InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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उपधातु है :A. सोडियमB. कॉपरC. मर्करीD. एन्टिमनी |
| Answer» Correct Answer - D | |
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उपधातु किसे कहते है? उदाहरण सहित समझाइए। |
| Answer» वे तत्व जिनमे धातु तथा अधातु दोनों के गुण पाये जाते है उपधातु कहलाते है, जाइए आर्सेनिक (As)। ऐंटीमनी (Sb) बिस्मथ (Bi) सिलिकॉन (Si) जर्मेनियम (Ge) | |
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निस्तापन किसे कहते है? |
| Answer» निस्तापन वह प्रक्रम, है, जिसमे किसी कार्बोनेट अयस्क को उसके गलनांक से कम उच्च ताप पर वायु की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है । | |
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गालक में क्या अभिप्राय है? |
| Answer» गालक, अयस्क में पस्थित अगलनीय अशुद्धियों (गैंग) से क्रिया करके उसे धातुमल (slag) में परिवर्तन करते है । | |
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उस धातु का नाम बताये जो भाप का विघटन कर देता है । |
| Answer» Correct Answer - लोहा । | |
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इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखे - (i) भाप के साथ आयरन (ii) जल के साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम |
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Answer» (i) `3Fe(s)+4H_(2)O_(g)hArr Fe_(3)O_(4)(s)+4H_(2)(g)` `(ii) Ca(s)+2HO(l)+rarrCa(OH)_(2)(aq)+H_(2)(g)` `2K(s)+2H_(2)O(l)rarr 2KOH(aq)+H_(2)(g)` |
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रेत किस प्रकार कर गालक है ? |
| Answer» रेत `(SiO_(2))` अम्लीय गालक है । | |
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लोहे के निष्कर्षण में चुने पत्थर क्यों डाला जाता है ? |
| Answer» लोहे , के अयस्क में सिलिका (रेत `SiO_(2))` की अशुद्धियों को दूर करने के लिए चुने का पत्थर डाला जाता है। | |
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A,B,C एवं D चार धातयों के नुमों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयन में डाला गया । इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है : ltrbgt इस सारणी का उपयोग कर धातु A,B,C एवं D के संबंध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिये : (i) सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौन-सी है ? (ii) धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा ? (iii) धातु A,B,C एवं D को अभिक्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में व्यवस्थित करें । |
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Answer» सारणी की पहली लाइन से स्पष्ट है धातु `A,Cu` की अपेक्षा अधिक क्रियाशील है । `A+CuSO_(4)rarrASO_(4)+Cu` दूसरी लाइन से स्पष्ट है की धातु `B,Fe` की अपेक्षा अधिक क्रियाशील है । `B+FeSO_(4)rarrBSO_(4)+Fe` तीसरी लाइन से स्पष्ट है की धातु `C,Ag` की अपेक्षा अधिक क्रियाशील है । `C+2AgNO_(3)rarrC(NO_(3))_(2)+2Ag` धातु D किसी भी विलयन से क्रिया नहीं करती है, अतः धातु D सबसे कम क्रियाशील है। इसलिए अभिक्रियाशीलता श्रेणी में `Cu,Fe` तथा ``Ag के स्थान का कर्म `FegtCugtAg` है। धातु `B,Fe` से ऊपर, है इसलिए B सबसे अधिक अभिक्रियाशीलता है। अभिक्रियशीलता का घटता हुए क्रम `BgtAgtCgtD` है । यदि सबसे अधिक क्रियाशील धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो B,Cu को `CuSO_(4)` विलयन में विस्थापित कर देगी । `B+CuSO_(4)rarrBSO_(4)+Cu` |
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