InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।चरण - कमल बंदी हरि राई।। जाकी कृपा पंगु गिरि लंघे, अंधे को सब कुछ दरसाई॥बहिरौ सुनै मूक पनिबोले, रंक चलै सिर छत्र धराई। सूरदास स्वामी करुणामय, बार - बार बन्दौ तेहि पाई॥ 1. कमल जैसा चरण वाला कौन है?A) ब्रह्मा B) शिवC) हरिD) कोई नहीं 2. सूरदास का स्वामी ऐसा हैA) कठोर B) निष्ठुरC) निर्दयीD) करुणामय3. जाकी कृपा …………. गिरि लंधै।A) अंधा B) पंगुC) रंकD) बहिरो 4. भगवान कृष्ण की कृपा से मूक क्या कर सकता है?A) बोल B) सुनC) देखD) चढ़5. ”बंदौ” शब्द का अर्थ क्या है?A) स्मरण B) वंदन C) भजन D) कीर्तन |
Answer»
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।फूल - फूल के कानों में तुमजा - जाकर क्या कहती हो?इतनी बात बता दो हमकोपास नहीं क्यों आती हो ? पास नहीं क्यों आती, तितलीदूर - दूर क्यों रहती हो ?फूल - फूल का रस लेती हो,हम से क्यों शरमाती हो ? 1. हमारे पास क्या नहीं आती?A) तितली B) फूलC) कली D) पेड2. फूल - फूल के कानों में जा - जाकर कौन कुछ कहती है?A) भौरा B) मक्खीC) तितलीD) मच्छर3. फूल - फूल का रस लेनेवाली क्या है?A) बर्फB) चाँदC) पेडD) तितली4. हम से कौन शरमाती है?A) फूल B) पेडC) तितलीD) पुष्प5. फूल शब्द का पर्याय लिखिए।A) पुष्पB) अंजलिC) जलD) वारि |
Answer»
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए। चित्रा ने अर्जुन को पाया।शिव से मिली भवानी थी। बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी॥1. चित्रा ने किसे पाया?A) शिव को B) अर्जुन कोC) भवानी कोD) हरबोलों को2. भवानी किससे मिली थी?A) शिव सेB) अर्जुन सेC) चित्रा सेD) राम से3. हम ने कहानी किनके मुँह से सुनी? A) हरबोलों केB) चित्रा केC) अर्जुन केD) शिव के4. कहानी शब्द का वचन बदलिए। A) कहानी B) कहानियाँC) कहानीयाँD) कहानिएँ5. कहानी शब्द का पर्यायवाची शब्दA) नाटक B) कथाC) कथन D) एकांकी |
Answer»
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।सामने से हठ अधिक न बोल द्विजिहब रस में विष मत घोल।उडाता है तू घर में कीच नीच ही होते हैं बस नीच।1. कहाँ से हठना है?A) नीचे सेB) सामने सेC) पीछे सेD) ऊपर से2. कैसे बोल न बोलना है?A) अधिकB) कुछC) बुरेD) मीठे3. द्विजिह्वा रस में किसे मत घोलना है? A) पानी को B) अमृत कोC) विष कोD) रस को4. नीच कैसे होते हैं?A) अच्छेB) विद्वानC) कीचD) नीच5. विष शब्द का पर्याय लिखिए।A) ज़हरB) अमृतC) पीयुष D) रस |
Answer»
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कविता का सारांश अपने शब्दों में लिखो |(या)“बाल स्वरूप राही’ द्वारा रचित “कौन” कविता पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिखिए। |
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Answer» कवि श्री बालस्वरूप राही अपनी कविता में अगर प्रकृति में सूरज, चाँद, पर्वत, पेड, झरने आदि न होने से क्या होता है?, मानव जीवन इनके बिना कैसी होती है? आदि के बारे में बताया हैं। कवि कहते हैं कि अगर चाँद न हो तो हमें रात के समय रास्ता कौन दिखाता? अगर सूरज न हो तो दिन में सुनहरे किरणों को कौन प्रसारित करता? अगर निर्मल अर्थात स्वच्छ जल के नदियाँ न हो तो जग में सभी प्राणियों का प्यास कौन बुझाते? अगर पर्वत न हो तो झरनें मीठे पानी लेकर कहाँ बहते? अर्थात मीठे पानी के झरनें नहीं दीख पडते । अगर पेड न हो तो पर्यावरण में हरियाली नहीं होती अर्थात हरियाली को फैलाने वाले पेड नहीं होते। अगर फूल न हो तो खिल -खिलकर मुस्काने वाले कौन होते? इन्द्रधनुष बहुत सुंदर होती है। वर्षा के बूंदों पर सूरज के किरणें पड़ने से इन्द्रधनुष आकाश में प्रत्यक्ष होती है। अगर बादल न हो तो इन्द्रधनुष को कौन रचाता? अंत में कवि कहते हैं कि अगर हम न होते तो ये प्रश्न पूछने वाले भी नहीं होते। |
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हमारे जीवन में वृक्षों का क्या महत्व है? |
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Answer» हमारे जीवन में वृक्षों का बड़ा महत्व है।
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सवेरा होने पर क्या नहीं रहता है? |
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Answer» सवेरा होने पर अंधेरा नहीं रहता है। |
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किरणें हमसे क्या कहती हैं? |
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Answer» किरणें हम से कहती हैं कि सवेरा हुआ है। अब अंधेरा कहीं नहीं है। |
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हम कब जागते हैं? |
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Answer» जब चिड़िया हमें मीठे गीत सुनाती और उठो – उठो कहकर हमें जगाती तब हम जागते हैं। |
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सूरज के बारे में दो वाक्य लिखो। |
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Answer» सूरज स्वयं जागकर संसार को जगाने वाला है। दिन को सोने जैसा चमकाने वाला है। |
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर नीचे दिये गये वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दीजिए।सूरज निकला चिड़िया बोली, कलियों ने भी आँखें खोली, आसमान में छायी लाली हवा बही सुख देनेवाली।1. किसके निकलने पर चिड़िया बोली?A) चाँदB) सूरजC) तारेD) बादल2. किसके आँखें खोली? A) कलियाँB) चिडियाC) मालीD) लता3. लाली कहाँ छायी?A) फूल परB) पत्ते परC) आसमान मेंD) भूमि पर 4. आसमान शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है? A) बादलB) छायाC) तारेD) गगन5. पेड़ हमें क्या देते हैं? A) धूल B) स्वच्छ वायुC) बिजलीD) बीमारी |
Answer»
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सोने के जैसा कौन चमकता है? |
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Answer» सोने के जैसा दिन चमकता है। |
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नदियों को निर्मल क्यों कहा गया होगा? |
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Answer» नदी हमेशा बहती रहती है। इसलिए नदियों में शुद्ध और निर्मल पानी दिखायी पडता है। इसीलिए नदियों को निर्मल कहा गया होगा। |
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चित्र में क्या-क्या दिखायी दे रहा है?वे क्या कर रहे हैं?वे क्या सोच रहे होंगे? |
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Answer» 1. चित्र में एक लडका, लडकी सोचते हुए दिखायी दे रहे हैं। लडके की सोच में पहाड, पेड, पक्षी, इन्द्रधनुष, झरना आदि हैं। लडकी के सोच में पहाड, पेड, सूर्य, झरना, पक्षी आदि हैं। 2. वे सोच रहे हैं। 3. लड़का शायद पहाड, पेड़, पक्षी और इंद्रधनुष के बारे में सोच रहा होगा। लड़की पक्षी, पेड, झरने, बादल, पहाड और सूरज आदि प्राकृतिक सौंदर्य के बारे में विचार कर रही होगी। |
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हरियाली हमारे लिए क्यों ज़रूरी है? |
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Answer» हमारे पर्यावरण में हिरयाली हो तो समय पर वर्षा होती है । हरियाली पर्यावरण में संतुलन बनाये रखती है। प्रकृति सुंदर लगती है। हरियाली का अर्थ है जीव होना अगर प्रकृति में जीव हो तो जीवों में भी जीव होता है। प्रकृति सूख गई तो जीव जीवित रहना कठिन हो जाता है। |
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नदियों से हमें क्या लाभ हैं? |
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Answer» नदियों से हमें बहुत लाभ हैं। नदियों का पानी खेती के लिए, बहुत लाभदायक है। नदी के पानी को पीने के लिए, कपडे धोने के लिए उपयोग करते हैं। पशु – पक्षी के लिए भी नदियों के पानी बहुत उपयोगी है। |
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कविता का सारांश अपने शब्दों में बताओ। |
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Answer» प्रकृति का अर्थ है सूरज, चाँद, नदियाँ, पर्वत, झरनें, पेड आदि से भरा हुआ पर्यावरण। इनके बिना हम प्रकृति के बारे में नहीं सोच सकते । प्रस्तुत किवता में कवि श्री बालस्वरूप राही अगर प्रकृति में ये सब न हो तो, किस प्रकार हम हमारे जीवन बिताते ? – इसी के बारे में बताया। कवि कहते हैं कि अगर चाँद न हो तो हमें रात के समय रास्ता कौन दिखाता ? अगर सूरज न हो तो दिन में सुनहरे किरणों को कौन प्रसारित करता? अगर निर्मल अर्थात स्वच्छ नदियाँ न होतो जग के सभी प्राणी के प्यास कौन बुझाता? अगर पर्वत न हो तो झरने मीठे पानी लेकर कहाँ बहते ? अर्थात मीठे पानी के झरने नहीं होते । अगर पेड न हो तो पर्यावरण में हरियाली नहीं होती अर्थात हरियाली को फैलाने वाले पेड नहीं होते। फूलों का खिलना मुस्कुराहट की तरह होती हैं। अगर फूल न हो तो खिल – खिलकर मुस्काने वाले ‘कोई नहीं होते। इन्द्रधनुष बहुत सुंदर होती है। वर्षा के दो पर सूरज की किरणें पड़ने से यह आकाश में आविर्भाव होती है। अगर बादल न हो तो इन्द्रधनुष को कौन रच पाता? अंत में कवि कहते हैं कि अगर हम न होते तो ये प्रश्न पूछने वाले भी नहीं होते। |
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जग की प्यास कैसे बुझती है? |
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Answer» निर्मल नदियों के पानी से जग की प्यास बुझती है। |
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फूल कैसे मुसकाते हैं? |
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Answer» फूल खिल -खिलकर मुसकाते हैं। |
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पर्वत हमारी सहायता कैसे करते हैं? |
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Answer» पर्वत हमारी सहायता इस प्रकार करते हैं :
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पेडों से हमें क्या लाभ हैं?(या)मानव जाति को पेड़ों से क्या लाभ है? लिखिए। |
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Answer» पेडों से हमें कई लाभ हैं । पेड हमें छाया देते हैं। फल देते हैं। पेडों के कारण पर्यावरण में (हवा में) प्राण वायु की प्रतिशत बढ़ती है। पेडों के कारण ऋतुएँ समय पर आते हैं। वर्षा समय पर होती है । पृथ्वी को गर्मी से बचा सकते हैं। इसलिये कहा जाता है कि “वृक्षो रक्षति रक्षितः”, अर्थात हम वृक्षों की रक्षा करें तो वे हमारी रक्षा करते हैं। |
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नीचे दिये गये पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।अगर न होते पेड़ भला फिरहरियाली फैलाता कौन?अगर न होते फूल बताओखिल-खिलकर मुसकाता कौन?अगर न होते बादल नभ मेंइंद्रधनुष रच पाता कौन?अगर न होते हम तो बोलोये सब प्रश्न उठाता कौन?1. खिल - खिलकर मुस्काने वाला कौन है?2. हरियाली फैलाने वाला कौन है?3. इंद्रधनुष को कौन रचपाता है? 4. इन सब प्रश्नों को उठानेवाले कौन हैं? 5. मुस्काना शब्द का अर्थ क्या है? |
Answer»
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नीचे दिये गये पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।अगर न होता चाँद रात मेंहमको दिशा दिखाता कौन?अगर न होता सूरज, दिन कोसोने-सा चमकाता कौन?अगर न होती निर्मल नदियाँजग की प्यास बुझाता कौन?अगर न होते पर्वत, मीठेझरने भला बहाता कौन?1. हम को रात में दिशा दिखानेवाला कौन है?2. दिन को सोने सा चमकानेवाला कौन है?3. जग की प्यास कौन बुझाता है?4. मीठे झरने बहानेवाला कौन है?5. उपर्युक्त पद्यांश किस पाठ से लिया गया है? |
Answer»
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निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।अगर न होती निर्मल नदियाँजग की प्यास बुझाता कौन?अगर न होते पर्वत, मीठेझरने भला बहाता कौन?1. नदियाँ कैसी हैं? 2. जग की प्यास कौन बुझाता हैं? 3. झरने कहाँ से बहते हैं? 4. ’जग’ का अर्थ क्या है? 5. यह कवितांश किस पाठ से दिया गया है? |
Answer»
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निम्न लिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।युग - युग तक चलती रहे कठोर कहानी रघु कुल में भी थी एक अभागिन रानी।निज जन्म - जन्म से सुने जीव यह मेरा -धिक्कार ! उसे था महा स्वार्थ ने घेरा ॥1. युग - युग तक कैसी कहानी चलती रही ?A) सरलB) कठोरC) मधुरD) विवेक2. एक अभागिन रानी किस कुल में भी थी?A) रघु कुलB) सूर्य कुलC) चंद्र कुलD) राणा कुल3. कहानी कब तक चलती रहे? A) युग - युग तकB) युगांत तकC) प्रलय तकD) कल तक4. जन्म शब्द का विलोम शब्द क्या है?A) जनन B) संस्कारC) मृत्युD) आविष्कार5. इस पद्य में किस कुल का प्रस्ताव आया? A) रघु कुलB) चंद्र कुलC) सूर्य कुल D) रवि कुल |
Answer»
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