InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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निम्नलिखित उपसर्गों की सहायता से तीन-तीन शब्द बनाइए-ला खुशमानअधसत् |
| Answer» TE ur ANS is as follows:1.Laaparvah,Laalat,Laajawab2.Khushmizaz,Khushnuma,Khusbudaar3.Adhjla,ADHIKAR,Adhar4.Satnaam,Satkarm,SatkaryaHope so this helps u....PLZ mark as brainlist.....THNX | |
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) चित्रकार' शब्द में प्रत्यय है-(i) कार (iii) अकार (ii) र (iv) आकार |
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Answer» कार is the ANSWEREXPLANATION:MARK it as BRAINLIST PLEASE please please and FOLLOW me please |
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तिब्बत की को को सी बातें लेखक को अच्छी लगी ? |
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Answer» tion:1.तिब्बत में जातिप्रथा विद्यमान नहीं थी। इसने तिब्बत के लोगों में मतभेद की स्थिति को समाप्त कर दिया था।2. तिब्बत में परदा प्रथा नहीं थी। औरतों को पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त थे।3. तिब्बत में भिक्षुओं को सम्मान प्राप्त था।Mark me as a BRAINLIST THANKYOU |
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| 14604. |
1. गाँधी जी ने सिला हुआ कपड़ा पहनना क्यों छोड़ दिया? Class - 8 Hindi Ch - 6 |
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Answer» tion:GANDHI ji NE sila hua kapda pehna isliy chhor diya kyunki kapde KO silne me jo machine or sui KA istemal hota hai wo vidhesh me banta hai or wo vidheshi chizon ka istemal nhi KARNA chahte theMark me as a brainlist thankyou |
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12. 'किसी बच्चे के लिए उसका घर प्रथम विद्यालय और उसके माता-पिता प्रथम अध्यापक होते हैं।' पाठ में आए इसवाक्य से आप कहाँ तक सहमत हैं? अपने विचारों को तर्क की कसौटी पर परखते हुए लिखिए। |
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Answer» yesExplanation:Because the CHILDREN when he/she is born only there parents are there to help them and TELLING them GOOD things |
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| 14606. |
सांवले सपनों की याद पाठ में वन पक्षी की उपमा किसे दी गई और वह कहां विलीन हो रहे हैं ? |
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Answer» सपने कि याद में पंछी की उपमा..... ***** |
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| 14607. |
आहंकर के कारण मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है ? दो या तीन वाक्यों में उत्तर दे। |
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Answer» अहंकार के कारण मनुष्य अपने आप को गलत दिशा की ओर ले जाते हैं । एवं अहंकार के कारण हिंसा उत्तपन्न होती हैं और अहंकार से मनुष्य ऊंचाई से सीधे नीचे चल जाते है अहंकार मनुष्य के सबसे बड़े विनाश का कारण होता है। |
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| 14608. |
Aadhunik Jivan ki samasyaen nibandh |
| Answer» TION:HELLO there !! :)भारत की आधुनिक समस्याओं में बेरोजगारी, मँहगाई तथा आतंकवाद मुख्य नाम है। इनके रहते हुए भारत कभी आगे नहीं निकल नहीं पाएगा। आज यहाँ पर लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ता है; जैसे- रहने के लिए घर नहीं हैं, पीने के लिए साफ़ पानी नहीं है, खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता पर विश्वास नहीं किया जा सकता, बिजली आती कम है और जाती ज्यादा है इसके साथ-साथ बढ़ती मंहगाई ने सबको तंग किया हुआ है। परन्तु मंहगाई इन सारी समस्याओं पर ज्यादा भारी पड़ती है। क्योंकि यदि मंहगाई बढ़ती है, तो वह इन सभी पर सीधे असर डालती है। सरकार चाहे इसका कोई भी कारण दे परन्तु आम आदमी इस मंहगाई से त्रस्त है। मंहगाई उनके जीवन को खोखला बना रही है। महंगाई हर जगह अपना मुँह फाड़े खड़ी है। आय बढ़ती कम है, उसके मुकाबले में मंहगाई कहीं अधिक बढ़ जाती है फिर वह कैसी भी क्यों न हों। खाने का सामान से लेकर कपड़े तक में मंहगाई की मार देखी जा सकती है। आम आदमी के लिए साधारण सपने भी पूरे करने जी का जंजाल बना हुआ है। इस मंहगाई का सबसे ज्यादा असर पेट्रोल की कीमतों पर भी दिखाई देने लगा है। कुछ समय से बार-बार पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। इस कारण से आम आदमी का जीवन मुश्किल हो गया है। आम आदमी के लिए आमदनी इतनी तेज़ी से नहीं बढ़ रही, जितनी तेज़ी से पेट्रोल की और अन्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी होती है, तो बस या टैक्सी आदि के किरायों में अपने आप बढ़ोतरी हो जाती है। आम आदमी की आमदनी का बड़ा हिस्सा किराया देने में ही निकल जाता है। सरकार लोगों की परेशानियों को अनदेखा कर रही है। लोगों में मंहगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है। मिलने वाले वेतन से खर्चा चलना कठिन हो रहा। दूध, सब्जियाँ, फल, कपड़ा तथा अन्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है। यदि इसी तरह चलता रहा तो भारत एक दिन इस मंहगाई की भेंट चढ़ जाएगा।इसी तरह बेरोज़गारी भी विद्यमान है। समाज तथा देश में बेकारी का बढ़ना। व्यक्तियों को उनकी क्षमता व योग्यता के अनुसार यदि कार्य नहीं मिल पाता , तो वे बेकार कहलाए जाते हैं। इसके व्यापक होने के पीछे जो कारण हैं , वे इस प्रकार हैं ; शिक्षा का अभाव , जनसंख्या में वृद्धि एवं औद्योगीकरण। शिक्षा का अभाव और जनसंख्या में वृद्धि दोनों में घनिष्ट संबंध है। जनसंख्या वृद्धि ने तो बेरोज़गारी की समस्या को विराट रूप दे डाला है। जितनी तेज़ी से जनसंख्या में वृद्धि हो रही है , उतनी तेज़ी से उद्योग धंधों व उत्पादन में वृद्धि नहीं हो पा रही है। भारत जैसे देश में शिक्षा का अभाव भी बेरोज़गारी को बढ़ा रहा है। आज भी भारत की अधिकतर जनसंख्या अशिक्षित है। अशिक्षा के कारण लोगों के विचार और जीवन का स्तर निम्न बना हुआ है। औद्योगीकरण ने भी बेरोज़गारी के स्तर को हमारे देश में बढ़ाया है।'आतंकवाद' का नाम सुनते ही मन में दहशत जाग उठती है। समय बदल रहा है, लोगों की सोच बदल रही है परन्तु कुछ असामाजिक तत्वों की सोच वहीं की वहीं अटकी हुई है। आज यह विश्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। किसी भी देश की आर्थिक व्यवस्था और उसकी सुरक्षा पर एक सवालिए निशान की भांति है, आतंकवाद। पहले इसका स्तर छोटे-छोटे भू-भागों के लिए लड़ने वाले वर्गों तक सीमित था। परन्तु अब यह समस्त विश्व में भंयकर बीमारी की तरह उभर रहा है। आतंकवाद का भयानक रूप हिंसा है। आज इस आतंकवाद बीमारी को राजनिति में भी भुनाया जाता है। एक गंदी राजनीति और भयंकर अपराधियों के परस्पर संयोग से आतंकवाद नाम की बीमारी उत्पन्न होती है। यह लोकतंत्र का सम्मान नहीं करता, यह तो गोली के आधार पर शासन करने में विश्वास रखता है। स्वतंत्रता और अपनी नाजायज़ मांगों को रक्त बहाकर मनवाने में विश्वास रखता है। इसके लिए दया, ममता और अहिंसा जैसे शब्द खोखले हैं। आतंकवाद जन्म ही आंतरिक विद्रोह से जन्म लेता है। जब यह देश से बाहर व्यापक स्तर पर फैल जाता है तो आतंकवाद का रूप धारण कर लेता है। अलकायदा और तालिबान गुट इसके सबसे बड़े उदाहरण है।यह तीनों समस्याएँ आधुनिक भारत को अंदर ही अंदर खाए जा रहे हैं। इन समस्याओँ से शीघ्र ही निजात पाना होगा। वरना यह भारत को विकास नहीं करने देगें।hope this HELPS !!! :) | |
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Bachav Hi Suraksha Hai coronavirus Ke sandrbh Mein Apne vichar 100 shabdo Mein prakat kijiye |
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Answer» I don't UNDERSTAND what is your QUESTION |
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‘इंजन सचमुच स्टार्ट हो गया ’ पंक्ति के माध्यम से लेखक ने किस और इशारा किया है ? कहानी - बस की यात्रा लेखक - हरिशंकर परसाई |
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Answer» issme usne aasa isliye bola KYUKI BUS bahut he KHARAB halat me the aur usko shak tha ki KYA vo sach much me start ho gai . |
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If you give the correct answer I will give you 100 points. पाकिस्तान में हुए विमान दुर्घटना के विषय में दो मित्रों के मध्य होने वाली मोबाइल वार्ता को संवाद रूप में लिखिए If you give me correct answer I will give you 100 pointsI will follow you also and mark as branliest |
| Answer» PPY with only 5 POINTS | |
| 14612. |
If you give the correct answer I will give you 100 points. पाकिस्तान में हुए विमान दुर्घटना के विषय में दो मित्रों के मध्य होने वाली मोबाइल वार्ता को संवाद रूप में लिखिए If you give me correct answer I will give you 100 points |
| Answer» PLZ TRANSLATE in ENGLISH | |
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पाकिस्तान में हुए विमान दुर्घटना के विषय में दो मित्रों के मध्य होने वाली मोबाइल वार्ता को संवाद रूप में लिखिए Please give me its urgent .If you give me correct answer I will follow you and mark as brainliest. |
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Answer» पाकिस्तान सरकार (IMRAN GOVT) के मुताबिक इस विमान में 99 लोग सवार थे. ये विमान लैंड करने से एक मिनट पहले ही रनवे से कुछ ही सौ फीट पहले तकनीकी कारणों से दुर्घटनाग्रस्त हो गया. |
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Corona vaishvik mahamari ne apke dincharya Ko kis prakar prabhavit Kiya hai give answer. |
| Answer» | |
| 14616. |
पाकिस्तान में हुए विमान दुर्घटना के विषय में दो मित्रों के मध्य होने वाली मोबाइल वार्ता को संवाद रूप में लिखिए |
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Answer» पाकिस्तान सरकार (IMRAN GOVT) के मुताबिक इस विमान में 99 लोग सवार थे. ये विमान लैंड करने से एक मिनट पहले ही रनवे से कुछ ही सौ फीट पहले तकनीकी कारणों से दुर्घटनाग्रस्त हो गया. |
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दिए गए शब्दों के वर्ण विच्छेद कीजिये:-सार्थक, कृपाल, आश्रय, शुद्ध, उत्पत्ति |
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Answer» Explanation:प्रश्न में दिये गये शब्दों के वर्ण विच्छेद इस प्रकार होंगे....सार्थक — स् + आ + र् + थ् + अ + क् + अकृपाल = क् + ऋ + प् + आ +ल्Sorry i don't know moreIf I get to know i will editPlease click thanks if you like itHope it HELPS u PLEASE MARK as brainliestI will follow u |
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Question कोविड- 19 महामारी में योगा और प्राकृतिक औषधियों का सेवन करके प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कितना योगदान रहा। इस पर अपने विचार प्रकट करें। |
| Answer» HMM BOHUT KATHIN HAIExplanation: | |
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)मेहनत का फल इस शीर्षक पर कहानी लेखन |
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Answer» एक बार एक गांव में अकाल पड़ गया| पीने के लिए पानी तक नहीं बचा था| लोग, अपना गांव छोड़कर दूसरे गांव में जाने के लिए तैयार हो गए| यह बात सुनकर वहां के राजा को बड़ी चिंता हुई| राजा ने मंत्रियों से सलाह मशवरा किया|मंत्रियों ने राज्य के प्रसिद्ध महात्मा जी से कुछ उपाय जानने के लिए कहा| राजा ने महात्मा जी को बुलवाया और सारी घटना के बारे में बताया और कोई उपाय बताने का आग्रह किया|महात्मा ने राजा को समझाया कि गांव में एक बड़ा सा तालाब खुदवाया जाय| तालाब में वर्षा का पानी भर जाएगा तो वह गांव वालों के पीने के काम आएगा और तालाब की खुदाई करने वालों को पैसा भी मिलेगा| इससे लोग गांव छोड़कर नहीं जाएंगे|राजा को महात्मा की सलाह अच्छी लगी और उन्होंने महात्मा जी से बड़ा तालाब खुदवाने को कहा| महात्मा जी गांव में गए और गांव वालों से तालाब खोदने के लिए कहां| उन्होंने प्रतिदिन शाम को मजदूरी के पैसे देने का वायदा किया| गांव वाले तालाब की खुदाई में लग गए और उन सभी ने गांव छोड़कर जाने का इरादा भी छोड़ दिया|गांव वाले रोज तालाब की खुदाई करते और शाम को महात्मा जी से पैसे प्राप्त कर लेते| उसी गांव में एक चोर रहता था यह सब देखकर उसे बड़ा आश्चर्य हुआ कि महात्मा को राजा ने बहुत सारा धन दिया है, जिससे वह लोगों को मजदूरी बांटता है| एक दिन मौका पाकर वह चोर रात को महात्मा की झोपड़ी में घुस गया| चोर ने महात्मा की सारी झोपड़ी को छान मारा, परंतु उसे कहीं पर भी धन नहीं मिला|चोर की आहट सुनकर महात्मा जी जाग गए| महात्मा को जगा हुआ देखकर चोर घबरा गया| महात्मा ने चोर से पूछा,” तुम धन चुराने आए हो? यह झोली लो और इसे उल्टा करो|” चोर ने झोली उल्टी करी तो खन खन करके झोली से सिक्के गिरने लगे|महात्मा ने चोर से कहा,” ले जाओ जितना धन चाहिए!” चोर सिक्के उठाने लगा पर चोर जो भी सिक्का उठाता वह तुरंत ही मिट्टी का बन जाता| धीरे-धीरे सारे सिक्के मिट्टी के बन गए|महात्मा ने चोर से कहा,” यह जादुई धन है| यह केवल उसी को मिलता है जो मेहनत (Mehnat KA phal) करता है| बिना मेहनत किए इन सिक्कों को लेने से यह मिट्टी के बन जाते हैं|”चोर की समझ में आ गया कि मेहनत से ही धन कमाया जा सकता है| उसने चोरी का विचार छोड़ दिया और दूसरे दिन से वह भी तालाब खोदने के काम में लग गया| शाम के समय महात्मा जी ने झोली उल्टी करके सब लोगों को मजदूरी के सिक्के बांटे| कुछ सिक्के उस चोर को भी मिले| परंतु इस बार वे सिक्के, मिट्टी के नहीं बने | उस दिन चोर मेहनत करके बहुत खुश हुआ और उसने कभी भी चोरी न करने की प्रतिज्ञा ली|Plzz FOLLOW me and Mark it as BRAINLIEST |
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बच्चपन का भाववाचक सागा |
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Answer» a HOGA............. |
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बच्चपन का भाववाचक बचपन का भाव वाचक संज्ञा |
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Answer» Dear MATE,बचपन स्वयं बच्चा का भाववाचक संज्ञा है। EXPLANATION:PLZ mark it as BRAINLIEST ANSWERS..... |
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लेखिका हर शनिवार को क्या तिथि थी |
| Answer» WRITE your QUESTION properlyplzz MARK as BRAINLIEST | |
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PLZ IF SOMEONE CAN ANSWER MY THIS QUESTION GIVEN ABOVE IN PIC THEN PLZ REPLY ME FAST . ITS LETTER WRITING.PLZ GIVE ANS OF ONLY MAIN PART NOT FORMAT |
| Answer» MAI ______(post)hone ke naate YEH soochit karti/karta hu KI is SAPTAH hamare vaidhyalay mein hindi saptah aayojit ki jaayegi | |
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Anuched Hindi Doordarshan Labh aur Hani class 8 |
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Answer» I am also in 8th CLASS and sorry I am not able to send the ANSWER EXPLANATION:FOLLOW ME............... |
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Hindi essay on स्वतंत्रता का महत्व |
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Answer» स्वतंत्रता दिवस ऐतिहासिक महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन हम राजनीतिक तौर पर आजाद हुए और हमने लोगों के दिल और दिमाग में राष्ट्रीयता का विचार पैदा करना शुरू किया. अगर ऐसा न होता, तो लोग अपनी जाति, समुदाय व धर्म आदि के आधार पर ही सोचते रह जाते. हालांकि, भारतीय होने का यह गौरव केवल एक भौगोलिक सीमा के ऊपर खड़ा था.भारत का असली व पूरा गौरव, इसकी सीमाओं में नहीं, बल्कि इसकी संस्कृति, आध्यात्मिक मूल्यों तथा सार्वभौमिकता में है. तीन ओर से सागर तथा एक ओर से हिमालय पर्वत शृंखला से घिरा भारत, स्थिर जीवन का केंद्र बन कर सामने आया है. यहां के निवासी एक हजारों सालों से बिना किसी बड़े संघर्ष के रहते आ रहे हैं, जबकि बाकी संसार में ऐसा नहीं रहा. जब आप संघर्ष की सी स्थिति में जीते हैं, तो आपके लिए प्राणों की रक्षा ही जीवन का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य बना रहता है. जब लोग स्थिर समाज में जीते हैं, तो जीवन-रक्षा से परे जाने की इच्छा पैदा होती है.भारत में लंबे अरसे से, स्थिर समाजों का उदय हुआ और नतीजन आध्यात्मिक प्रक्रियाएं विकसित हुईं. आज आप अमेरिका में लोगों के बीच आध्यात्मिकता को जानने की तड़प को देख रहे हैं, उसका कारण यह है कि उनकी आर्थिक दशा पिछली तीन-चार पीढ़ियों से काफी स्थिर रही है. उसके बाद उनके भीतर कुछ और अधिक जानने की इच्छा बलवती हो रही है. भारत में आज से कुछ हजार साल पहले ऐसा ही घट चुका है. यह अविश्वसनीय जान पड़ता है कि हमने कितने रूपों में आध्यात्मिकता को अपनाया है. इनसान बुनियादी रूप से क्या है, इस मुद्दे पर इस धरती के किसी भी दूसरी संस्कृति ने उतनी गहराई से विचार नहीं किया, जैसा हमारे देश में किया गया.यही इस देश का मुख्य आकर्षण है कि हमें पता है कि मानव-तंत्र कैसे काम करता है, हम जानते हैं कि इसके साथ हम क्या कर सकते हैं या इसे इसकी चरम संभावना तक कैसे ले जा सकते हैं. हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि महान मनुष्यों के निर्माण से ही तो महान देश की रचना हो सकती है. परंतु अब, लोगों को भौगोलिक सीमाओं में ही गौरव का अनुभव होने लगा है. |
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Adarsh purush bishay ke uppar ek bada aur achha sa nibandha |
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Answer» स्तविक व्यक्तित्व का ज्ञान आदर्श व्यक्तित्व के निर्माण की पहली जरूरत है। यह उसी तरह आवश्यक है, जिस तरह जवाब तलाशने के लिए सवाल को गहराई से समझना जरूरी होता है। हम जब अपने व्यक्तित्व के वास्तविक स्वरूप से भली-भांति परिचित होंगे, जब अपने व्यक्तित्व की हर खासियत, खराबी व कमी का हमें सही ज्ञान होगा, तभी हम अपने व्यक्तित्व को निखारकर उसेआदर्श व्यक्तित्व के रूप में परिवर्तित कर पाएंगे। इसलिए स्वामी नित्यानंदजी ने कहा है कि व्यक्ति को अपने भीतर की बातों का ज्ञान अवश्य होना चाहिए। मशहूर अमेरिकी अभिनेता व निर्देशक माइकल डोलन हमें भीतर की बातों से अवगत होने का एक बहुत अच्छा तरीका बताते हैं। वह कहते हैं कि अपने आप को जानना है, तो हमें अपने जीवन में खो जाना होगा। हम अपने जीवन में कैसा बर्ताव करते हैं, हमारी रुचि किन चीजों में है, हमारे मन में कैसे विचार आते हैं, ऐसी ही बातें मिलकर हमारा व्यक्तित्व तय करती हैं। और इनको हम अपने जीवन से ही समझ सकते हैं। इन बातों को पहचान लेने के बाद हमें अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए कई जगह बदलाव भी करने पड़ सकते हैं। मगर ये बदलाव अच्छे नतीजे पाने के लिए सही दिशा में किए गए हों, तभी यह विकास कहलाएगा। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होता, जिसमें खामियां नहीं हों। मगर, अगर खामियां हैं, तो उनके साथ खासियत भी परस्पर रूप से समाहित होते हैं। जो लोग अपनी खामियों को दूर करते हुए अपनी खासियत को बढ़ा लेते हैं, उन्हीं के व्यक्तित्व को एक आदर्श व्यक्तित्व कहा जाता है। हर आदर्श व्यक्तित्व किसी के वास्तविक व्यक्तित्व का ही संशोधित रूप होता है। इसलिए हमारे लिए जरूरी यह है कि हम भी अपने व्यक्तित्व के वास्तविक पहलुओं को समझें, उनको संशोधित कर एक आदर्श व्यक्तित्व का निर्माण करें। एक आदर्श व्यक्तित्व पाने का यही सबसे आसान तरीका है।HOPE IT HELPS YOU. PLEASE MARK AS BRAINLIST ANSWER |
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निबंध शब्दों के अर्थ लिखो (क) चाव (ख) सलाख (ग) विनिमय (घ) मचिया |
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Answer» मन से ख) लोहे की डंडी ग) अदल-बदल घ) छोटी खाट/ बैठने की पीढ़ी। |
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Generally it rain in june and september in Mumbai |
| Answer» OH GREAT PLEASE MARK as the BRAINLIEST | |
| 14630. |
“यह धरती कितना देती है, essay in Hindi Please reply fast as much you can |
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Answer» ुटपन में छिपकर पैसे बोये थे, सोचा था, पैसों के प्यारे पेड़ उगेंगे, रुपयों की कलदार मधुर फसलें खनकेंगी और फूल फलकर मै मोटा सेठ बनूँगा! पर बंजर धरती में एक न अंकुर फूटा, बन्ध्या मिट्टी नें न एक भी पैसा उगला!- सपने जाने कहाँ मिटे, कब धूल हो गये! मैं हताश हो बाट जोहता रहा दिनों तक बाल-कल्पना के अपलर पाँवडडे बिछाकर मैं अबोध था, मैंने गलत बीज बोये थे, ममता को रोपा था, तृष्णा को सींचा था! अर्द्धशती हहराती निकल गयी है तबसे! कितने ही मधु पतझर बीत गये अनजाने, ग्रीष्म तपे, वर्षा झूली, शरदें मुसकाई; सी-सी कर हेमन्त कँपे, तरु झरे, खिले वन! औ\' जब फिर से गाढ़ी, ऊदी लालसा लिये गहरे, कजरारे बादल बरसे धरती पर, मैंने कौतूहल-वश आँगन के कोने की गीली तह यों ही उँगली से सहलाकर बीज सेम के दबा दिये मिट्टी के नीचे- भू के अंचल में मणि-माणिक बाँध दिये हो! मैं फिर भूल गया इस छोटी-सी घटना को, और बात भी क्या थी याद जिसे रखता मन! किन्तु, एक दिन जब मैं सन्ध्या को आँगन में टहल रहा था,- तब सहसा, मैने देखा उसे हर्ष-विमूढ़ हो उठा मैं विस्मय से! देखा-आँगन के कोने में कई नवागत छोटे-छोटे छाता ताने खड़े हुए हैं! छांता कहूँ कि विजय पताकाएँ जीवन की, या हथेलियाँ खोले थे वे नन्हीं प्यारी- जो भी हो, वे हरे-हरे उल्लास से भरे पंख मारकर उड़ने को उत्सुक लगते थे- डिम्ब तोड़कर निकले चिडियों के बच्चों से! निर्निमेष, क्षण भर, मैं उनको रहा देखता- सहसा मुझे स्मरण हो आया,-कुछ दिन पहिले बीज सेम के मैने रोपे थे आँगन में, और उन्हीं से बौने पौधो की यह पलटन मेरी आँखों के सम्मुख अब खड़ी गर्व से, नन्हें नाटे पैर पटक, बढती जाती है! तब से उनको रहा देखता धीरे-धीरे अनगिनती पत्तों से लद, भर गयी झाड़ियाँ, हरे-भरे टंग गये कई मखमली चँदोवे! बेलें फैल गयी बल खा, आँगन में लहरा, और सहारा लेकर बाड़े की टट्टी का हरे-हरे सौ झरने फूट पड़े ऊपर को,- मैं अवाक् रह गया-वंश कैसे बढ़ता है! छोटे तारों-से छितरे, फूलों के छीटे झागों-से लिपटे लहरों श्यामल लतरों पर सुन्दर लगते थे, मावस के हँसमुख नभ-से, चोटी के मोती-से, आँचल के बूटों-से! ओह, समय पर उनमें कितनी फलियाँ फूटी! कितनी सारी फलियाँ, कितनी प्यारी फलियाँ,- पतली चौड़ी फलियाँ! उफ उनकी क्या गिनती! लम्बी-लम्बी अँगुलियों - सी नन्हीं-नन्हीं तलवारों-सी पन्ने के प्यारे हारों-सी, झूठ न समझे चन्द्र कलाओं-सी नित बढ़ती, सच्चे मोती की लड़ियों-सी, ढेर-ढेर खिल झुण्ड-झुण्ड झिलमिलकर कचपचिया तारों-सी! आः इतनी फलियाँ टूटी, जाड़ो भर खाई, सुबह शाम वे घर-घर पकीं, पड़ोस पास के जाने-अनजाने सब लोगों में बँटबाई बंधु-बांधवों, मित्रों, अभ्यागत, मँगतों ने जी भर-भर दिन-रात महुल्ले भर ने खाई !- कितनी सारी फलियाँ, कितनी प्यारी फलियाँ! यह धरती कितना देती है! धरती माता कितना देती है अपने प्यारे पुत्रों को! नही समझ पाया था मैं उसके महत्व को,- बचपन में छिः स्वार्थ लोभ वश पैसे बोकर! रत्न प्रसविनी है वसुधा, अब समझ सका हूँ। इसमें सच्ची समता के दाने बोने है; इसमें जन की क्षमता का दाने बोने है, इसमें मानव-ममता के दाने बोने है,- जिससे उगल सके फिर धूल सुनहली फसलें मानवता की, - जीवन श्रम से हँसे दिशाएँ- हम जैसा बोयेंगे वैसा ही पायेंगे। |
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(क) निम्नलिखित शब्दों का वर्ण-विच्छेद कीजिए.1. तूफ़ान |
| Answer» TION:तू+फानहोप ईट हेल्प उ Dear , we WELCOME you to community. You can CONNECT with US for all your academic NEEDS. What are you looking for? | |
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फ़िल्मों में दिखाया गया गाँव और वहाँ का जीवन क्या वास्तविक गाँव का चित्र प्रस्तुत करता है? दोनों में क्या अंतर है? |
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Answer» haan KABHI kabhi aisa hota H MOVIE me dikhaya GYA gaav real jaisa hota h lekin hamesha movies jaisa NHI hota because movies me village set bahut clean hota h or real me nhi |
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HAM APNE JIVAN ME KITNE BHI KAMYAB HO JAYE PHIR BHI HAME APNE SATHIYO ARTHARTH APNE PARICHIT RISHTADARO SE MIL JHULKAR RAHNA CHAIHIYA ISSE HAMARE ANDAR MANVIYA GYAN KI PRAPTI HOTI HAI SPASHT KIJIYA in 10 to 15 lines |
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Answer» OU FOR THE KNOWLEDGE ....THE MEANING OF THESE SENTENCES IN ONE LINE IS----HAM JITNE BHI GYANI KYU NA HO JAYE PAR APNE BYAVAHAR (BEHAVIOUR) KO SADA HI ACHA RAKHNA CHAHIYE. KYUKI HAMARA GYAAN HAMARI BYAVAHAR (BEHAVIOUR) MEIN HI DIKHTA HE... THANK YOU AND IF U LIKE IT PLS MARK IT AS BRAINLIEST. |
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| 14636. |
निम्नलिखित शब्द-युग्मों से वायबनाइजीव – जन्तु |
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Answer» काजीरंगा में अनेक जीब-जन्तु पाए जाते हैं। PLEASE MAKE me BRAINIST and LIKE my ANSWER |
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. ऊंट सी बैठक हिरन की चाल, वो कौन सा जानवर जिसके पूछ ना बाल |
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Answer» ऊंट की बैठक हिरन की चाल वह कौन सा जानवर जिसके पूछना बाल इसका आंसर होगा मेंढक |
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| 14638. |
इरादे एकवचन है या बहुवचन |
| Answer» TION:बहुवचनplease sisterMark me as a BRAINLIST ANSWER CLICK on MARK as brainlist answer | |
| 14639. |
HAM APNE JIVAN ME KITNE BHI KAMYAB HO JAYE PHIR BHI HAME APNE SATHIYO ARTHARTH APNE PARICHIT RISHTADARO SE MIL JHULKAR RAHNA CHAIHIYA ISSE HAMARE ANDAR MANVIYA GYAN KI PRAPTI HOTI HAI SPASHT KIJIYA |
| Answer» SAHI BAT HA.............XD | |
| 14640. |
Gol par gend nahin, poochh hai par pashu nahin ,poochh pakad kar khele bachche phir bhee mere aansoo na nikale. |
| Answer» | |
| 14641. |
दीपक और दिलों कौन सा वचन है |
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Answer» DILO IS THE ANSWERPLZZZ MARK ME BRAINLIEST |
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| 14642. |
Write answer in hindi plz |
| Answer» TION:जैसा की हम जानते है कि अभी जो विश्व के हालात है उस पर हमारी आर्थिक हानि । हमें हमारे देश को इस स्थिति से निकालने के लिऐ हमें हमारे देश में बनी वस्तुओं का प्रयोग करने से अर्थिक स्थिति सुधर सकती है जिससे देश आत्म निर्भर बनेगा।hope it will HELP you PLEASE MARK it as BRAINLIEST | |
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पुष्पों के नवजीवन का संचार कभी कैसे करेंगे क्लास 8 चैप्टर 2. hindi |
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Answer» अथवा फूल, जनन संरचना है जो पौधों में पाए जाते हैं। ये (मेग्नोलियोफाईटा प्रकार के पौधों में पाए जाते हैं, जिसे एग्नियो शुक्राणु भी कहा जाता है। एक फूल की जैविक क्रिया यह है कि वह पुरूष शुक्राणु और मादा बीजाणु के संघ के लिए मध्यस्तता करे। प्रक्रिया परागन से शुरू होती है, जिसका अनुसरण गर्भधारण से होता है, जो की बीज के निर्माण और विखराव/ विसर्जन में ख़त्म होता है। बड़े पौधों के लिए, बीज अगली पुश्त के मूल रूप में सेवा करते हैं, जिनसे एक प्रकार की विशेष प्रजाति दुसरे भूभागों में विसर्जित होती हैं। एक पौधे पर फूलों के जमाव को पुष्पण (INFLORESCENCE) कहा जाता है।फूल-पौधों के प्रजनन अवयव के साथ-साथ, फूलों को इंसानों/मनुष्यों ने सराहा है और इस्तेमाल भी किया है, खासकर अपने माहोल को सजाने के लिए और खाद्य के स्रोत के रूप में भी।hope it HELPS you THANKU |
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Answer the following questions Ncert book class 7th chapter four vidur. |
| Answer» READ CHAPTER.......... | |
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क्लास 8 हिंदी चैप्टर वन ध्वनि कविता में आए दो तत्सम शब्द लिखिए |
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Answer» इस कविता के द्वारा प्रकृति के प्रति मानवीय संवेदना को दर्शाया है। इस कविता में प्रकृति का मनोहारी चित्रण है।भाषा सरल और भावपूर्ण है।तत्सम और तद्भव शब्दों का प्रयोग भी किया गया है। इस कविता में कवि का आशावादी दृष्टिकोण है।इसलिए वह जीवन की सुंदरता को पूरी तरह से जीना चाहता है यह दिखाया है।कवि ने इस कविता के द्वारा प्रकृति के प्रति मानवीय संवेदना को दर्शाया है। कवि इस कविता के द्वारा प्रकृति के उदाहरण प्रस्तुत करते है और किस तरह प्रकृति के प्रति इंसान की अर्थात् मानव की जो भाव रहते है उन्हें दर्शाया गया है। और वह किस तरह से प्रकृति से प्रेरणा ले सकते है। जब आप कविता को पढ़ते हैं तो आपकी आँखों के सामने बहुत ही सुंदर चित्र प्रस्तुत हो जाता है। भाषा बहुत सरल है जो आपको आसानी से समझ आ जाऐगी। तत्सम और तद्धव शब्दों का प्रयोग भी किया गया है अर्थात् जो शब्द संस्कृति भाषा से जैसे के तैसे प्रस्तुत किये गए है शुद्ध हिन्दी के शब्दों का प्रयोग किया गया है। जोकि बहुत ही सरल है। कवि बहुत ही आशावादी विचारों के हैं वे जीवन के प्रति सकारत्मक सोच रखते है। और आशावादी है अर्थात् उन्हें अपने जीवन से बहुत ही सकारत्मक उम्मीद है। इसलिए वह जीवन की सुन्दरता को पूरी तरह से जीना चाहता है। यह सब इस कविता में दिखाया है। |
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Bharatoya mahila mukhyamntri kon hai ? |
| Answer» SORRY .. I can't UNDERSTAND QUESTION .... | |
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ऐसेव्यक्ति केववषय मेंसवचत्र अनुच्छे द विक्तिए विसनेशारीररक रूप सेसक्षम न होतेहुए भी वकसी क्षेत्र मेंबहुत बडी सफिता हावसि की हो । |
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Answer» क्या लिखना है, कृपया कहें ………। |
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2 नीचे लिखे विशेषण शब्बों को शब्द-कोश के क्रमानुसार लिखिए-चमक बीर, छोटी पतली मोहक अडाकार ऊंची एक भयानक, पहली।or3457810 |
| Answer» EXPLANATION:This is HALF QUESTION | |