातु से उत्सर्जित प्रकाश - इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम ऊर्जा में ग्राफ खींचिए तथा बताइए : ( i ) ग्राफ का ढलान क्या प्रदर्शित करता है ? (ii ) ग्राफ से धातु के पृष्ठ का कार्य फलन कैसे ज्ञात किया जा सकता है ? ( iii ) ग्राफ की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ेगा यदि आपतित प्रकाश की तीव्रता दोगुनी कर दी जाये अथवा नीचे कार्य फलन की धातु ली जाये ? |
|
Answer» ग्राफ चित्र 5 में खींचा गया है । (i) प्लांक - नियतांक (h), (ii) कार्य फलन ऊर्जा - अक्ष पर अन्तःखण्ड से ज्ञात किया जा सकता है , (iii) आपतित प्रकाश की तीव्रता दोगुनी करने पर इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा पर कोई प्रभाव नहीं होगा , अतः ग्राफ की प्रकृति पर भी कोई प्रभाव नहीं होगा । नीचे कार्य फलन की धातु लेने पर ग्राफ समान्तर सरल रेखा ही होगी , परन्तु इसके v-अक्ष पर तथा `E_(k)`- अक्ष पर अन्तःखण्ड छोटे हो जायेंगे । |
|