Explore topic-wise InterviewSolutions in Class 11.

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your Class 11 knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

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Kabirdas ne kis prakar aatma ko avinashi kiya he

Answer» कबीर ने बताया है कि आत्मा और परमात्मा एक ही है ।ओर इस दुनिया में को अलग भगवान नहीं है जिस प्रकार एक है हवा ,एक पानी उसी प्रकार ईस्वर भी एक ही है।
552.

We ankhe

Answer»
553.

हिंदी में कहा तक का पाठ्यक्रम अर्धवार्षिक परीक्षा में शामिल है??????

Answer»
554.

Pathika ka man kaha vicharna chahta hay

Answer»
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Log Mira ko bavri Kyo kahate hay

Answer» लोग मीरा को बावरी इसलिए कहते ह क्युकी वे अपने प्रभु श्री कृष्ण की भक्ति लिन रहा करती थी । उसे ये भी नहीं पता रहेता था कि वो क्या कर रही ।उदा.जब राणा मीरा को विष का प्याला दिया था तो उसने उसे हस कर पी लिया था और बोला की मुझे मेरे प्रभु बचा लेगे ।
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Mira be apna pati kise mana or kyo

Answer» मीरा ने अपना पति श्री कृष्ण को माना था क्यू की बचपन में उसका ब्याह एक खेल खेल में हो चुका था ।
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Pandit alopidin ki gadiya kisne pakdi thi

Answer» मुंशी प्रेमचंद जी ने
558.

Lata mangeskar ki gayki me kon kon si visestaye hay

Answer» लता मंगेशकर के गीत की बहुत सारी विशेषताएं है ।उनका सुर बहुत ही कोमल है ।उनकी वाणी बहुत ही मीठी है।IMP-लता के गीत में नादमय उच्चार होता है।
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Pantid alopidin ki gadiyo ko kisne roki this

Answer» पंडित अलोपीदीन की गाड़ियों को मुंसी वंशीधर ने रोका था।
560.

Isthanantran praman patra hetu avedan patra

Answer»
561.

Log meera ko bavri Ku kehte hay

Answer»
562.

Padna likhana ko kis arth me prayukt kiya he

Answer»
563.

Khadiya Patti Kya hoti h

Answer»
564.

Chatra aur bijli sankat par aalekh

Answer»
565.

Duniya ki schai pr alekh likhiye

Answer»
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namak ka daroga Kahani se munshi premchand hamen kya sandesh Dena chahte Hain

Answer» Hame hamesa sachae k Raste par chalna chaeye or or hame Apna Kam pouri honestly karna chaeye<br>मुंशी प्रेमचंद की ये कहानी उस युग की है जब भारत में नमक बनाने और बेचने पर कई तरह के कर लगा दिए गए थे . इस कारण भ्रष्ट अधिकारीयों की चांदी हो गयी थी और नमक विभाग में काम करने वाले कर्मचारी दूसरे बड़े से बड़े विभागों की तुलना में अधिक ऊपरी कमाई कर रहे थे . कहानी के नायक है मुंशी बंसीधर जो एक निर्धन और कर्ज में डूबे परिवार के इक्लूते कमाने वाले हैं.किस्मत से उन्हें नमक विभाग मैं दरोगा की नौकरी मिल जाती है . अतिरिक्त आमदनी के अनेक मौके मिलने और वृद्ध पिता की अनेकों नसीहतों के बाद भी उनका मन धरम से डिगने को नहीं चाहता एक दिन अचानक उन्हें नमक की बहुत बड़ी तस्करी के बारे मैं पता चलता है और वे वहां पहुँच जाते हैं . इस तस्करी के पीछे वहां के सबसे बड़े ज़मींदार अलोपी दीन का हाथ है . जब पंडित अलोपी दीन को वहां बुलाया जाता है तो वे बड़ी निश्चिन्तता से आते हैं क्योंकि उन्हें पता है की पैसे से हर दरोगा को खरीदा जा सकता है. वे मुंशी जी को हज़ार रुपये की रिश्वत देने की पेशकश करते हैं लेकिन वाशी धर इसके लिए तैयार नहीं होते और उन्हें गिरफ्तार होने का हुक्म दे देते हैं. रकम बड़ते बड़ते चालीस हज़ार तक पहुँच जाने के बाद भी वंशी धर का इमान नहीं डिगता . पूरे शहर मैं पंडित जी की खूब बदनामी और थुक्काफजीहत होने के बाद भी जब वे पैसे के दम पर आदालत से बाइज्जत बरी हो जाते हैं और अपने रसूख से मुंशी जी को नौकरी से भी हटवा देते है तो वंशी धर की मुसीबतों का कोई ठिकाना नहीं रहता . पैसे की तंगी के साथ साथ उन्हें घर वालों के गुस्से का भी सामना करना पड़ता है .तभी अचानक एक अनहोनी होती है पंडित अलोपी दीन मुंशी जी के घर आकर उन्हें अपने बढ़िया वेतन और अनेक सुख सुविधाओं के साथ पूरे व्यवसाय और संपत्ति का प्रबंधक नियुक्त कर देते हैं. क्योंकि वे उनकी इमानदारी से बहुत प्रभावित होते हैं .\xa0
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Lahul kis jile mein aata hai

Answer» Lahul spiti jile m ata h<br>Apni fb id btao.. M btata hu??
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Apathit gadyansh with full answer

Answer» ans for these que<br>हर मनुष्य की अपनी कुछ कल्पनाएँ होती हैं। कल्पना करने और सपने देखने में फर्क है। कल्पना में उत्सुकता जुड़ने के साथ यदि मनुष्य अपनी इन्द्रियों पर संयम न रखे तो यहीं से प्रलोभन आरम्भ होता है। जीवन में प्रलोभन आया और नैतिक दृष्टि से आप ज़रा भी कमज़ोर हुए तो पतन की पूरी सम्भावना बन जाती है। देखते ही देखते आदमी विलासी, नशा करने वाला, आलसी, भोगी हो जाता है। प्रलोभन इन्द्रियों को खींचते हैं। इनका कोई स्थायी आकार नहीं होता, न ही कोई स्पष्ट स्वरूप होता है। इनके इशारे चलते हैं और इन्द्रियाँ स्वतंत्र होकर दौड़ भाग करने लगती हैं। गुलामी इन्द्रियों को भी पसंद नहीं। वे भी स्वतंत्र होना चाहती हैं। दुनिया में हरेक को स्वतंत्रता पसंद है और उसका अधिकार है, लेकिन जिस दिन इन्द्रियों का स्वतंत्रता दिवस शुरू होता है, उसी दिन से मनुष्य की गुलामी के दिन शुरू हो जाते हैं। इन्द्रियाँ सक्रिय हुई और मनुष्य की चिंतनशील सहप्रवृत्तियाँ विकलांग होने लगती हैं। देखा जाए तो बाहरी संसार की वस्तुओं में आकर्षण नहीं होता, लेकिन जब हमारी कल्पना और उत्सुकता उस वस्तु से जुड़ती हैं, तब उसमें आकर्षण पैदा हो जाता है। विवेक का नियंत्रण ढीला पड़ने लगता है, इन्द्रियों के प्रति हमारी सतर्कता गायब होने लगती है और वे दौड़ पड़ती हैं। इन्द्रियों को रोकने के लिए दबाव न बनाएँ। रुचि से उनका सदुपयोग करें। इसमें सत्संग बहुत काम आता है। सत्संग में मनुष्य की इन्द्रियाँ डायबर्ट होनी शुरू होती हैं। उनके आकर्षण के केन्द्र बदलने लगते हैं। उसमें एक ऐसी सुगंध होती है कि इन्द्रियाँ फिर उसी के आसपास मँडराने लगती हैं और यह हमारी कमज़ोरी की जगह ताकत बन जाती है।\xa0उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए। (2)इन्द्रियों के स्वतंत्र होने पर उसका परिणाम क्या होता है?\xa0(2)इन्द्रियों के उपयोग की बात किस रूप में की गई है?\xa0(2)सहप्रवृत्ति से क्या तात्पर्य है?\xa0(2)\'आकर्षण\' और \'स्वतंत्र\' का विलोम शब्द लिखिए। (2)<br>पत्र
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Project work of class 11th hindiJansanchar par lakh

Answer»
570.

kabeer ki dershti me ishvr ek he. iske smrthan me unhone kyaa tark diye he

Answer» Unhone bataya hai ki jaise kumhar ek hi mitti se alag alag bartan banata hai usi prakar ishwar bhi ek hi vastu se sabko alag alag banate hain
571.

namak.baroga

Answer»
572.

Blome. Sabd class 8 exam maPlease help me ??

Answer»
573.

Lata mageshkar ke gaan pan ka varan kijiye

Answer» Lata mangeshkar ko iss patha mein sabko sangit ke prati akarshit karte hue daeshaya gaya hau
574.

Miya Nasiruddin paragraph related question answer

Answer»
575.

धनराम मोहन से सजा पाकर भी उसका आदर क्यों करता था

Answer»
576.

वंशीधर तिवारी ने मोहन को पढ़ने के लिए मोहन को लखनऊ क्यों भेजा

Answer»
577.

मास्टर त्रिलोक सिंह मोहन पर क्यों प्रसन्न थे

Answer»
578.

मोहन ने पुरोहित जी का धंधा क्यों नहीं अपनाया

Answer»
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मीरा किसके पर्ति समर्पित है

Answer» मीरा श्री कृष्ण के प्रति समर्पित है मीरा बचपन से ही श्रीकृष्ण को अपना पति मानती थी
580.

Kabir k dukh ka anth kis prkar hoga

Answer»
581.

Eid ki Namaz ke dwara lekhak ne kya Sandesh Diya Hai

Answer»
582.

Galta loha path se para per aadharit prashn

Answer»
583.

Dhanram kiska beta ta a) Lohar ka b )Purohit kac) sunar ka

Answer» Ok tq ?<br>Lohar ka<br>Lohatka
584.

idgah ki namaz ke duara lekak ne kya sandes diya hai

Answer»
585.

Kabir ke dukho ka anth kis prakar hogs

Answer»
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Kabir ke anusaar veh kon sa marg hai jis se Hindu or musalmaan dono bhatak gaye hai?

Answer» Keval Hindu aur musalman hi nhi balki sara sansar hi Kabir aur ishwar ke batye marg se bhatak gaya hai aur wo marg hai Insaniyat ka
587.

सच्चे मार्ग से भटक कर लो क्या गाती है

Answer»
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धन राम मोहन को अपना प्रतीक क्यों नहीं समझता था

Answer» Isko na koi baat mt btaya kr na koi kaand kra kr iske saamne<br>\xa0बचपन में ही नीची जाति के धनराम के मन में यह बात बैठा दी गई थी कि ऊँची जाति वाले उनके प्रतिदंद्वी नहीं होते हैं। दूसरे कक्षा में मोहन सबसे बुद्धिमान बालक, पूरे विद्यालय का मॉनीटर और मास्टर त्रिलोक सिंह का यह बार-बार कहना कि मोहन एक दिन पूरे विद्यालय का नाम रोशन करेगा आदि बातों से भी धनराम मोहन को अपना प्रतिदंद्वी नहीं समझता था।
589.

Rajasthan ki Ret ki kya visheshtaen hain

Answer»
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Meera Krishna ki bhakti kis bhav se kar thi

Answer» Prem or nischal bhav se mira krishan ki bhakti karti thi
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एक परिपत्र तैयार कीजिए, जिसमें सरकारी कार्यालयों में स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जाए

Answer»
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ओन लाइन पढाई षर फिचर लिखिए

Answer» It is very easy.?Now a days we are doing online studies ????<br>परिचयऑनलाइन स्टडी अपनी सुविधा और आसान संचालन की प्रक्रिया से अधिक लोकप्रिय हो रहा है। इस निबंध में मैंनें ऑनलाइन अध्ययन से होने वाले लाभ और नुकसान के बारें में यहाँ विस्तार से बताया है।लाभऑनलाइन अध्ययन के तरीके से अध्ययन के कई फायदे है। यह बहुत सुविधाजनक है, इस सुविधा के उपयोग से आप अपने घर पर ही रहकर बातचीत कर सकते है। आप क्लासरूम की तरह यहाँ पर भी एक दुसरे से सवाल जबाब कर सकते है।प्राकृतिक आपदा या आपातकाल की स्थिति में ऑनलाइन अध्ययन की प्रक्रिया का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। इस प्रक्रिया का सही उदाहरण हाल ही में फैली कोविड-19 महामारी है, जिसका प्रभाव सारी दुनियाँ में है और इसके प्रभाव से बचने के लिए सभी प्रयत्नशील है। इन दिनों कई स्कूल छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन अध्ययन की प्रक्रिया को अपना रहें है। वास्तव में ऑनलाइन अध्ययन की प्रक्रिया स्कूली शिक्षा के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।नुकसानऑनलाइन अध्ययन की प्रक्रिया में कई लाभों के अलावा कुछ नुकसान भी हमारें सामनें प्रस्तुत होते है। जिस तरह वास्तविक कक्षा में जो उत्साह का वातावरण होता है यहाँ उस वातावरण का अभाव होता है। एक जीवंत कक्षा या लाइव क्लास में जो आनंद का माहौल होता है, ऑनलाइन अध्ययन में उस माहौल की कमी होती है। यहाँ पर एक शिक्षक और छात्र एक दुसरे से केवल एक ही विषय को लेकर बातचीत और चर्चा कर सकते है।इसके अलावा इसके कारण गैजेट का ओवर एक्सपोजर से स्वास्थ के कई खतरे जैसे कि सिरदर्द, आंखों का कमजोर होना और एकाग्रता में कमी आना इत्यादि का खतरा भी बढ़ जाता है।निष्कर्षस्वास्थ सम्बन्धित इतने नुकसान के बाद भी इस अध्ययन प्रक्रिया का उपयोग विशिष्ट परिस्थितियों में बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है। जब कि आपका घर छोड़ना आपकी सुविधा और स्वास्थ के लिए हानिकारक है तो उस स्थिति में ऑनलाइन अध्ययन की प्रक्रिया आपके लिए एक वरदान साबित हो जाता है।
593.

Aaaoo milkar basaii poem

Answer» Which poem??
594.

Multiple choice questions chapter 12568

Answer»
595.

Kabir chapter explain pad1 and padd2

Answer»
596.

महेन्द्र सिंह धोनी पर आलेख लीकिए

Answer»
597.

Chapter rajasthan ki

Answer»
598.

Are hinduon rahana paye se Kabir ka kya aashay hai aur kis rajya ki baat kar rahe hain

Answer» ईदगाह पाठ
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Mohan apne paitrik vyavsaye ko Kyon apnana nahi chahta tha?

Answer»
600.

Ve aanke ka bhavarth

Answer»