1.

स्व-प्रेरण तथा अन्योन्य प्रेरण के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए ।

Answer» जब किसी कुण्डली में प्रवाहित धारा में परिवर्तन करने से उसी कुण्डली में विधुत वाहक बल प्रेरित होता है, तो इस घटना को स्व-प्रेरण कहते है , परन्तु जब कुण्डली में धारा परिवर्तित करने से समीप रखी एक अन्य कुण्डली में विधुत वाहक बल प्रेरित करता होता है , तो इस घटना को अन्योन्य प्रेरण कहते हैं।


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