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the lndus valley houses were built of

Answer» <p>सिन्धु या हड़प्पा सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता उसकी नगर योजना है। इनकी नगर योजना में सड़के सीधी एवं नगर सामान्य रूप से चौकोर होते थे।</p><p>सड़के और गलियां निर्धारित योजना के अनुसार बनायीं गयी थीं। सड़के एक दुसरे को समकोण पर काटती हुई जाल सी प्रतीत होती थीं।</p><p>आमतौर पर नगरों में प्रवेश पूर्वी सड़क से होता था और जहाँ यह सड़क प्रथम सड़क से मिलती थी उसे ऑक्सफ़ोर्ड सर्कल कहा गया है।</p><p>जाल निकासी प्रणाली सिन्धी सभ्यता की अद्वितीय विशेषता थी, जो अन्य किसी भी समकालीन सभ्यता में प्राप्त नहीं होती है।</p><p>सड़कों के किनारे की नालियां ऊपर से ढकी होती थीं। घरों का गंदा पानी इन्हीं नालियों से होता हुआ नगर की मुख्य नाली में गिरता था।</p><p>नालियों के निर्माण में मुख्यतः ईंटों और मोर्टार का प्रयोग किया जाता था, कहीं कहीं पर चूने और जिप्सम का भी प्रयोग मिलता है।</p><p>भवनों के निर्माण मुख्यतः पक्की ईंटों का प्रयोग होता था, लेकिन कुछ स्थलों जैसे कालीबंगा और रंगपुर में कच्ची ईंटों का भी प्रयोग किया गया है।</p><p>सभी प्रकार की ईंटें निश्चित अनुपात में बनायीं गयीं थीं और अधिकांशतः आयताकार थीं। इनकी लम्बाई, चौड़ाई, और मोटाई का अनुपात 4:2:1 था।</p><p>सिन्धु सभ्यता के प्रायः सभी नगर दो भागों में विभाजित थे – पहला भाग प्राचीर युक्त दुर्ग कहलाता था, और दूसरा भाग जिसमे सामान्य लोग निवास करते थे निचला नगर कहलाता था।</p><p>घरों का निर्माण सादगीपूर्ण ढंग से किया जाता था। उनमे एकरूपता थी। सामान्यतया मकान छोटे होते थे, जिनमे 4-5 कमरे होते थे।</p><p>प्रत्येक घर में एक आंगन. एक रसोईघर तथा एक स्नानागार होता था। अधिकांश घरों में कुँओं के अवशेष मिले हैं।</p><p>सिन्धु सभ्यता में कुछ सार्वजानिक स्थल भी मिले हैं, जैसे – स्नानगृह अन्नागार आदि। मोहनजोदड़ों सा सर्वधिक प्रसिद्द स्थल वहां का विशाल स्नानागार है।</p><p>कुछ बड़े आकार के भवन भी मिले हैं, जिनमे 30 कमरे बने होते थे। दो मंजिलें भवनों का निर्माण भी कहीं कहीं मिलता है।</p><p>स्वच्छता और सफाई का ध्यान रखते हुए घरों के दरवाजे मुख्य सड़क की और न खुलकर पीछे की और खुलते थे।</p><p>धौलावीरा एक ऐसा नगर है, जिसमें नगर 3 भागों में विभाजित था।</p><p>मोहनजोदड़ो में विशाल अन्नागार मिला है, जो 45.71 मीटर लम्बा तथा 15.23 मीटर चौड़ा है। संभवतः यह सार्वजानिक स्थल था।</p><p>हड़प्पा में भी इस तरह के अन्नागार मिले हैं, पर वे आकार में छोटे हैं। इनकी लम्बाई 15.23 मीटर तथा चौड़ाई 6.9 मीटर है।</p>


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