1.

“यह मेरा सौभाग्य है ।”

Answer»

यह विधान शिशुपाल अपने द्वार आए परदेशी युवक से कहता है, क्योंकि वह अतिथि का सत्कार करना अपना कर्तव्य समझता है।



Discussion

No Comment Found