1.

X -किरणों के प्रयोग अथवा उपयुक्त वोल्टता से त्वरित इलेक्ट्रॉनों से- क्रिस्टल - विवर्तन प्रयोग किए जा सकते हैं । कौन -सी जाँच अधिक ऊर्जा सम्बद्ध है ? (परिमाणिक तुलना के लिए, जाँच के लिए तरंगदैर्घ्य को 1 Å लीजिए, जोकि जालक ( लेटिस) में अंतर- परमाणु अंतरण की कोटि का है ) ( `m_(e)=9.11xx10^(-31)` किग्रा)

Answer» X-किरण फोटॉन के लिए, `lambda=1Å=10^(-10)` मीटर
अतः X-किरण फोटॉन की ऊर्जा
`E=(hc)/(lambda)=((6.63xx10^(-34))(3xx10^(8)))/(10^(-10))` जूल
`=(6.63xx10^(-34)xx(3xx10^(8)))/(10^(-10)xx1.6xx10^(-19))` eV
`=12.4xx10^(3) eV = 12.4 ` keV.
इलेक्ट्रॉन के लिए `lambda=1 Å = 10^(-10)` मीटर,
`m_(e)=9.11xx10^(-31)` किग्रा
इलेक्ट्रॉन का संवेग `p=(h)/(lambda)=(6.63xx10^(-34))/(10^(-10))` किग्रा -मी/से
`=6.63xx10^(-24)` किग्रा-मी/से
`:. ` इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा
`E=(p^(2))/(2m_(e))=((6.63xx10^(-24))^(2))/( 2xx9.11xx10^(-31))` जूल
`=((6.63xx10^(-24))^(2))/((2xx9.11xx10^(-31))xx(1.6xx10^(-19)))` eV
`=150.6 eV` .
अतः समान तरंगदैर्घ्य के लिए इलेक्ट्रॉन की तुलना में फोटॉन की ऊर्जा अधिक होगी ।


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