InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
लौहचुम्बकीय पदार्थ में चुम्बकन किस प्रकार उत्पन्न होता है, यदि बाह्य क्षेत्र क्षीण |
| Answer» डोमेनों की परिसीमाओं के विस्थापन द्वारा | |
| 52. |
लोहे के अतिरिक्त अन्य दो लौहचुम्बकीय पदार्थों के नाम लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - निकिल, कोबाल्ट | |
| 53. |
दो प्रतिचुम्बकीय पदार्थों के नाम लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - ताँवा, चाँदी | |
| 54. |
लौहचुम्बकीय पदार्थों के लिये आपेक्षिक चुम्बकशीलता `mu` है-A. `lt 1`B. 1C. `gt 1`D. 0 |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 55. |
क्यूरी वोस का नियम क्या है? |
| Answer» `chi alpha (1)/(T-T_(C))` (लौहचुम्बकीय पदार्थ के लिये) | | |
| 56. |
लौहचुम्बकीय पदार्थ में डोमेन का आकार किस कोटि का होता है? एक डोमेन में परमाणुओं की संख्या किस कोटि की होती है? |
| Answer» `10^(-8)` मीटर`""^(3)` से `10^(-12)` मीटर`""^(3)` `10^(17)` से `10^(21)` | |
| 57. |
दो अनुचुम्बकीय पदार्थों के नाम लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - ऐलुमीनियम, सोडियम | |
| 58. |
किसी पदार्थ की सुग्राहिता `10^(-4)` है। इसकी आपेक्षिक चुम्बकशीलता का मान बताइये। |
| Answer» `mu_(r)=1+10^(-4)=1.0001` | |
| 59. |
जल तथा वायु में कौन प्रतिचुम्बकीय है तथा कौन अनुचुम्बकीय? |
| Answer» जल प्रतिचुम्बकीय है तथा वायु अनुचुम्बकीय] | |
| 60. |
फेरिक वलोराइड का जलीय विलयन किस प्रकृति का होगा- प्रतिचुम्बकीय, अनुचुम्बकीय अथवा लौहचुम्बकीय? |
| Answer» Correct Answer - अनुचुम्बकीय | |
| 61. |
माइस्नर प्रभाव क्या है? अतिचालक की चुम्बकीय प्रवृत्ति तथा सापेक्ष चुम्बकशीलता कितनी होती है? |
| Answer» अतिचालक के लिये (यह आदर्श अतिचालक है) | |
| 62. |
भोगोलिक याम्योत्तर तथा चुम्बकीय याम्योत्तर के बीच बनने वाले कोण का नाम लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - दिक्पात | |
| 63. |
निर्वात् की (i) आपेक्षिक चुम्बकशीलता `(mu_(r))` (ii) चुम्बकीय प्रवृत्ति `(chi)` का मान लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - (i) 1 (ii) 0 | |
| 64. |
सुइयाँ `N_(1) N_(2)` व `N_(3)` क्रमशः लोहचुम्बकीय, अनुचुम्बकीय प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की बनी हैं। जब इनके निकट एक चुम्बक लाभ जाता है, चुम्बक-A. सभी को आकर्षित करता है।B. `N_(1)` व `N_(2)` को प्रबल आकर्षित तथा N, को प्रतिकर्षित करता हैC. `N_(1)` को प्रबल आकर्षित, `N_(2)` को क्षीण आकर्षित तथा `N_(3)` के क्षीण प्रतिकर्षित करता है।D. `N_(1)` को प्रबल आकर्षित तथा `N_(2)` व `N_(3)` को क्षीण प्रतिकर्पित करता है। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 65. |
चुम्बकीय प्रवृत्ति ऋणात्मक होती है-A. केवल अनुचुम्बकीय पदार्थों के लियेB. केवल प्रतिचुम्बकीय पदार्थों के लियेC. केवल लौहचुम्बकीय पदार्थों के लियेD. अनुचुम्बकीय और लौहचुम्बकीय पदार्थों के लिये |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 66. |
चुमबकशीलता तथा चुम्बकीय प्रवृत्ति से आप क्या समझते हैं? इनके मात्रक लिखिये। |
| Answer» वेबर/एम्पियर मीटर, कोई नहीं। | |
| 67. |
प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति होती है -A. ताप के साथ घटती है।B. ताप के साथ परिवर्तित नहीं होती है।C. ताप बढ़ने पर पहले घटती है फिर बढ़ती है।D. ताप के साथ बढ़ती है। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 68. |
किसी छोटे छड़ चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण ` 0.48JT^(-1)` है|चुम्बक के केंद्र से 10 सेमि० की दुरी पर स्थित किसी बिंदु पर इसके चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण एवं दिशा बताइये|यदि यह बिंदु चुम्बक के अभिलम्ब समद्विभाजक पर स्थित हो| |
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Answer» छोटी छड़ चुम्बक के कारन निरक्षीय स्थिति में चुम्बकीय क्षेत्र के सूत्र प्रयुक्त करने पर, ` therefore ` बिंदु P पर चुम्बकीय क्षेत्र ` " "B =(mu_0 ) /(4pi ) *(M)/(d^(3))` `" "= 10^(-7)xx(0.48)/((0.1) ^(3) ) xx10^(-4) T ` चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा (निरक्षीय स्थिति में) चुम्बकीय आघूर्ण के विपरीत दिशा में है, अतः चुम्बक चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ध्रुव S से N की ओर है| |
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| 69. |
चुम्बकीय प्रवृत्ति का मात्रक है-A. हेनरीB. ऐम्पियर/मीटरC. वेबर/मीटरD. इनमें से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 70. |
लोहे के अत्यन्त छोटे बन्द बक्से के भीतर पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र बाहर की अपेक्षा-A. अधिक होता हैB. कम होता है।C. उतना ही रहता हैD. शून्य होता है। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 71. |
चुम्बकीय याम्योत्तर से `30^(@)` के कोण पर एक चुम्बक को लटकाने पर वह क्षैतिज के साथ `45^(@)` का कोण बनाती है | वास्तविक नति कोण का मान क्या होगा ? |
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Answer» माना वास्तविक नमन कोण `theta ` है|यदि पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के उर्ध्वार्धर तथा क्षैतिज घटक क्रमशः `B_V ` व् `B_H` हो तो ` " "tan theta =(B_V)/(B_H)" " ...(1)` चुम्बकीय याम्योत्तर से `30^(@)` कोण पर स्थित तल में पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक तो `B_H cos 30 ^(@)` होगा, जबकि उर्ध्व घटक `B_V` ही रहेगा|इस तल में नमन कोण ` 45^(@)` है अतः ` " "tan 45^(@) =(B_V)/(B_Hcos 30^(@))cos 30^(@) ` ` " "therefore " "tan theta =tan 45^(@) cos 30^(@) =(1) ((sqrt (3))/( 2))=0.86` ` therefore " "theta =tan ^(-1) (0.866) approx 41^(@) ` |
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| 72. |
चुम्बकीय याम्योत्तर से लम्बवत् तल में नति कोण का मान क्या होता है? |
| Answer» Correct Answer - `90^(@)` | |
| 73. |
चुम्बकीय याम्योत्तर के लम्बवत् तल में नति सुई (dip needle)-A. ऊर्ध्वाधर होगीB. क्षैतिज होगीC. उस स्थान के नति कोण के बराबर कोण पर झुक जाएगीD. किसी भी दिशा में इंगित करेगी |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 74. |
पृथ्वी तल पर किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय श्षेत्र का क्षैतिज घटक `3xx10^(-5)` वेबर/मीटर`""^(2)` है तथा परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र `6 xx10^(-5)` वेबर/मीटर`""^(2)` है। उस स्थान पर नति कोण हे-A. `60^(@)`B. `0.3xx 10^(-4)`C. `30^(@)`D. `0^(@)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 75. |
चुम्बकीय याम्योत्तर होता हैA. एक बिन्दुB. उत्तर-दक्षिण के अनुदिश एक रेखाC. एक क्षैतिज तलD. एक ऊध्वांधर तल |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 76. |
यदि पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का क्षेतज घटक H तथा नम कोण `theta` हो तो सम्पूर्ण चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कितनी होगी? |
| Answer» `H_(e)=H//cos theta` | |
| 77. |
एक परिनालिका जिसमें पास-पास 2000 फेरें लपेटे गए है तथा जिसके अनुप्राथ काट का क्षेत्रफल `1.6xx10^(-4) `है ओर जिसमें `4.0A` की धारा प्रवाहित हो रही है इसके केंद्र से इस प्रकार लटकायी गयी है की यह एक क्षैतिज तल में घूम सके| परिनालिका के चुम्बकीय आघूर्ण का मान क्या है? |
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Answer» दिया है-तार के फेरों की संख्या (n ) =2000 परिच्छेद का क्षेत्रफल ` (A) =1.6xx10^(-4) ` मीटर ` ""^(2 )` धारा (I ) =4A (a ) परिनालिका के साथ चुम्बकीय आघूर्ण ` " "M =nIA =2000xx4 xx1.6xx 10^ ( -4) =1.28J//T ` |
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| 78. |
एक स्थान पर नति कोण 60 है यदि पृथ्वी के चुम्बकीये क्षेत्र का क्षैतिज घटक H है तो सम्पूर्ण चुम्बकीये क्षेत्र की तीव्रता होगी-A. `(H)/(2)`B. `(H)/(sqrt3)`C. `(Hsqrt3)/(2)`D. 2H |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 79. |
एक वृताकार कुण्डली जिसमें 16 फेरें है,जिसकी त्रिज्या 10 सेमि है ओर जिसमें `0.75A ` धारा प्रवाहित हो रही है, इस प्रकार रखी है की इसका तल `5.0xx10^(-2) ` T परिमाण वाले बाह्य क्षेत्र के लम्बवत है| कुण्डली ,चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत हुए इसके अपने तल में स्थित एक अक्ष के चरों तरफ घूमने के लिए स्वतंत्र हैं |यदि कुण्डली को जरा-सा घुमाकर छोड़ दिया जाएँ तो यह अपनी स्थायी सन्तुलनावस्था के इधर-उधर `2.0` सेकंड `""^(-1 )` के आवृति से दोलन करती है|कुण्डली का अपने घूर्णन अक्ष के परितः जड़त्व-आघूर्ण क्या है? |
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Answer» दिया है -वृतीय कुण्डली तार के फेरों की संख्या (n ) = 16 वृतिये कुण्डली की त्रिज्या (r )=10 सेमि० =0 .1 मीटर धारा `(I) =0.75A ` चुम्बकीय क्षेत्र ` (B) =5.0xx10^(-2) T ` आवृति `(f)=2` / सेकण्ड कुण्डली का चुम्बकीय आघूर्ण ` " "M =nIA =16xx 0.75xxpi (0.1)^(2) ` ` " "= 16xx0.75xx3.14xx0.1xx0.1` ` " "= 0.377J//T ` कुण्डली के दोलन की आवृति ` " "f =(1)/(2pi) sqrt ((mxxB) /(I) ) ` जहाँ I = कुण्डली का जड़त्व आघूर्ण है| दोनों ओर का वेग करने पर ` " "f^(2) =(1)/(4pi^(2)) *(MB)/(I) ` athva` " "I =(MB)/(4pif^(2)) =(0.377xx5xx10^(-2)) /(4xx3.14xx3.14xx2xx2)` ` " "= 1.2xx10^(-4) ` किग्रा० -मीटर `""^(2 )` अतः कुण्डली का जड़त्व आघूर्ण `1.2xx10^(-4) ` किग्रा० -मीटर `""^(2 )` |
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| 80. |
एक स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीये क्षेत्र का ऊर्ध्वाधर घटक `0.2sqrt3xx10^(-4)` टेस्ला तथा नाटी कोण `30^(@)` है उस स्थान पर ज्ञात कीजिएः परिणामी चुम्बकीये क्षेत्र| |
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Answer» `B=sqrt(B_(V)^(2)+B_(H)^(2))` `=sqrt((0.2sqrt3xx10^(-4))+(0.6xx10^(-4))^(2))` `=sqrt(0.48xx(10^(-4))^(2)+(0.6xx10^(-4))^(2))` `=sqrt(0.48xx(10^(-4))^(2))=0.693xx10^(-4)` टेस्ला |
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| 81. |
समान द्रव्यमान की दो चुम्बक परस्पर लम्बवत जोड़ी गयी है प्रथम चुम्बक का आघूर्ण `M_1 ` दूसरी चुम्बक के आघूर्ण `M_2 `से 3 गुणा है| यह निकाय इस प्रकार किलकित किया गया है की यह क्षैतिज तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है|संतुलन की अवस्था में प्रथम चुम्बक चुम्बकीय याम्योत्तर से कितना कोण बनाती है? |
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Answer» माना संतुलन की अवस्था में चुम्बकीय याम्योत्तर से `M_1 ` द्वारा बनाया गया कोण `theta ` है अतः `M_2 ` द्वारा बनाया गया कोण `(90^(@) -theta ) ` होगा| संतुलन की अवस्था में `M_1 ` व् `M_2 ` पर बल आघूर्ण का परिमाण बराबर होगा |अतः ` " "M_1 B_H sin theta =M_2 B_H sin (90^(@) -theta ) ` ` (sin theta )/(sin (90^(@) -theta ) ) =(M_2 )/(M_1 )=(1)/(3) ` (प्रश्नानुसार) ` " "tan theta =(1)/(3) ` अथवा ` " "theta =tan ^(-1) ((1)/(3))` |
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| 82. |
एक वृताकार कुंडली की त्रिज्या 2 .0 सेमि है तथा इनमें फेरों की संख्या 200 है|यह 1 .0 वेबर /मीटर ` ""^(2 )` के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में इस प्रकार रखी है की इसकी अक्ष,चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के समांतर है| यदि कुण्डली में प्रवाहित धारा 3 .5 एम्पियर हो,तो इसकी स्थितिज ऊर्जा की गणना कीजिए| |
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Answer» चुम्बकीय क्षेत्र में धारावाही कुण्डली की स्थितिज ऊर्जा ` " "U =-MB cos theta ` प्रश्नानुसार `M=N//A =200xx 3.5xx[3.14xx(0.02)^(2) ]` ` " "=0.88` ऐम्पियर-मीटर `""^(2 )` ` B= 1.0` वेबर/मीटर ` ""^(2 )` `theta =0^(@) ` अथवा `cos theta =cos 0^(@) =1 ` ltbr gt` therefore " "U =-(0.88)xx(1.0) xx1=-0.88`जूल |
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| 83. |
एक स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीये क्षेत्र का ऊर्ध्वाधर घटक `0.2sqrt3xx10^(-4)` टेस्ला तथा नाटी कोण `30^(@)` है उस स्थान पर ज्ञात कीजिएः पृथ्वी के चुम्बकीये क्षेत्र का क्षैतिज घटक। |
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Answer» `B_(H)=(B_(v))/(tan theta)` प्रशानुसार `B_(V)=2sqrt3xx10^(-4)` टेस्ला `theta=30^(@)` `therefore B_(H)=(0.2sqrt3xx10^(-4))/(tan 30^(@))` `=(0.2sqrt3xx10^(-4))/((1//sqrt3))=0.6xx10^(-4)` टेस्ला |
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| 84. |
एक चुम्बकीय सुई,जो एक क्षेत्र के समांतर है,`60^(@) ` घुमाने के लिए W मात्रक कार्य की आवश्यकता होती है|इस स्थिति में बनाये रखने के लिए कितने बल आघूर्ण की आवश्यकता होगी? |
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Answer» क्षेत्र के समांतर स्थिति (साम्य स्थिति) से `theta ` कोण घुमाने में कृत कार्य ` W =MB [1-cos theta ]` प्रश्नानुसार `theta =60^(@)` ` therefore " "W =MB [1 -cos 60^(@) ] =MB [1-(1)/(2) ]=(MB) /(2) ` इस स्थिति में बनाये रखने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण ` pi =MB sin theta=MB sin 60^(@) =MB ((sqrt ( 3))/( 2))=(MB)/(2) (sqrt ( 3)) =W sqrt (3) ` |
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| 85. |
एक चुम्बकीय सुई को, जो एक क्षेत्र के समान्तर है, `60^(@)` घुमाने के लिये W मात्रक कार्य की आवश्यकता होती है। सुई को इस स्थिति में बनाये रखने के लिये निम्न बल आघूर्ण की आवश्यकता होगी-A. `sqrt3W`B. WC. `(sqrt3W)/(2)`D. 2W |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 86. |
जब एक M चुम्बकीय आघूर्ण वाली छड़ चुम्बक एकसमान चुम्बकीय प्रेरण B वाले चुम्बकीय क्षेत्र में `theta` कोण से विक्षेपित होती है तो ऐसा करने में किया गया कार्य है-A. MBB. `MB sin theta`C. `MB sin theta`D. `MB(1-cos theta)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 87. |
एक चुम्बकीये द्विधुव आघूर्ण M है, एकसमान चुम्बकीये क्षेत्र में स्थाई संतुलन में है द्विधुव को अस्थ्याई संतुलन की स्थिति तक घुमाने में कृत करए कितना होगा? |
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Answer» Correct Answer - 2MB `W=MB[cos theta_(1)-cos theta_(2))]` `=MB[cos 0^(@)-cos 180^(@))]` |
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| 88. |
एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र B में चुम्बकीय याम्योत्तर में रखे M चुम्बकीय आघूर्ण के चुम्बक को `180^(@)` घुमाने में किया गया कार्य होगा-A. शून्यB. `(1)/(2)MB`C. MBD. 2MB |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 89. |
किसी -अनुचुम्बकीय पदार्थ की छड़ को चुम्बकीय क्षेत्र में स्वतंत्रतापूर्वक लटकाया जाता है। छड़ की अक्ष किस दिशा में ठहरेगी? |
| Answer» चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर | |
| 90. |
एक अनुचुम्बकीय पदार्थ को चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है। उचित विकल्प चुनिये- यदि चुम्बकीय क्षेत्र बढ़ाया जाता है तो चुम्बकत्व बढ़ जाता है। (B) यदि ताप बढ़ाया जाता है तो चुम्बकत्वे बढ़ जाता है।A. A व B दोनों सत्य हैंB. A सत्य हे परन्तु B असत्य है।C. B सत्य हे परन्तु A असत्य हैD. A व B दोनों असत्य हैं। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 91. |
अनुचुम्बकत्व का परमाणवीय मॉडल क्या है? अनुचुम्बकीय पदार्थ को गर्म करने पर उसका चुम्बकत्व नष्ट क्यों हो जाता है? |
| Answer» ऊष्मीय विक्षोभ के कारण परमाणवीय द्विध्रुवों का चुम्बकीय संरेखण अव्यवस्थित हो जाता है। | |
| 92. |
पृथ्वी की भौगोलिक अक्ष तथा चुम्बकीय अक्ष के बीच कोण (लगभग) है-A. शून्यB. `11^(@)`C. `30^(@)`D. `90^(@)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 93. |
यदि आप ऑस्ट्रेलिया के मेल्बॉर्न शहर में भू-चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओं का नक्शा बनाएँ तो ये रेखाएँ पृथ्वी के अन्दर जाएँगी या इससे बाहर आएँगी? |
| Answer» मेल्बॉर्न दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है। दक्षिणी गोलार्द्ध में, पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का उत्तरी भ्रुव निहित है। अतः चुम्बकीय बल रेखाएँ उत्तरी ध्रुव से उद्गमित होती हैं तथा दक्षिणी ध्रुव पर संग्रहित होती प्रतीत होती हैं। | |
| 94. |
क्या किसी लौह चुम्बकीय पदार्थ की चुम्बकशीलता चुम्बकीय क्षेत्र पर निर्भर करती है? यदि हाँ, तो उच्च चुम्बकीय क्षेत्रों के लिए इसका मान कम होगा या अधिक? |
| Answer» नहीं, लौह चुम्बकीय पदार्थों की चुम्बकशीलता चुम्बकीय क्षेत्र से स्वतन्त्र नहीं है। हिस्टेरिसिस वक्र के अनुसार, अल्प क्षेत्र पर चुम्बकशीलता का मान अधिक होता है। | |
| 95. |
अनुचुम्बकत्व के विपरीत, प्रतिचुम्बकत्व पर ताप का प्रभाव लगभग नहीं होता क्यों? |
| Answer» प्रतिचुम्बकीय पदार्थ में प्रत्येक अणु चुम्बकीय द्विध्रुव नहीं होता हे, अतः अनियमित ऊष्मीय गति चुम्बकत्व को प्रभावित नहीं करती है। अत: प्रतिचुम्बकीय पदार्थ का प्रति चुम्बकत्व ताप पर निर्भर नहीं करता हैं। | |
| 96. |
यदि एक टोरॉइड में बिस्मिथ का क्रोड लगाया जाए तो इसके अन्दर चुम्बकीय क्षेत्र उस स्थिति की तुलना में (किचित) कम होगा या (किंचित) ज्यादा होगा, जबकि क्रोड खाली हो? |
| Answer» BI एक प्रतिचुम्बकीय पदार्थ है, अत: क्रोड का चुम्बकीय क्षेत्र Bi की उपस्थिति में कम होगा तथा खाली अवस्था में अधिक होगा क्योंकि प्रतिचुम्बकीय पदार्थ चुम्बकीय क्षेत्र के विपरीत दिशा में क्षीणता से चुम्बकित हो जाते हैं। | |