1.

व्यक्ति बंधन में कैसे पड़ता है और बंधन से कैसे मुक्त होता है दीवानों की मूर्ति कविता के आधार पर उत्तर दीजिए I​

Answer»

ये कैसे बंधन बना रहे हमबेबसी में निभा रहे हमरिश्ते नाते जोड़ रहे हमअपनों से नाता तोड़करअपने रिश्ते समझ नहीं रहे हमधर्म के रिश्ते बना रहे हमअपनों को हम भुला रहे हैंरिश्ते फेसबुक पर निभा रहे हैंअंत समय में आना जिसके दर परउससे चेहरा छुपा रहे हैंकुछ क्षण की विलासिता की खातिरजन्मों के बंधन तोड़ रहे हमएक क्षण के हंगामे सेजीवन भर हंगामा करतेअंत समय फिर एक हंगामाहमको जीवन दिखलाता हैहमें विश्वास है कि हमारे पाठक स्वरचित रचनाएं ही इस कॉलम के तहत प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। हमारे इस सम्मानित पाठक का भी दावा है कि यह रचना स्वरचित lExplanation:PLEASE MARK as BRANLIST



Discussion

No Comment Found