1.

r त्रिज्या की एक पतली अर्धवृत्ताकार चालक रिंग (वलय) PQR किसी क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र B में गिर रही है । गिरते समय इसका समतल आरेख में दर्शाये गए अनुसार ऊर्ध्वाधर रहता है । जब गिरते हुए रिंग की चाल v है तो , इसके दो सिरों के बीच विकसित विभवान्तर है : A. शून्यB. `Bvpir^(2)//2` तथा P उच्च विभव पर होगाC. `pirBv` तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगाD. 2rBv तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगा |

Answer» Correct Answer - D
विकसित विभवान्तर `= Bvl = Bv(2r),` जहाँ R उच्च विभव पर तथा P निम्न विभव पर होगा ।


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