1.

सम्मक्का – सारक्का के जीवन से क्या संदेश मिलता है?

Answer»

सम्मक्का – सारक्का का जीवन संदेशात्मक है । अकारण काकतीय राजा, प्रतापरुद्र ने मेडारम पर आक्रमण किया । सांप्रदायिक ढंग से अस्त्र – शस्त्र धारण कर विविध प्रांतों से पगिडिद्दा राजु, सम्मक्का, सारक्का नागुलम्मा जंपन्ना, गोविंद राजु आदि ने वीरता से युद्ध किया । मगर अधिक संख्यक काकतीय सेना से लडते वीरगति प्राप्त की है। सम्मक्का, क्रोधित हो रणचंडी बनकर काकतीय सेना पर टूट पड़ी | जन जातीय युद्ध कला का प्रदर्शन करते घायल होकर चिलुकल गुट्टा की ओर जाती अदृश्य हो गयी। उसके जीवन से हमें यह संदेश मिलता है कि मातृभूमि की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है। चाहे जान भी चले जाए, अपने देश को स्वतंत्र रखना हमारा पवित्र धर्म है। तभी हमारा जन्म सार्थक होगा ।



Discussion

No Comment Found