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Answer» पशुपालन का महत्त्व 1. मवेशियों के पालन से परिवार की आय में स्थिरता आती है। 2. इससे खाद्य सुरक्षा, परिवहन, ईंधन, पोषण पूरे परिवार के लिए हासिल हो जाते हैं और खाद्य उत्पादन की अन्य क्रियाओं पर भी प्रभाव नहीं पड़ता है। 3. यह भूमिहीन कृषकों तथा छोटे व सीमान्त किसानों को आजीविका कमाने का वैकल्पिक साधन है। 4. इस क्षेत्र में महिलाएँ भी बहुत बड़ी संख्या में रोजगार पा रही हैं। 5. यह क्षेत्र अधिशेष कार्यबल को समायोजित कर रहा है। मत्स्य पालन का महत्त्व ⦁ प्रत्येक जलागार; सागर, झीलें, प्राकृतिक तालाब; मत्स्य उद्योग से जुड़े समुदाय के लिए निश्चित जीवन उद्दीपक स्रोत है। ⦁ मत्स्य उत्पादन सकल घरेलू उत्पाद का 1.4% है। ⦁ समुद्र, झीलों, नदियों, तालाबों के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए गैर-कृषि क्रियाकलाप आय का अच्छा स्रोत है। बागवानी का महत्त्व ⦁ बागवानी फसलों से रोज़गार मिलता है। ⦁ बागवानी फसलों से भोजन एवं पोषण प्राप्त होता है। ⦁ यह क्षेत्र में अधिशेष कार्यबल समायोजित कर रहा है। ⦁ पुष्पारोपण, पौधशाला की देखभाल, फल-फूलों का संवर्द्धन और खाद्य प्रसंस्करण ग्रामीण महिलाओं के लिए अधिक आय वाले रोजगार बन गए हैं। ⦁ देश की 19% श्रम शक्ति को इस समय इन्हीं कार्यों से रोजगार मिला हुआ है।
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