1.

ट्रांसफॉर्मर एक ऐसा विद्युत यंत्र है जिमसे a.c विभव में परिवर्तन किया जाता है। यह अन्योन्य प्रेरकत्व के सिद्धान्त पर कार्य करता है अर्थात जब कुण्डली से सम्बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स के मान में परिवर्तन होता है। इसके निकट की कुण्डली में एक वि वा बल प्रेरित होता है। एक आदर्श ट्रांसफॉर्मर के लिए `(E_(s))/(E_(p))=(I_(p))/(I_(s))=(ms)/(mp)` जहाँ संकेतो के सामान्य अर्थ है। उपरोक्त अनुच्छेद को पढ़कर निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिए। एक ट्रांसफॉर्मर के प्राथमिक कुण्डली में 20 एवं द्वितीयक कुण्डली में 200 फेरे है। यदि प्राथमिक कुण्डली को 220 वोल्ट d.c स्त्रोत से जोड़े तब द्वितीयक कुण्डली के सिरों पर किनता वोल्ट होगा ?

Answer» यहाँ `mp=20,ns=200,E=220V,dc,Es=?`
द्वितीयक कुण्डली के सिरों पर विभव शून्य क्योकि ट्रांसफॉर्मर d.c पर कार्य नहीं करता है यह अन्योन्य प्रेरकत्व के सिद्धान्त पर कार्य करता है।


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