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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

गिलहरियों के जीवन की अवधि कितने वर्ष की होती है?

Answer»

गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष की होती है।

2.

वर्माजी को चौंकाने के लिए गिल्लू कहाँ कहाँ छिप जाता था?

Answer»

महादेवी वर्मा को चौंकाने की इच्छा उसमें न जाने कब और कैसे उत्पन्न हो गयी थी । इसके लिए वह फूलदान के फूलों में छिप जाता, कभी परदे की चुन्नट में और कभी सोनजुही की पत्तियों में।

3.

लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए। गिल्लू क्या करता था?

Answer»

लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू को तीव्र इच्छा होती थी कि उसने एक अच्छा उपाय खोज निकाला। वह उसके पैर तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता है और फिर उसी तेजी से उतरता था।

4.

विलोम शब्द लिखिए:ईमान × बेईमान1.   होश 2.   खबर 3.  चैन 

Answer»

ईमान × बेईमान

1.   होश × बेहोश

2.   खबर × बेखबर

3.   चैन × बेचैन

5.

विलोम शब्द लिखिए:धन × बेधन1.   जन 2.   बल 3.   गुण 

Answer»

धन × बेधन

1.   जन × निर्जन

2.   बल × निर्बल

3.   गुण × निर्गुण

6.

लेखिका के किन व्यवहारों से ज्ञात होता है कि गिल्लू को वह अपने परिवार के एक सदस्य की तरह मानती थी?

Answer»

लेखिका गिल्लू को अपने परिवार के सदस्य की तरह थाली में खाना खिलाती थी। उसे बिस्कुट और काजू खिलाती थी।

7.

गिल्लू को लेखिका ने किन परिस्थितियों में प्राप्त किया?

Answer»

लेखिका की गमले और दीवार की सन्धि में छिपे एक छोटे-से जीव पर दृष्टि गयी। निकट जाकर देखा, उसमें गिलहरी का एक छोटा-सा बच्चा था, जो सम्भवतः घोंसले से गिर पड़ा था। कौए उस पर चोंच से प्रहार कर रहे थे। ऐसी स्थिति में लेखिका ने उसे आश्रय दिया।

8.

गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये?

Answer»

झूले से उतरकर दौडता और फिर किसी दूसरे को देखकर तेजी से अपने घोंसले में जा बैछता । वह उन दिनों अपना प्रिय खाद्य काजू को कम खाता रहा।

9.

लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया?

Answer»

लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।

10.

विलोम शब्द लिखिए:विश्वास × अविश्वास1.   प्रिय2.   संतोष3.  स्वस्थ 

Answer»

विश्वास × अविश्वास

1.   प्रिय × अप्रिय

2.   संतोष × असंतोष

3.  स्वस्थ × अस्वस्थ

11.

विलोम शब्द लिखिए:उत्तीर्ण × अनुत्तीर्ण1.   उपयोग2.   उपस्थिति3.   उचित 

Answer»

उत्तीर्ण × अनुत्तीर्ण

1.   उपयोग × अनुपयोगी

2.   उपस्थिति × अनुपस्थिति

3.   उचित × अनुचित

12.

विलोम शब्द लिखिए:निकट × दूर1.   दिन 2.   भीतर 3.   चढ़ना 

Answer»

निकट × दूर

1.   दिन × रात

2.   भीतर × बाहर

3.   चढ़ना × उतरना

13.

लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया? 

Answer»

लेखिका जैसे ही खाने के कमरे में पहुँचती, वह खिडकी से निकलकर मेज पर आकर और उसकी थाली में बैठ जाना चाहता । लेखिका ने बडी कठिनाई से मैंने उसे थाली के पास बैठना सिखाया, जहाँ बैठकर वह मेरी थाली में से एकएक उठाकर बडी सफाई से खाता रहता।

14.

गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।

Answer»

वही दो वर्ष गिल्लू का घर रहा । वह स्वयं हिलकर अपने घर में झूलता और अपनी काँच के मनकों-सी आँखों से कमरे के भीतर और खिडकी से बाहर न जाने क्या देखता-समझता रहता था। परन्तु उसकी समझदारी और कार्य-कलाप पर सबको आश्चर्य होता था।

15.

निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजियेसोनजुही में आज एक पीली कली लगी है। उसे देखकर अनायास ही उस छोटे जीव का स्मरण हो आया, जो इस लता की सघन हरीतिमा में छिपकर बैठता था और फिर मेरे निकट पहुँचते ही कन्धे पर कूदकर मुझे चौंका देता था। तब मुझे कली की खोज रहती थी, पर आज उस लघुप्राणी की खोज है।परन्तु वह तो अब तक इन सोनजुही की जड़ में मिट्टी होकर मिल गया होगा कौन जाने स्वर्णिम कली के बहाने वही मुझे चौंकाने ऊपर आ गया हो अचानक एक दिन सवेरे कमेर से बरामदे में आकर मैंने देखा, दो कौए एक गमले के चारों ओर चोंचों से छुवाछुवौवल-जैसा खेल खेल रहे हैं। यह कागभुशुण्डि भी विचित्र पक्षी है-एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित, अति अवमानित।(1) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।(2) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए।(3) गिल्लू को कहाँ समाधि दी गयी?

Answer»

1.सन्दर्भप्रस्तुत अवतरण पाठ्य-पुस्तक हिन्दी गद्य में संकलित एवं महादेवी वर्मा द्वारा लिखित गिल्लू नामक पाठ से अवतरित है। महादेवी जी को सोनजुही की लता में एक पीली कली को देखकर गिलहरी के बच्चे ‘गिल्लू’ की याद आ जाती है। लेखिका ने एक कोमल लघुप्राणी (गिलहरी) की प्रकृति का मानवीय संवेदना तथा समता के आधार पर चित्रण किया है।

2.रेखांकित अंशों की व्याख्यालेखिका कहती है कि सोनजुही की लता में मुझे जो एक पीली कली दिखायी दे रही है, उसको देखकर मुझे एक छोटे-से कोमल प्राणी गिलहरी के बच्चे ‘गिल्लू’ का संस्मरण हो रहा है। जिस प्रकार लताओं के बीच उसकी कली छिपी हुई है, ठीक उसी प्रकार गिल्लू भी उसी लता में छिपकर बैठता था। जब मैं लता के निकट कलियों एवं पुष्पों को लेने जाती थी, तो लता के बीच छिपा हुआ गिल्लू मेरे कंधे पर कूदकर मुझे अचानक चौंका देता था। वह इस जगत् से जीवन समाप्त कर चुका है, किन्तु मेरी आँखें उसे आज भी खोज रही हैं। लेकिन अब वह इस सोनजुही की जड़ में मिट्टी होकर मिल गया होगा। शायद वह इसे स्वर्णिम कली के बहाने मुझे चौंकाने के लिए ऊपर आ गया हो। इसे कौन जान सकता है। एक दिन अचानक मैंने कमरे से बरामदे में आकर देखा कि दो कौए एक गमले में चोंचों से छुवा-छुवौवल का खेल खेल रहे हैं। धार्मिक ग्रन्थों में कौए का वर्णन ‘कागभुशुण्डि’ के नाम से किया गया है। बड़ा ही अद्भुत प्राणी है। लोक मानस में यह एक साथ विरोधी व्यवहार प्राप्त करता है। कभी यह अत्यधिक आदर प्राप्त करता है और कभी अनादर, कभी सम्मानित होता है और कभी अपमानित।

3.गिल्लू की सोनजुही की लता के नीचे समाधि दी गयी।

16.

गिल्लू कौन था? उसकी विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।

Answer»

गिल्लू एक जीव था। वह बहुत ही जानकार था। वह लेखिका की थाली में बैठकर खाना खाता था। जब गिल्लू को भूख लगती थी तो वह चिक-चिक की आवाज करता था। काजू उसे बेहद पसन्द था। यदि उसे काजू नहीं मिलता था तो पिंजड़े में रखी दूसरी चीजें वह गिरा देता था।

17.

गिल्लू पाठ से दस सुन्दर वाक्य लिखिए।

Answer»

सोनजुही में आज एक पीली कली लगी है। हमारे बेचारे पुरखे न गरुड़ के रूप में आ सकते हैं, न मयूर के, न हंस । के। मैं उसे गिल्लू कहकर बुलाने लगी। भूख लगने पर वह चिक-चिक की आवाज करती। काजू या बिस्कुट मिल जाने पर पंजे से पकड़कर उसे कुतरता रहता था। फिर गिल्लू के जीवन का प्रथम बसन्त आया। नीम-चमेली की गन्ध मेरे कमरे में हौले-हौले आने लगी। मेरे पास बहुत से पशु-पक्षी थे। गिल्लू इनमें अपवाद था। जब मैं खाने की मेज पर बैठती तो गिल्लू मेरी थाली के पास बैठ जाता और थाली में से एक-एक चावल निकालकर कुतरता रहता। मेरे साथ खाने की हिम्मत अन्य पशु-पक्षियों की कभी नहीं हुई। काजू गिल्लू का प्रिय खाद्य था। कई दिन तक काजू न मिलने पर वह अन्य खाने की चीजें या तो लेना बन्द कर देता था या झूले के नीचे फेंक देता था।

18.

निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजियेमेरे पास बहुत-से पशु-पक्षी हैं और उनका मुझसे लगाव भी कम नहीं है, परन्तु उनमें से किसी को मेरे साथ मेरे थाली में खाने की हिम्मत हुई है, ऐसा मुझे स्मरण नहीं आता।गिल्लू इनमें अपवाद था। मैं जैसे ही खाने के कमरे में पहुँचती, वह खिड़की से निकलकर आँगन की दीवार, बरामदा पार करके मेज पर पहुँच जाता और मेरी थाली में बैठ जाना चाहता । बड़ी कठिनाई से मैंने उसे थाली के पास बैठना सिखाया, जहाँ बैठकर वह मेरी थाली में से एक-एक चावल उठाकर बड़ी सफाई से खाता रहता । काजू उसका प्रिय खाद्य था और कई दिन काजू न मिलने पर वह अन्य खाने की चीजें या तो लेना बन्द कर देता था या झूले के नीचे फेंक देता था।(1) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।(2) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।(3) गिल्लू को क्या बेहद पसंद था?

Answer»

1.सन्दर्भप्रस्तुत गद्यांश पाठ्य-पुस्तक हिन्दी गद्य में संकलित एवं महादेवी वर्मा द्वारा लिखित गिल्लू पाठ से उद्धृत है। प्रस्तुत अवतरण में गिल्लू के खान-पान का वर्णन है।

2.रेखांकित अंशों की व्याख्या-लेखिका कहती है कि मेरे पास बहुत से पशु-पक्षी हैं। सभी के साथ मेरा असीम लगाव है, लेकिन किसी को मेरे साथ मेरी थाली में खाने की हिम्मत नहीं हुई। गिल्लू इसका अपवाद था। मैं खाना खाने के लिए जैसे ही मेज के पास जाती गिल्लू कूद-फाँदकर खाने की मेज पर पहुँच जाता और मेरी थाली में बैठना चाहता। मैंने बड़ी मुश्किल से उसे थाली के पास बैठना सिखाया। उसके बाद गिल्लू मेरी थाली के पास बैठकर एक-एक चावल निकालकर खाता था। काजू उसे बेहद पसंद था। यदि कई दिन काजू न मिले तो अन्य चीजें भी खाना बन्द कर देता था। या झूले, के नीचे गिरा देता था।

3.गिल्लू को काजू बेहद पसंद था।

19.

गिल्लू के प्रति महादेवी वर्माजी की ममता का वर्णन कीजिए ।

Answer»

जब गिल्लू घायल हुआ तब उस पर रुई से रक्त पोंछकर पेन्सिलिन का मरहम लगाया। गिल्लू को पकडकर एक लंबे लिफाफे में रखती थी महादेवी वर्मा ने गिल्लू को काजू और बिस्कुट खाने को देती थी। वर्माजी ने गिल्लू को मुक्त करना आवश्यक समझकर खिड़की के कीले निकालकर जाली का एक कोना खोल दिया और इस मार्ग से गिल्लू बाहर जाने पर सचमुच ही मुक्ति की साँस ली। वर्माजी ने बडी कठिनाई से उसे थाली के पास बैठना सिखाया और एक-एक चावल उठाकर सफाई से खाना सिखाया । तब गिल्लू का अंत नजदीक आया तो उसके पंजे ठंडे हो रहे थे तो हीटर जलाकर उसे उष्णता देने की कोशिश की।

20.

गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए।

Answer»

गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती इसलिए गिल्लू की जीवन-यात्रा | का अंत आ ही गया। दिन भर उसने न कुछ खाया, न बाहर गया। पंजे इतने ठंडे हो रहे थे कि लेखिका ने हीटर जलाकर उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया। लेकिन प्रभात की प्रथम किरणों के साथ ही गिल्लू चिर निद्रा में सो गया।

21.

कारक का नाम लिखिए:उदा- गमले के चारों ओर – संबंध कारक1.   मुँह में एक बूंद पानी2.   गिल्लू को पकडकर 3.   जीवन का प्रथम वसंत 4.   खिडकी की खुली जाली 5.   मैंने कीलें निकालकर 6.   झूले से उतरकर 7.   सुराही पर लेट जाता 8.   कुछ पाने के लिए 

Answer»

उदा- गमले के चारों ओर – संबंध कारक

1.   मुँह में एक बूंद पानी – अधिकरण कारक

2.   गिल्लू को पकडकर – कर्म कारक

3.   जीवन का प्रथम वसंत – संबंध कारक

4.   खिडकी की खुली जाली – संबंध कारक

5.   मैंने कीलें निकालकर – कर्ता कारक

6.   झूले से उतरकर – करण कारक

7.   सुराही पर लेट जाता – अधिकरण कारक

8.   कुछ पाने के लिए – संप्रदान कारक

22.

उदाहरणसहित व्यंजन संधि लिखिए:

Answer»

व्यंजन संधि

व्यंजन के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मेल से
उत्पन्न परिवर्तन की व्यंजन संधि कहते हैं।
उदाहरण :
जगत् + नाथ = जगन्नाथ
सत् + आचार = सदाचार
वाक् + मय = वाङ्मय
वाक् + ईश = वागीश
षट् + दर्शन = षड्दर्शन

23.

संधि विच्छेद करके लिखिए:तल्लीन चिदानंद दिगम्बर सज्जन सद्गति 

Answer»

तल्लीन = तत् + लीन
चिदानंद = चित् + आनंद
दिगम्बर = दिक् + अम्बर
सज्जन = सत् + जन
सद्गति = सत् + गति

24.

‘समादरित’ शब्द का सन्धि-विच्छेद करते हुए सन्धि का नाम बताइए –

Answer»

समादरित – सम + आदरित – दीर्घ सन्धि

25.

लेखिका ने अपनी रचनाओं में किन-किन शैलियों का प्रयोग किया है?

Answer»

लेखिका में अपनी रचनाओं में चित्रोपमे वर्णनात्मक शैली, विवेचनात्मक शैली, मात्रात्मक शैली, व्यंग्यात्मक शैली, आलेकारिक शैली; ‘सूक्ति शैली, ‘उद्धरण शैलियों का प्रयोग किया है।

26.

लेखिका ने कौए को समादरित, अनादरित, अतिसम्मानित तथा अतिअवमानित क्यों कहा है?

Answer»

पितृपक्ष में कौए का महत्त्व बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त किसी प्रियजन के आने की सूचना अपने कर्कश स्वर में देता है। इसलिए यह समादरित और अति सम्मानित है। हम कौए के काँव-काँव करने को अवमानना के अर्थ में ही प्रयुक्त करते हैं इसलिए अनादरित और अतिअवमानित है।

27.

खाली जगह भरिए:एकवचन बहुवचन1. ऊँगली – …………2. ………. – आँखें3. पूँछ – …………4. ……….. – खिडकियाँ5. फूल – ……………6. ……… – पंजे7. लिफाफा – …………..8. कौआ – ……………9. ………… – गमले10. ………. – घोंसले

Answer»

एकवचन   बहुवचन
1. ऊँगली – उँगलियाँ
2. आँख – आँखें
3. पूँछ – पूँछे
4. खिडकी – खिडकियाँ
5. फूल – फूल
6. पंजा – पंजे
7. लिफाफा – लिफाफे
8. कौआ – कौए
9. गमला – गमले
10. घोंसला – घोंसले

28.

दिए गए सही स्त्रीलिंग शब्दों को चुनकर सम्बन्धित पुल्लिंग शब्द के आगे लिखिए:(मयूरी, लेखिका, श्रीमती, कुतिया)

Answer»

   पुल्लिंग   स्त्रीलिंग
1. लेखक – लेखिका
2. श्रीमान – श्रीमती
3. मयूर – मयूरी
4. कुत्ता – कुतिया

29.

रिक्त स्थान भरिए:1.   यह ………… भी विचित्र पक्षी है।2.   उसी बीच मुझे ……….. में आहत होकर कुछ | दिन अस्पताल में रहना पड़ा।3.   गिल्लू के जीवन का प्रथम ………… आया ।4.   मेरे पास बहुत ………… हैं।5. गिल्लू की ……….. का अंत आ ही गया

Answer»

1.   काक

2.   मोटर दुर्घटना

3.   वसंत

4.   पशु-पक्षी

5.   जीवन-यात्रा​​​​​​

30.

इस पाठ से लेखिका के स्वभाव आदि के बारे में आपको क्या-क्या ज्ञात होता है?

Answer»

इस पाठ से लेखिका के स्वभाव के बारे में जानकारी मिलती है कि लेखिका का स्वभाव दयालु है। वह जीवजन्तुओं पर दया करती है। गिल्लू का उन्होंने घायलावस्था में  उपचार किया। उसको वह अपने साथ भोजन कराती थी। गिल्लू परिवार का सदस्य जैसा था।

31.

अंग्रेजी में अनुवाद कीजिएः1. कई घंटे के उपचार के उपरांत उसके मुँह में | एक बूंद पानी टपकाया जा सका।2. बड़ी कठिनाई से मैंने उसे थाली के पास बैठना सिखाया।3. गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।4. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न वह बाहर गया।

Answer»

1. After hours of treatment it took a drop of water in its mouth.

2. With great difficulty I taught it to sit near the plate.

3. Gillu always used to sleep near the pot.

4. Whole day Gillu did not eat anything nor went outside.

32.

गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाता था?

Answer»

गिलहरी गर्मी के दिनों में लेखिका के पास रखी सुराही पर लेट जाता था।

33.

लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पंडा?

Answer»

लेखिका को मोटर-दुर्घटना में आहत होने के कारण से अस्पताल में रहना पड़ा।

34.

गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है?

Answer»

गिलहरी की समाधि सोनजुही लता के नीचे बनायी गयी है।

35.

लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखाई पडी?

Answer»

लेखिका को गिलहरी गमले और दीवार की संधि में छिपी पडी । काकद्वय की चोंचों के दो । घाव उस लघुप्राण के लिए बहुत थे । इसलिए वह निश्चेष्टं-सा गमले से चिपका पड़ा था।

36.

गिलहरी का बच्चा कहाँ पडा था ?

Answer»

गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार की संधि में पड़ा था।

37.

वर्माजी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थी?

Answer»

वर्माजी गिलहरी को ‘गिल्लू’ नाम से बुलाती थी।

38.

गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था?

Answer»

गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।

39.

गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बन्द रहता था? 

Answer»

गिलहरी को लघु गात लिफाफे में बन्द | रहता था।

40.

गिल्लू के किन-किन व्यवहारों से पता चलता है कि वह समझदार प्राणी था?

Answer»

भूख लगने पर गिल्लू चिक-चिक करके सूचना देता था। काजू और बिस्कुट मिल जाने पर पंजे से पकड़कर कुतरकुतर कर खाता । लेखिका कहती है कि जब मैं खाने की मेज पर बैठती तो गिल्लू थाली के पास आकर बैठ जाता और एक-एक चावल मेरी थाली से निकालकर खाता।गर्मी के मौसम में गर्मी से बचने के लिए कमरे में रखी मेरी सुराही पर लेट जाता। इससे यह मालूम होता है कि गिल्लू एक समझदार प्राणी था।

41.

निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजियेमेरी अस्वस्थता में वह तकिये पर सिरहाने बैठकर अपने नन्हें-नन्हें पंजों से ये मेरे सिर और बालों को इतने हौले-हौले सहलाता रहता कि उसका हटना एक परिचारिका के हटने के समान लगता।गर्मियों में जब मैं दोपहर में काम करती रहती तो गिल्लू ने बाहर जाता, न अपने झूले में बैठता। उसने मेरे निकट रहने के साथ गर्मी से बचने का एक सर्वथा नया उपाय खोज निकाला था। वह मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता और इस प्रकार समीप भी रहता और ठण्डक में भी रहता।गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अत: गिल्लू की जीवन-यात्रा का अन्त आ ही गया। दिनभर उसने न कुछ खाया और न बाहर गया। रात में अन्त की यातना में भी वह अपने झूले से उतरकर मेरे बिस्तर पर आया और ठण्डे पंजों से मेरी वही उँगली पकड़कर हाथ से चिपक गया, जिसे उसने अपने बचपन की मरणासन्न स्थिति में पकड़ा था।पंजे इतने ठण्डे हो रहे थे कि मैंने जागकर हीटर जलाया और उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया, परन्तु प्रभात की प्रथम किरण के स्पर्श के साथ ही वह किसी और जीवन में जागने के लिए सो गया ।(1) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।(2) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।(3) गिल्लू गर्मी से बचने के लिए किस पर लेट जाता था?

Answer»

1.सन्दर्भप्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक हिन्दी गद्य में संकलित एवं महादेवी वर्मा द्वारा लिखित गिल्लू नामक पाठ से अवतरित है। प्रस्तुत अवतरण में लेखिका ने बताया है कि यदि मैं घर पर रहती तो गिल्लू सदैव मेरे निकट ही रहना चाहता था।

2.रेखांकित अंशों की व्याख्यालेखिका कहती है कि गर्मियों में जब मैं अपने लिखने-पढ़ने में व्यस्त रहती तो गिल्लू न बाहर जाता था और न ही अपने झूले पर जाता था। वह सदैव मेरे करीब ही रहता था। गिल्लू गर्मी से बचने के लिए मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था। इस तरह वह एक पल भी मुझसे अलग नहीं होना चाहता था।
गिलहरियों की जीवनावधि बहुत अल्प होती है, मुश्किल से दो वर्ष । इसलिए जब गिल्लू की जीवन-यात्रा का न्त करीब आया तो उसने दिनभर ने कुछ खाया-पिया और न ही बाहर गया। रात में अपने झूले से उतरकर मेरे बिस्तर पर आ और मेरी उँगली पकड़कर मेरे हाथ से चिपक गया जिसे उसने अपने बचपन की मरणासन्न स्थिति में पकड़ा था। उसका शरीर अल ठण्डा पड़ गया था। मैंने हीटर जलाकर उसे गर्मी प्रदान करने का प्रयास किया लेकिन गिल्लू का अन्त तो करीब था। प्रात:कानते ही उसने इस संसार से विदा ले ली।

3.गिल्लू गर्मी से बचने के लिए सुराही पर लेट जाता था।

42.

अनुरूप शब्द लिखिए :1.   1907 : महादेवी वर्मा जी का जन्म :: 1987 : …………….2.   गुलाब : पौधा :: सोनजुही : …………….3.   हंस : सफेद :: कौआ : ………..4.   बिल्ली : म्याऊँ-म्याऊँ :: गिल्लू :5.   कोयल : मधुर स्वर :: कौआ : ……

Answer»

1. महादेवी वर्मा जी का निधन

2. फूल

3. काला

4. चिक-चिक

5. कर्कश

43.

अपने किसी पालतू जन्तु के विषय में वर्णन कीजिए।

Answer»

मेरे पास एक नेवला है। यह बहुत ही जानकार जन्तु है। यह पूरे घर में टहलता रहता है। जब मैं घर से बाहर निकलता हूँ तो यह भी मेरे साथ निकल पड़ता है। यह घर के आस-पास कीड़े-मकोड़ों को खाता रहता है। नेवले के कारण घर के आस-पास सर्प का भय नहीं होता है।

44.

महादेवी वर्मा की दो रेखाचित्र कृतियों का नामोल्लेख कीजिए।

Answer»

‘स्मृति की रेखाएँ’ और ‘अतीत के चलचित्र’ महादेवी वर्मा के दो रेखाचित्र हैं।

45.

विलोम शब्द लिखिए:बलवान × बलहीन1.   बुद्धिमान 2.   शक्तिमान3.   दयावान 

Answer»

बलवान × बलहीन

1.   बुद्धिमान × बुद्धिहीन

2.   शक्तिमान × शक्तिहीन

3.   दयावान × दयाहीन