1.

यदि हाँ, तो किस पर और क्यों?

Answer» माना आनत तल 1 तथा 2 पर लुढ़कने में गोले द्वारा लिया गया समय क्रमश: `t_(1)"तथा "t_(2)` है।
आनत तल पर गोले का त्वरण `a=(g sin theta)/((1+K^(2)/(R^(2))))`
जहाँ ,K =घूर्णन त्रिज्या है
ठोस गोले के लिए `1+(K^2)/(R^(2))=1+((2)/(5)R^(2))/(R^(2))=7/5`
`therefore` पहले आनत तल पर गोले का त्वरण `a_(1)=5/7g sin theta_(1)`
दूसरे आनत तल पर गोले का त्वरण `a_(2)=5/7g sin theta_(2)`
माना `I_(1)"तथा "I_(2)` आनत की लम्बइया है तथा ताली तक पहुंचते में लिया गया समय `t_(1) "तथा " t_(2)` है
गति की समीकरण से `v=u+at`
या `t=u/a`
लेकिन ताली पर चाल सामान है ltbr`therefore t alpha 1/a`
या `(t_(1))/(t_(2))=(sin theta_(2))/(sin theta_(1))`
`therefore theta_(1) gt theta_(1)`
`therefore sin theta_(2) gt sin theta_(1)`
अथवा `(sin theta_(2))/(sin theta_(1)) gt 1`
या `(t_(1))/(t_(2)) gt 1`
या `t_1 gt t_2`
अंत: गोला कम कोण के आनत तल पर लुढ़कने में अधिक समय लेता है।


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