InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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Ram lakshman parshuram sanvad me गधिसूनु kon tha??? |
| Answer» विशवमित्र | |
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Karun Ras ka example........ ? |
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Answer» सीता गयी तुम भी चले मैं भी ना जीऊँगा यहां, सुग्रीव बोले साथ में सब जाएंगे वानर वहां। एक दिन न्यू यॉर्क भी मेरी तरह हो जाएगा, जिसने मिटाया है मुझे वस भी मिटाया जाएगा। करुण रस का स्थायी भाव शोक होता हैं।उदहारण:- हा सही न जाती मुझसेअब आज भूख की ज्वालाकल से ही प्यास लगी हैहो रहा हृदय मतवाला। सुनती हूँ तू राजा है मैं प्यारी बेट तेरी क्या दया न आती तुझको यह दशा देखकर मेरी।???यद्यपि आपको कोई भी असंतुष्टि हो आप फिर से पूछ लें।धन्यवाद??? |
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2019 ka |
| Answer» | |
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किसी जंगल में एक शेर रहता था , में किसी क्या है। |
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Answer» Complete paper solved अनीशचय वाचक सर्वनाम। स्त्रीलींग। एकवचन।।।। |
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Which chapters are deleted from the syllabus |
| Answer» See in cbse website | |
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Fasal kavita mein kavi ne ek ke nhi do ke nhi ki aavriti se kya vishesta utpan ki gyi h |
| Answer» | |
| 5857. |
Lekhikha ka apni yatra main jin pahadi mulyo ko aanklit kiya hai unhae spayst kare |
| Answer» | |
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pad parichy |
| Answer» | |
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Ras ki se kehte hain aur uske bhed likhiye |
| Answer» Kisi kavya ko padne ya likhne me hame jo aanand ki anubhuti hoti he use ras kehte he . Ras kavya ki aatma mana jata he | |
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Tell me about pad parichay and ras |
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Answer» 1 sabad k bare m Jo v aap jaante h use pad parichai kejte hJaise :- राम ==> पुंलिग , व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन I think u should prefer you tube. ...?? |
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रस का राजा किसे कहते हैं |
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Answer» श्रृंगार रस bhai shringar ras |
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रस का खोज किसने किया है |
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Answer» Noo anurag jjii Bharat muni R u use fb No idea... |
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Neta ji ka chasmah ke summary |
| Answer» | |
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Aap m se kisi ke pass it ki koi refresher h |
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Answer» exam idea he Batao n Hmm he but which one H to kon si |
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सूर्यकांत त्रिपाठी " निराला" कौन थे? |
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Answer» Poet Not writer...he was a poet.. Writer of poembadal |
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2 character sticks of hari har kaka |
| Answer» | |
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Kriya shabad for soona |
| Answer» | |
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surdas ki jhopdi ki summary |
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Answer» Budha captain Netaji ka chasma roj kon lagata tha |
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लेखक ने रहस्यमी वातावरण किसे कहा h |
| Answer» | |
| 5870. |
CBSE NCERT Hindi Kshitij chapter 2 question answer solution |
| Answer» You will find it on this aap go to Hindi subject and choose the chapter and you will be able to find your answers. | |
| 5871. |
यशपाल जी ने लखनवी अंदाज नामक व्यंग कहानी क्या साबित करने के लिए लिखी थी? * |
| Answer» | |
| 5872. |
वाचय किसे कहते है |
| Answer» वाच्य- वाच्य का अर्थ है ‘बोलने का विषय।’क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि उसके द्वारा किए गए विधान का विषय कर्ता है, कर्म है या भाव है, उसे वाच्य कहते हैं। | |
| 5873. |
विस्मय किस रस का स्थाई भाव है ? |
| Answer» अद्भुत रस का स्थायी भाव \'विस्मय\' होता है | |
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अपने छोटे भाई के जन्मदिन के अवसर पर बधाई/ सुन कामना हेतु एक आकर्षक सन्देश तैयार कीजिए। |
| Answer» | |
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अयमय खाँड़ न ऊखमय\' का तात्पर्य स्पष्ट कीजिए। |
| Answer» विश्वामित्र ने परशुराम की अभिमानपूर्वक प्रकट की जाने वाली अपनी वीरता संबंधी बातों को सुन कर व्यंग्य भाव से कहा था कि मुनि को हरा-ही--हरा सूझ रहा था। वे सामान्य क्षत्रियों को सदा युद्ध\xa0में हराते रहे थे। इसलिए उन्हें लगने लगा था कि वे राम-लक्ष्मण को भी युद्ध\xa0में आसानी से हरा देंगे पर वे यह नहीं समझ पा रहे थे कि ये दोनों साधारण क्षत्रिय नहीं थे। वे गन्ने से बनी खांड के समान नहीं थे बल्कि फौलाद के बने खांडे के समान थे। मुनि व्यर्थ में बेसमझ बने हुए थे और इनके प्रभाव को नहीं समझ पा रहे थे। | |
| 5876. |
अपने किसी मन पसन्द उत्पाद का 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए। |
| Answer» | |
| 5877. |
फादर कामिल बुल्के को मानवीय करुणा की दिव्य चमक क्यों कहा गया है? स्पष्ट कीजिए। |
| Answer» लेखक ने फ़ादर कामिल बुल्के को मानवीय करुणा की दिव्य चमक इसलिए कहा है क्योंकि फ़ादर नेक दिल वाले वह व्यक्ति थे जिनकी रगों में दूसरों के लिए प्यार, अपनत्व और ममता भरी थी। वह लोभ, क्रोध कटुभाषिता से कोसों दूर थे। वे अपने परिचितों के लिए स्नेह और ममता रखते थे। वे दूसरों के दुख में सदैव शामिल होते थे और अपने सांत्वना भरे शब्दों से उसका दुख हर लेते थे। लेखक को अपनी पत्नी और बच्चे की मृत्यु पर फ़ादर के सांत्वना भरे शब्दों से शांति मिली थी। वे अपने प्रेम और वत्सलता के लिए जाने जाते थे। | |
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लेखक को यह फिक्र हूई |
| Answer» konse lekhak ko konsi fikr? ?question toh clearly pucho | |
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उस स्थान का नाम जहां जौराज पंचम प्रतिमा रखी गई है |
| Answer» नई दिल्ली | |
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जी एम मेमोरियल पब्लिक स्कूल रानीखेत मे शिक्षको की भर्ती हेतु विज्ञापन लिखिए |
| Answer» | |
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Lekah ke second class ke debe mein yatra kyu ki |
| Answer» लेखक की सेकंड क्लास में यात्रा करने के निम्न कारण है1)बहुत दूर जाना नही था इसलिए उन्हें सेकंड क्लास में सफर करने में कोई दिकत नही थी।2)सेकंड क्लास में खिड़की के पास बैठकर भीड़-भाड़ से दूर लिखने के नय विचार मिल पाएंगे और वे बाहर का नज़ारा भी ले पाएंगे। | |
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1- नेता जी का चश्मा पाठ मे पानबाले की विशेषताए लिखिए ? |
| Answer» पान वाला ऐक काला मोटा ओर खूस मीज़ाइल अादमी था | |
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\'उत्साह\' कविता में नवजीवन वाले किसे कहा गया है और क्यों ? |
| Answer» उ0~~पेडो के पत्तो को । | |
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एक कविता पूरी करना है lकविता का शीर्षक है ---संकल्प यही दोहराना है -----------पर्यावरण बचाना है l |
| Answer» | |
| 5885. |
कन्यादान कविता में कौन किसे संदेश दे रहा है? |
| Answer» | |
| 5886. |
Upvan me fool khilte hhh.Uper diye dye vakya me upvan ka pad parichay kare. |
| Answer» Pul_ling...ek vachan...svrnam... Jativachak sangya | |
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बच्चे ने गेंद को फेंक दिया। |
| Answer» | |
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Sparsh, sancheyan |
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Answer» ਕਬੀਰ ਕੇ ਅਨੁਸਾਰ ਈਸ਼ਵਰ ਕਿਸਕੇ ਕਬੀਰ ਕੇ ਅਨੁਸਾਰ Sparsh ? |
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नेताजी की मूर्ति किस से बनी थी? |
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Answer» Netajii ji ki murti sangmarmar se bani thi aur murti ko master motilal ji ne banai thi संगमरमर से बनी थी By the stone मास्टर मोतीलाल। |
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नेताजी का चश्मा पाठ के लेखक कौन है |
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Answer» स्वयं प्रकाश Swaym prakash is the poet of this story. स्वयं प्रकाश स्वयं प्रकाश इस पाठ के लेखक हैं। \xa0नेताजी का चश्मा पाठ के लेखक स्वयं प्रकाश जी थे जो समकालीन कहानी में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले कहानीकार थे।एक कंपनी में\xa0कार्यरत एक साहब अक्सर अपनी कंपनी के काम से बाहर जाते थे | हालदार साहब एक कस्बे से होकर गुजरते थे |\xa0वह क़स्बा बहुत ही छोटा था| कहने भर के लिए बाज़ार और पक्के मकान थे| लड़कों और लड़कियों का अलग अलग स्कूल था |\xa0मुख्य बाज़ार के मुख्य चौराहे पर नेताजी की मूर्ति थी | मूर्ति कामचलाऊ थी पर कोशिश सराहनीय थी |\xa0संगमरमर की मूर्ति थी पर उसपर चश्मा असली था |\xa0चौकोर और चौड़ा सा काला रंग का चश्मा |\xa0फिर एक बार गुजरते हुए देखा तो पतले तार का गोल चश्मा था |\xa0जब भी हालदार साहब उस कस्बे से गुजरते तो मुख्य चौराहे पर रूककर पान जरुर खाते और नेताजी की मूर्ति पर बदलते चश्मे को देखते |\xa0एक बार पानवाले से पूछा की ऐसा क्यों होता है तो पानवाले ने बताया की ऐसा कैप्टेन चश्मे वाला करता है |\xa0जब भी कोई ग्राहक आटा और उसे वही चश्मा चाहिए तो वो मूर्ति से निकलकर बेच देता और उसकी जगह दूसरा फ्रेम लगा देता |\xa0पानवाले ने बताया की जुगाड़ पर कस्बे के मास्टर साहब से बनवाया वह मूर्ति, मास्टर साहब चश्मा बनाना भूल गए थे |\xa0और पूछने पर पता चला की चश्मे वाले का कोई दूकान नहीं था बल्कि वो बस एक मरियल सा बूढा था जो बांस पर चश्मे की फेरी लगाता था | जिस मजाक से पानवाले ने उसके बारे में बताया हालदार साहब को अच्छा न लगा और उन्होंने फैसला किया\xa0दो साल तक साहब वहां से गुजरते रहे और नेताजी के बदलते चश्मे को देखते रहे | कभी काला कभी लाल, कभी गोल कभी चौकोर, कभी धूप वाला कभी कांच वाला | एक बार हालदार साहब ने देखा की नेताजी की मूर्ति पर कोई चश्मा नहीं है | पान वाले ने उदास होकर नम आँखों से बताया की कैप्टन मर गया |\xa0वो पहले ही समझ चुके थे की वह चश्मे वाला एक फ़ौजी था और नेताजी को उनके चश्मे के बगैर देख कर आहत हो जाता होगा | अपने जी चश्मों में से एक चश्मा उन्हें पहना देता और जब भी कोई ग्राहक उसकी मांग करते तो उन्हें वह नेताजी से माफ़ी मांग कर ले जाता और उसकी जगह दूसरा सबसे बढ़िया चश्मा उन्हें पहना जाता होगा | और उन्हें याद आया की पानवाले से हस्ते हुए उसे लंगड़ा पागल बताया था | उसके मरने की बात उनके दिल पर चोट कर गयी और उन्होंने फिर कभी वहां से गुजरते वक़्त न रुकने का फैसला किया | पर हर बार नज़र नेताजी की मूर्ति पर जरुर पड़ जाती थी |\xa0एक बार वो यह देख कर दंग रह गये की नेताजी की मूर्ति पर चश्मा चढ़ा है | जाकर ध्यान से देखा तो बच्चो द्वारा बनाया एक चश्मा उनकी आँखों पर चढ़ा था | इस कहानी से यह बताने की कोशिश की गयी है की हम देश के लिए कुर्बानी देने वाले जवानों की कोई इज्जत नहीं करते| उनके भावनाओं की खिल्ली उड़ा देते और न ही हमारे स्वतंत्रता के लिए जान लगाने वाले महान लोगों की इज्ज़त करते हैं | पर बच्चों ने कैप्टन की भावनाओं को समझा और नेताजी की आँखों को सुना न होने दिया | |
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| 5891. |
लखनवी अंदाज के लेखक ने सेकंड क्लास की ट्रेन में क्यों ली टिकट |
| Answer» \tलेखक ने सेकंड क्लास का टिकट इसलिए खरीदा होगा क्योंकि उन्हें ज्यादा दूर नहीं जाना था| वह भीड़ से हटकर नई कहानी के बारे में सोचते हुए यात्रा करना चाहते थे | इसके अतिरिक्त उन्होंने सोचा कि वह प्राकृतिक दृश्यों का भी आनंद उठा लेंगे | | |
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Dhanush tootne par parishram ne par se ko dekh kar lakshaman ko na marne me kya harkat diya |
| Answer» | |
| 5893. |
parvat ki visalta ko kave na kis prakar chitrit ki h |
| Answer» | |
| 5894. |
वीरेन्द्र संधि |
| Answer» | |
| 5895. |
bade bhai sahab kahima ke Nayak kon hai tark sahit likhiye |
| Answer» | |
| 5896. |
पाठ 7 का पहले पद्यांश से कुछ प्रशन? |
| Answer» | |
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इस पूरे प्रसंग में व्यंग का अनूठा सौंदर्य है उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए |
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Answer» तुलसी दास हिंदी के श्रेष्ठतम भक्त कवियों में से एक है जिन्होंने गंभीरतम दार्शनिक काव्य लिखने के साथ-साथ व्यंग्य का अनूठा सौंदर्य भी प्रस्तुत किया है। इस प्रसंग में लक्ष्मण ने मुनि परशुराम की करनी और कथनी पर कटाक्ष करते हुए व्यंग्य की सहज-सुंदर अभिव्यक्ति की है। लक्ष्मण ने शिवजी के धनुष को धनुही कह कर परशुराम के अहं को चुनौती दी थी। उन्होंने व्यंग्य भरी वाणी में कहा था-(i) बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी।पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पहारू।।(ii) इहां कुम्हड़बतिया कोउ नाहीं। जे तरजनी देखि मारि जाहीं।।देखि कुठारु सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना।।लक्ष्मण ने व्यंग्य करते हुए परशुराम से कहा था कि उन्हें जो चाहे कह देना चाहिए। क्रोध रोक कर असहय दुःख नहीं सहना चाहिए। परशुराम तो मानो काल को हाँक लगा कर बार-बार बुलाते थे। भला इस संसार में कौन ऐसा था जा उनके शील को नहीं जानता था। वे तो संसार में प्रसिद थे। वे अपने माता-पिता के ऋण से मुक्ता हो चुके थे तो उन्हें अपने गुरु के ऋण से भी मुक्त हो जाना चाहिए था।सो जनु हमरेहि माथें\xa0काढ़ा। दिन चलि गये\xa0ब्याज बड़ बाढ़ा।अब आनिअ ब्यवहरिआ बोली। तुरत देउँ मैं थैली खोली।।वास्तव मे लक्ष्मण ने परशुराम के स्वभाव और उनके कथन के ढंग पर व्यंग्य कर अनूठे सौंदर्य की प्रस्तुति की\xa0। अध्याय 2 राम लक्ष्मण परशुराम संवाद....... क्षितिज से |
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संचयन पाठ 2 |
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Answer» Andaman - nicobar ki katha he तंतारा धामों कहां की कथा है |
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लखन का तत्सम रूप लिखिए। |
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Answer» Laxman Lakshman लक्ष्मण |
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| 5900. |
Maa ka konsa dikh pramanik tha |
| Answer» | |