InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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तुलसी दास ने राम का रूप वर्णन करते हुए उनके किन अंगों की उपमा कमल से दी है और क्यों ? |
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Answer» तुलसीदास ने राम का रूप वर्णन करते हुए उनके शरीर के आभा और उनकी आँखों की तुलना कमल से की है। |
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बालक राम चन्द्रमा को देखकर उसे खिलौना समझकर पाने का हठ करते हैं। चन्द्रमा को देखकर आपके मन में क्या विचार आता है ? लिखिए। |
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Answer» चंद्रमा को देखकर मेरे मन में यह विचार आता है कि मैं भी अंतरिक्ष यात्री बनें और चंद्रमा की सैर कर जाऊँ। |
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निम्नलिखित पंक्तियों को आशय स्पष्ट कीजिए-कबहूँ रिसिआइ कहैं हठि कै, पुनि लेत सोई जेहि लागि अरें। |
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Answer» प्रस्तुत पंक्ति में कवि तुलसीदास ने राजा दशरथ के चारों पुत्रों की बाल-लीला का वर्णन करते हुए उनकी हठी स्वभाव का चित्रण किया है। वे लिखते हैं कि चारों बालक एक पल कुछ और तो दूसरे पल कछ और माँगने लगते हैं। वे जिस वस्तु के लिए अड़ जाते हैं, उसे लेकर ही मानते हैं। |
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निम्नलिखित पंक्तियों को आशय स्पष्ट कीजिए-अवधेस के बालक चारि, सदा तुलसी मन मन्दिर में बिहरैं। |
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Answer» प्रस्तुत पंक्ति में तुलसीदास बालक राम और उनके अन्य तीन भाइयों के बालरूप और बाल लीला का वर्णन करते हुए भावविभोर होकर कहते हैं कि अवधेश (दशरथ) के ये चारों पुत्र (राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न) मेरे मन-मंदिर में सदा यूँ ही विहार करें।अर्थात वे उनकी इस सुंदर छवि को अपने मन में सदा के लिए बसा लेना चाहते हैं। |
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| 5. |
पद में आये निम्नलिखित शब्दों का तत्सम् रूप लिखिए।कान्ह, स्याम, दुरलभ, दुति, अवधेस, ससि। |
Answer»
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माँ यशोदा श्रीकृष्ण के मुख से कौन-कौन सी बातें सुनकर प्रसन्न हो रही हैं ? |
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Answer» बालक कृष्ण बलराम द्वारा चिढ़ाए जाने की शिकायत माँ यशोदा से करते हैं और कहते हैं कि तुम तो हमेशा मुझे ही डाँटती-पीटती हो, दाऊ को कभी कुछ नहीं कहतीं। बालक कृष्ण के मुख से इस तरह की क्रोधपूर्ण बातें सुनकर यशोदा प्रसन्न हो रही है। |
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निम्नलिखित पंक्तियों को आशय स्पष्ट कीजिए-कबहुँ पलक हरि मुँदि लेत हैं, कबहुँ अधर फरकावै। |
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Answer» प्रस्तुत पंक्ति में बालक कृष्ण के सोने का वर्णन है। माँ यशोदा दुवारा दुलराए जाने और पालंना झुलाए जाने, लोरी गाने और ऐसे ही कई प्रयास श्रीकृष्ण को सुलाने के लिए किए जा रहे हैं। ऐसे में बालक कृष्ण अपनी आँखें मूंद लेते हैं तो यशोदा उन्हें सोया जानकर लोरी गाना बंद कर देती हैं। लेकिन नटखट कृष्ण वापस अधर फडुकाते हुए रोने लगते हैं। |
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