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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

14551.

1. लेखिका बचपन में इतवार की सुबह क्या-क्या काम करती थीं?​

Answer» THI BEHEN SAMJHI
14552.

क्ष श्र ज्ञ त्र व अनुनासिक वर्ण से पांच पांच लिखो व वर्ण विच्छेद करे।

Answer»

त्र-पत्रक्ष-कक्षाश्र-परीश्रमज्ञ-ज्ञान

14553.

तारों भरा दिल्ली का आसमान‌' विषय पर नारा लेखन correct answer will be mark brainlistanswer​

Answer»

I'm TAMIL I don't UNDERSTAND

14554.

If their was no electricity and how can we save electricity eassy in hindi 200 words

Answer» TE it into HINDI
14555.

Give the description of monitor

Answer»

A computer monitor is an ELECTRONIC DEVICE that shows pictures for computers. Monitors often look similar to televisions. The main DIFFERENCE between a monitor and a TELEVISION is that a monitor does not have a television TUNER to change channels. Monitors often have higher display resolution than televisions.

14556.

दमकना की भाववाचक संज्ञा क्या होगी?​

Answer»

दमकhope U LIKED itplz MARK as BRAINLIEST

14557.

वैष्णवी का संधि विच्छेद करें। no spams ​

Answer»

वैष्णव +ईExplanation:is it HELPFUL or not

14558.

send society ko sanitize karvane ke liye Delhi Nagar Nigam commissioner ko Patra likhiye kal subha taak to kardogena ​

Answer» CE DP dudePlease don't REPORT me
14559.

Can anyone give me the Samas vigrah of these words Kalapraven ,Nirsandhe ,Pratimah Also write the Samas name

Answer»

tion:nirsandhe....."bina sanndhe k "Jisme ka ki KE lga HO use sambandh tatpurus KEHTE H

14560.

हिम का आलय समस्त पद बनाए ​

Answer»

हिम + आलय = हिमालय HOPE it HELPS....XD

14561.

Ghighak word mai kaun sa upsarg lagega jis se nya shabd bane

Answer» BHI KYA HAI ye QUESTION galat hai bhi tumhara
14562.

एक बल्ले और गेंद के बीच होने वाली किसी बातचीत को किन्ही चार विलोम शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखिए दोनों के दो-दो संवाद लिखिए​

Answer»

की गेंद एक सख्त, ठोस गेंद होती है जिसका इस्तेमाल क्रिकेट खेलने में किया जाता है। चमड़े और काग (कॉर्क) से तैयार क्रिकेट की गेंद, प्रथम श्रेणी स्तर पर पूर्णतया क्रिकेट के नियमों के अधीन होती है। गेंदबाजी करने और बल्लेबाज को आउट करने में क्रिकेट की गेंद की विभिन्न विशेषताओं के इस्तेमाल और जोड़तोड़ की प्रमुख भूमिका होती है - हवा और जमीन पर गेंद का घुमाव, गेंद की स्थिति और गेंदबाज की कोशिशों पर निर्भर करता है, जबकि क्षेत्ररक्षण करने वाले दल की एक प्रमुख भूमिका है अपने अधिकतम फायदे के लिए गेंद को एक आदर्श अवस्था प्रदान करना। बल्लेबाज रन बनाने के लिए मुख्यतः क्रिकेट की गेंद का इस्तेमाल करता है, इसके लिए वह गेंद को ऐसी जगह मारता है जहां रन लेना सुरक्षित होता है, या फिर गेंद को सीमा पार पहुंचा देता है।

14563.

व्यंजन किसे कहते हैं,

Answer»

Mark as brain list and HIT on thanks BUTTON PLEASE...

14564.

प्रथम तार-सप्तक का प्रकाश कब हुआ?​

Answer»

hello friend PRATHAM TAR saptak ka prakshan 1943 me HUA

14565.

आप ऐसे कौन से काम कर सकते हैं , जो आपके मित्र नहीं कर सकते योजना बनाई और likhiye?​

Answer»

भी लिख सकते हैं कि मैं खेलने में बहुत अच्छी हूं कि जो हमारे दोस्त नहीं कर सकते ना पढ़ने में भी अच्छी हूं ऐसी और भी चीजें हैं जो हम LIKH सकते हैं .

14566.

This photo answering please please pleaese

Answer» BARISH SE KOI bhi paresan Nahi hota
14567.

प्रश्न 2 निम्नलिखित अव्यय शब्दों का अर्थ लिखकर एक-एक दाक्य संस्कृत में लिखिए।सर्वथा, यथा-तथा विना, नक्तम, अपि. एकदा. सर्वत्र शनैः च सदैवPlease tell it fast and if you dont know dont say I don't know ​

Answer» TION:किसी भी भाषा के वे शब्द अव्यय (INDECLINABLE या INFLEXIBLE) कहलाते हैं जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, कारक, काल इत्यादि के कारण कोई विकार उत्पत्र नहीं होता। ऐसे शब्द हर स्थिति में अपने मूलरूप में बने रहते है। चूँकि अव्यय का रूपान्तर नहीं होता, इसलिए ऐसे शब्द अविकारी होते हैं। अव्यय का शाब्दिक अर्थ है- 'जो व्यय न हो।'उदाहरणहिन्दी अव्यय : जब, तब, अभी, उधर, वहाँ, इधर, कब, क्यों, वाह, आह, ठीक, अरे, और, तथा, एवं, किन्तु, परन्तु, बल्कि, इसलिए, अतः, अतएव, चूँकि, अवश्य, अर्थात इत्यादि।संस्कृत अव्यय : अद्य (आज)ह्यः (बीता हुआ कल)श्वः (आने वाला कल)परश्वः (परसों)अत्र (यहां)तत्र (वहां)कुत्र (कहां)सर्वत्र (सब जगह)यथा (जैसे)तथा (तैसे)कथम् (कैसे)सदा (हमेशा)कदा (कब)यदा (जब)तदा (तब)अधुना (अब)कदापि (कभी भी)पुनः (फिर)च (और)न (नहीं)वा (या)अथवा (या)अपि (भी)तु (लेकिन (तो)शीघ्रम् (जल्दी)शनैः (धीरे)धिक् (धिक्कार)विना (बिना)सह (साथ)कुतः (कहाँ से)नमः (नमस्कार)स्वस्ति (कल्याण हो), आदि।
14568.

शब्दकोशिश पहेली कठिनकेवल दिए गए अक्षर व चिन्हों से आप कम से कम ५ शब्द बनाएँ।किसी भी शब्द में दिए गए अक्षर व चिन्ह एक ही बार प्रयोग करें।सभी अक्षर व चिन्ह मिलाकर एक शब्द ज़रूर बनेगा!र Tल णो प् ं​

Answer»

रोशनी, रोमनपानी, कालालड़की, लड़कालावणी, गुण

14569.

यहाँ प्रथम मानव ने खोले, निंदियारे लोचन अपने, इसी नभ तले उसने देखे, शत-शत नवल सृजन सपने,यहाँ उठे 'स्वाहा' के स्वर और, यहाँ 'स्वधा' के मंत्र बने,ऐसा प्यारा देश पुरातन, ज्ञान-निधान हमारा है।सतलज, व्यास, चिनाब, वितस्ता, रावी, सिंधु-तरंगवती,यह गंगा माता, यह यमुना गहर-लहर रस-रंगवती,ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, कावेरी, वत्सलता-उत्संग-मती,इनसे प्लावित देश हमारा, यह रसखान हमारा है। (arth) ​

Answer» TION:यहाँ प्रथम मानव ने खोले, निंदियारे लोचन अपने,इसी नभ तले उसने देखे, शत-शत नवल सृजन सपने,यहाँ उठे 'स्वाहा' के स्वर और, यहाँ 'स्वधा' के मंत्र बने,ऐसा प्यारा देश पुरातन, ज्ञान-निधान हमारा है।सतलज, व्यास, चिनाब, वितस्ता, रावी, सिंधु-तरंगवती,यह गंगा माता, यह यमुना गहर-लहर रस-रंगवती,ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, कावेरी, वत्सलता-उत्संग-मती,इनसे प्लावित देश हमारा, यह रसखान हमारा है। (ARTH)
14570.

खुशियों के बारे में कवि ने क्या कहा है? Poems name is Hari hari dhoop Thank you very much​

Answer»

जीवन जीने के लिए सही सोच, छोटी- छोटी खुशियों का होना बहुत आवश्यक है । गलत निर्णय लेने पर , एक ही पल में, सारी खुशियाँ चली जाती है ।HOPE IT HELPS YOU.........PLEASE MARK IT AS A BRAINLIEST ANSWER.........

14571.

सारा संसार एक ही परिवार है। क्यो?

Answer»

tion:Sara Sansar ek hi Parivar Hai Kyunki SABHI HAMARE bhai behan hai aur ek hi aadami jo KISI Ko Janm Diya Hai USI SE Har EK aadami Janm liya hai

14572.

लॉकडाउन के खट्टे मीठे अनुभव पर एक कविता लिखिए ​

Answer» OK I'm MAKING a POEM LAM SHOWING you
14573.

स्वरवर्णा के के सन्ति​

Answer»

स्वरों को कई तरह से वर्गीकृत किया जा सकता है :जिह्वा की ऊँचाई की दृष्टि से : विवृत (खुला हुआ, यानि कि जीभ नीचे गिरी हुई है) / OPEN. अर्धविवृत / half-open. ...जिह्वा का कौन हिस्सा उठा हुआ है : अग्रस्वर / front VOWEL. मध्यस्वर / mid vowel. ...होंठों की स्थिति से : प्रसृत (खुले होंठ) / UNROUNDED. ...मात्रा की दृष्टि से : ह्रस्व / SHORT.

14574.

Vishesh tae of character in MA ka uphar

Answer»

what is your QUESTION BRO EXPLANATION:questiooooionnnn

14575.

प्र ०2अलंकार के भेद शब्दालंकार और अर्थालंकार के विषय में बताओ | please fast answer and I mark your brain list ​

Answer» HOPE THIS WILL HELPPLEASE MARK AS BRAINLISTExplanation:1. शब्दालंकार जो अलंकार शब्दों के माध्यम से काव्यों को अलंकृत करते हैं, वे शब्दालंकार कहलाते हैं। यानि किसी काव्य में कोई विशेष शब्द रखने से सौन्दर्य आए और कोई पर्यायवाची शब्द रखने से लुप्त हो जाये तो यह शब्दालंकार कहलाता है। शब्दालंकार के भेद: अनुप्रास अलंकार यमक अलंकार श्लेष अलंकार 1. अनुप्रास अलंकार जब किसी काव्य को सुंदर बनाने के लिए किसी वर्ण की बार-बार आवृति हो तो वह अनुप्रास अलंकार कहलाता है। किसी विशेष वर्ण की आवृति से वाक्य सुनने में सुंदर लगता है। जैसे : चारु चन्द्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में । ऊपर दिये गए उदाहरण में आप देख सकते हैं की ‘च’ वर्ण की आवृति हो रही है और आवृति हों से वाक्य का सौन्दर्य बढ़ रहा है। अतः यह अनुप्रास अलंकार का उदाहरण होगा। 2. यमक अलंकार जिस प्रकार अनुप्रास अलंकार में किसी एक वर्ण की आवृति होती है उसी प्रकार यमक अलंकार में किसी काव्य का सौन्दर्य बढ़ाने के लिए एक शब्द की बार-बार आवृति होती है। दो बार प्रयोग किए गए शब्द का अर्थ अलग हो सकता है । जैसे: काली घटा का घमंड घटा। यहाँ ‘घटा’ शब्द की आवृत्ति भिन्न-भिन्न अर्थ में हुई है। पहले ‘घटा’ शब्द ‘वर्षाकाल’ में उड़ने वाली ‘मेघमाला’ के अर्थ में प्रयुक्त हुआ है और दूसरी बार ‘घटा’ का अर्थ है ‘कम हुआ’। अतः यहाँ यमक अलंकार है। 3. श्लेष अलंकार श्लेष अलंकार ऊपर दिये गए दोनों अलंकारों से भिन्न है । श्लेष अलंकार में एक ही शब्द के विभिन्न अर्थ होते हैं। जैसे: रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून पानी गए न ऊबरे मोई मानस चून। इस दोहे में रहीम ने पानी को तीन अर्थों में प्रयोग किया है। पानी का पहला अर्थ मनुष्य के संदर्भ में है जब इसका मतलब विनम्रता से है। रहीम कह रहे हैं कि मनुष्य में हमेशा विनम्रता (पानी) होना चाहिए। पानी का दूसरा अर्थ आभा, तेज या चमक से है जिसके बिना मोती का कोई मूल्य नहीं। पानी का तीसरा अर्थ जल से है जिसे आटे (चून) से जोड़कर दर्शाया गया है। रहीम का कहना है कि जिस तरह आटे का अस्तित्व पानी के बिना नम्र नहीं हो सकता और मोती का मूल्य उसकी आभा के बिना नहीं हो सकता है, उसी तरह मनुष्य को भी अपने व्यवहार में हमेशा पानी (विनम्रता) रखना चाहिए जिसके बिना उसका मूल्यह्रास होता है। अतः यह उदाहरण श्लेष के अंतर्गत आएगा। 2. अर्थालंकार जब किसी वाक्य का सौन्दर्य उसके अर्थ पर आधारित होता है तब यह अर्थालंकार के अंतर्गत आता है । अर्थालंकार के भेद अर्थालंकार के मुख्यतः पाँच भेद होते हैं : उपमा अलंकार रूपक अलंकार उत्प्रेक्षा अलंकार अतिशयोक्ति अलंकार मानवीकरण अलंकार 1. उपमा अलंकार उप का अर्थ है समीप से और पा का अर्थ है तोलना या देखना । अतः जब दो भिन्न वस्तुओं में समानता दिखाई जाती है, तब वहाँ उपमा अलंकार होता है । जैसे: कर कमल-सा कोमल है । यहाँ पैरों को कमल के समान कोमल बताया गया है । अतः यहाँ उपमा अलंकार होगा। उपमा के अंग : उपमेय : जिस वस्तु की समानता किसी दूसरे पदार्थ से दिखलायो जाये वह उपमेय होते है । जैसे: कर कमल सा कोमल है । इस उदाहरण में कर उपमेय है । उपमान : उपमेय को जिसके समान बताया जाये उसे उपमान कहते हैं । उक्त उदाहरण में ‘कमल’ उपमान है। 2. रूपक अलंकार जब उपमान और उपमेय में अभिन्नता या अभेद दिखाया जाए तब यह रूपक अलंकार कहलाता है। जैसे: “मैया मैं तो चन्द्र-खिलौना लैहों” ऊपर दिए गए उदाहरण में चन्द्रमा एवं खिलोने में समानता न दिखाकर चाँद को ही खिलौना बोल दिया गया है। अतएव यह रूपक अलंकार होगा। चरण-कमल बंदौं हरिराई। ऊपर दिए गए गए वाक्य में चरणों को कमल के सामान न दिखाकर चरणों को ही कमल बोल दिया गया है। अतः यह रूपक अलंकार के अंतर्गत आएगा। 3. उत्प्रेक्षा अलंकार जहाँ उपमेय में उपमान के होने की संभावना का वर्णन हो तब वहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। यदि पंक्ति में -मनु, जनु,मेरे जानते,मनहु,मानो, निश्चय, ईव आदि आता है बहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। जैसे: मुख मानो चन्द्रमा है।  ऊपर दिए गए उदाहरण में मुख के चन्द्रमा होने की संभावना का वर्णन हो रहा है। उक्त वाक्य में मानो भी प्रयोग किया गया है अतः यहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार है। 4. अतिशयोक्ति अलंकार जब किसी बात का वर्णन बहुत बढ़ा-चढ़ाकर किया जाए तब वहां अतिशयोक्ति अलंकार होता है। जैसे : आगे नदियाँ पड़ी अपार, घोडा कैसे उतरे पार। राणा ने सोचा इस पार , तब तक चेतक था उस पार।   ऊपर दिए गए उदाहरण में चेतक की शक्तियों व स्फूर्ति का बहुत बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया गया है। अतएव यहाँ पर अतिशयोक्ति अलंकार होगा। 5. मानवीकरण अलंकार जब प्राकृतिक चीज़ों में मानवीय भावनाओं के होने का वर्णन हो तब वहां मानवीकरण अलंकार होता है। जैसे : फूल हँसे कलियाँ मुस्कुराई।  ऊपर दिए गए उदाहरण में आप देख सकते हैं की फूलों के हसने का वर्णन किया गया है जो मनुष्य करते हैं अतएव यहाँ मानवीकरण अलंकार है।
14576.

Past tense in Hindi sentences for lines​

Answer»

what ................

14577.

Vachan ki paribhasha udharan sahit samjaeya​

Answer» JIS kam ke ksrne ya hone ka BODH HO USE vachan kahete hay. udhaharan- Ram likhta hay....yaha likta vachan hay
14578.

Please answer this then I will mark u as the brainliest​

Answer»

1:52:13:34:25:4Explanation:MAKE me BRAINLEST

14579.

Dainik chariya per 10 panktiyan likho please answer this question please write fast ​

Answer» SORRY no IDEA I don't now
14580.

सेठ ने आद्योपंत को जो कथा सुनाई, उसे अपने शब्दों में लिखिए|(महायज्ञ का पुरस्कार)​

Answer» YOGIK or YOGRUDH SHABD
14581.

अंधे की लाठी मुहावरे का वाक्य प्रयोग​

Answer»

this is the ANSWER in the PICTURE of

14582.

निम्नलिखित वाक्यों को बहुवचन में बदलकर लिखिए-1. सिपाही चोर को रस्सी से बाँधकर ले गया।​

Answer» N: निम्नलिखित वाक्यों को बहुवचन में बदलकर लिखिए:  सिपाही चोर को रस्सी से बाँधकर ले गया। ​Answer: सिपाही चोरों को रस्सियों से बांधकर ले गए
14583.

सेठ ने आद्योपंत को जो कथा सुनाई, उसे अपने शब्दों में लिखिए|​

Answer» ANSWER: कहानी महायज्ञ का पुरस्कार में सेठ जब धन्ना सेठ के पास यज्ञ बेचने गए थे तो उस समय की सारी घटना वापस आकर उन्होंने अपनी सेठानी को आद्योपांत सुनाई। सीखने सीखने सिखाने को बताया कि जो चार रोटियां सेठानी ने सेठ को खाने को दिए थे , सेठ इन रोटियों को खाने ही वाले थे कि उन्हें वही रास्ते में एक मड़ियल सा कुत्ता मिल गया।
14584.

क्रम का तद्भव शब्द क्या हैक्रम का तद्भव शब्द क्या है ​

Answer» TION:कर्म (KARM) का तद्भव शब्द काम है। तद्भव शब्द तत्+भव से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है–विकसित या उससे उत्पन्न। यानि वे शब्द जो संस्कृत से उत्पन्न या विकसित हुए हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में जो संस्कृत शब्द कुछ रूप परिवर्तन के साथ हिन्दी शब्दावली में आ गये हैं, वे तद्भव शब्द कहलाते हैं जो पालि, प्राकृत अप्रभंश होते–परिवर्तित होते हिन्दी आदि आधुनिक भाषाओं मे आए हैंHope it helpsPlzzz MARK as BRAINLIEST
14585.

Write 50 hard words in hindi​

Answer» SORRY SEARCH it on GOOGLE
14586.

Parshuram kaun tha uske pita ka kya naam tha aur uske maa ka kya naa m tha uske kitne bhai the​

Answer»

am was sixth avatar of lord Vishnu. He was the student of lord Shiva. his real name was RAM. but he had a parshu that why people called him parshuram. Lord Shiva were blessed with him and gifted him a bow named Vijay dhanush and parshu. His father named was jamadagni and mother name was Renuka. He was the fifth SON of Renuka .His father was killed by a king named shashtra Arjuna who had thousand hands Bhagwan parshuram cutted his thousand hands and killed him.He was Chiranjivi ( Amar ) His FAMOUS students were Bhisma , DRONA and Karna . He gifted the bow named Vijay dhanush to Karna. He defeated MANY kshtriyas . And killed all kshtriyas 21 times .But he was defeated by his devote Bhisma one time .He said that Bhisma would marry amba but Bhisma was balbhramchari. And Bhisma defeated parshuram in the war.

14587.

️"हम पंछी उन्मुक्त गगन के" कविता के माध्यम से शिवमंगल सिंह सुमन पक्षियों की आजादी की बात करते हैं आप लोगों के लिए अभी लॉक डॉन चल रहा है आप इस समय किस प्रकार की आजादी चाहते हैं 10 पंक्तियों में लिखिये।​

Answer»

छी उन्मुक्त गगन के" कविता के माध्यम से शिवमंगल सिंह सुमन पक्षियों की आजादी की बात करते हैं आप लोगों के लिए अभी लॉकडाउन चल रहा है आप इस समय किस प्रकार की आजादी चाहते हैं 10 पंक्तियों में लिखिये।​कोविड-19 महामारी के कारण हम सभी मनुष्य आज लॉकडाउन के कारण अपने घरों में बंद है |हम पक्षियों की तरह खुले आसमान में उड़ने की आजादी चाहते है |हम घर की चार दिवारी से बाहर निकलना चाहते है | हम वातावरण में बाहर शुद्द साँस लेना चाहते है |हम पहले की तरह आजादी चाहते है |हम पहले की तरह बाहर घूमना-फिरना चाहते है |हम अपनों के साथ रहना चाहते है |अपनों से मिलता चाहते है |हम ऐसी आजादी चाहते है कि हम दूसरों के सुख और दुःख में शामिल हो सके |हम ऐसी आजादी कि हम अपनी मर्जी से बाहर घूम सके |हम फिर खुले आसमान में जीना चाहते है , बंद कमरों में हमारा साँस घुटता है , हम इस बीमारी से आजाद होना चाहते है |

14588.

पक्षियों को पालना उचित है या नहीं अपने विचार लिखो​

Answer»

हा पक्षियो को पालना उचित नहि है कारन जैसै हम जीते है वैसै ऊनको जिनेका अधिकार है

14589.

रामायन के 6 पत्रों के बारे मे 2-4 वाक्य लिखे।​

Answer»

it's an EXAMPLE of HINDI essayExplanation:वर्तमान काल में यदि संसार के किसी भी कोने में कोई भी घटना घटित हो तो उसके अगले दिन हमारे पास उसकी खबर आ जाती है। ऐसा सिर्फ समाचार पत्रों के कारण ही संभव हो होता है। आज के समय में बिना समाचार पत्र के जीवन की कल्पना करना भी काफी कठिन है। यह वो पहली और आवश्यक वस्तु है, जिसे सभी हर सुबह सबसे पहले देखते हैं। यह हमें पूरे विश्व में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी देकर वर्तमान समय से जुड़े रखने में हमारी मदद करता है। समाचार पत्र व्यापारियों, राजनितिज्ञों, सामाजिक मुद्दों, बेरोजगारों, खेल, अन्तरराष्ट्रीय समाचार, विज्ञान, शिक्षा, दवाइयों, अभिनेताओं, मेलों, त्योहारों, तकनीकों आदि की जानकारी हमें देता है। यह हमारे ज्ञान कौशल और तकनीकी जागरूकता को बढ़ाने में भी हमारी सहायता करता है।आजकल, समाचार पत्र जीवन की एक आवश्यकता बन गया है। यह बाजार में लगभग सभी भाषाओं में उपलब्ध होता है। एक समाचार पत्र खबरों का प्रकाशन होता है, जो कागजों पर छापा जाता है और लोगों के घरों में वितरित किया जाता है। अलग-अलग देश अपना अलग समाचार संगठन रखते हैं। अखबार हमें अपने देश में हो रही सभी घटनाओं के साथ ही संसार में हो रही घटनाओं से भी अवगत कराते हैं। यह हमें खेल, नीतियों, धर्म, समाज, अर्थव्यवस्था, फिल्म उद्योग, फिल्म (चलचित्र), भोजन, रोजगार आदि के बारे में बिल्कुल सटीक जानकारी देता है।समाचार पत्र का उपयोगपहले समय में, समाचार पत्रों में केवल खबरों का विवरण प्रकाशित होता था हालांकि, अब इसमें बहुत से विषयों के बारे में खबरें और विशेषज्ञों के विचार यहाँ तक कि, लगभग सभी विषयों की जानकारी भी निहित होती है। बहुत से समाचार पत्रों की कीमत बाजार में उनकी खबरों के विवरण और उस क्षेत्र में प्रसिद्धि के कारण अलग-अलग होती है। समाचार पत्र या अखबार में दैनिक जीवन की सभी वर्तमान घटनाएं नियमित रुप से छपती है हालांकि, उनमें से कुछ हफ़्ते या सप्ताह में दो बार, एक बार या महीने में एक बार भी प्रकाशित होती है।

14590.

one buffalo give 5litre milk and one cow give 250l milk total amount of milk is 40l and total animals is 40​

Answer» TION:what do you WANT to SAY I can't UNDERSTAND
14591.

Paragraph on pratirakcham chamta ko badhna in hindi ​

Answer» TION:you can SEARCH on GOOGLE and GET ananswerओक
14592.

Please send me the answer of the question. write correct answers. those who are given me a answer then as brilliant ​

Answer» SORRY I m not GOOD in HINDI
14593.

X-5,x-3,2x-2 find value of x in Arithmetic sequence​

Answer» COMMON DIFFERENCE= x-3-x+5= 2d=2
14594.

जाण ५श म हन्दा का जा स्थान प्राप्त है उसकी3. गुरु गोविन्द सिंह ने हिन्दी के लिए क्या किया?​

Answer»

I'm am not INTRESTED in GK MAN

14595.

तत्सम और तद्भव शब्द में अंतर स्पष्ट कीजिए।​

Answer»

प्रवाह अनंत है। समय के साथ-साथ भाषा में नए शब्द समाहित हो जाते हैं और पुराने शब्द या तो रूप बदल लेते हैं अथवा अप्रचलित हो जाते हैं। वैदिक संस्कृत से आज की हमारी भाषा इस यात्रा में आजतक अनेक मोड़ों को पार कर चुकी है। भाषा में परिवर्तन अवश्य होता है, परंतु यह परिवर्तन इतना धीरे-धीरे होता है, कि शब्द अपने प्राचीन रूप को पूर्णतया खो नहीं देता हैं। उस शब्द में कुछ हद तक बदलाव होता है, पर अर्थ वही रहता है जो अर्थ उस शब्द का वैदिक काल में था।तत्सम शब्द की परिभाषातत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। तत् का अर्थ है - उसके, तथा सम् का अर्थ है – समान। अर्थात - ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है। हिन्दी, बांग्ला, कोंकणी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तेलुगू, कन्नड, मलयालम, सिंहल आदि में बहुत से शब्द संस्कृत से सीधे ले लिए गये हैं, क्योंकि इनमें से कई भाषाएँ संस्कृत से जन्मी हैं।जैसे –अग्नि, आम्र, अमूल्य, चंद्र, क्षेत्र, अज्ञान, अन्धकार आदि। तद्भव शब्द की परिभाषातत्सम शब्दों में समय और परिस्थितियों के कारण कुछ परिवर्तन होने से जो शब्द बने हैं उन्हें तद्भव कहते हैं। तद्भव का शाब्दिक अर्थ है – उससे बने (तत् + भव = उससे उत्पन्न), अर्थात जो उससे (संस्कृत से) उत्पन्न हुए हैं। यहाँ पर तत् शब्द भी संस्कृत भाषा की ओर इंगित करता है। अर्थात जो संस्कृत से ही बने हैं। इन शब्दों की यात्रा संस्कृत से आरंभ होकर पालि, प्राकृत, अपभ्रंश भाषाओं के पड़ाव से होकर गुजरी है और आज तक चल रही है।जैसे -मुख से मुँहग्राम से गाँवदुग्ध से दूधभ्रातृ से भाई आदि। HOPE it helps For QUICK Help in 5 HOURS FOLLOW Me

14596.

बहुउद्देशीय परियोजना से आप क्या समझते हैं​

Answer»

नदी घाटी परियोजनाएँ नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। इसीलिए इन्हें बहूद्देशीय (बहु + उद्देश्यीय) परियोजना कहते हैं। नदीघाटी योजना का प्राथमिक उद्देश्य होता है, किसी नदीघाटी के अंतर्गत जल और थल का मानवहितार्थ पूर्ण उपयोग।Explanation:PLEASE MARK as BRANLIST

14597.

1. गाँधी जी ने सिला हुआ कपड़ा पहनना क्यों छोड़ दिया? 2. गाँधी जी ने नौजवान को क्या समझाया?3. गाँधी जी काग़ज़ का अपव्यय किस प्रकार रोकते थे?4. आत्मशुद्धि के लिए लेख लिखने का क्या कारण था? Class - 8 Ch 6 Follow me guys and please don't spam..​

Answer» 1.) पगड़ी पहनना छोड़ा31 अगस्त 1920 को खेड़ा में किसानों के सत्याग्रह के दौरान गांधी जी ने खादी को लेकर प्रतिज्ञा ली ताकि किसानों को कपास की खेती के लिए मजबूर ना किया जा सके. मैनचेस्टर के मिलों में कपास पहुंचाने के लिए किसानों को इसकी खेती के लिए मजबूर किया जाता था.2..) गांधी गांधीजी कागज का अपव्यय कागज की बचत करके रोकते थे। FOLLOW me GUYS
14598.

DRAW THIS IN YOUR NOTE BOOKS AND SEND IN THIS APP THAT PHOTO AND DON'T FORGET TO FOLLOW ME..​

Answer» SORRY but I don't KNOW about MEHENDI designbut I know some INFORMATION about SKETCHING.
14599.

उकुराइन पीतल के गिलास के लिए भावुक क्यों हो उठी​

Answer»

बीमारियों से दूर रहने के लिए साफ-सफाई भी बेहद ... एक आम धारणा है कि पीतल के बर्तनों में खाना ... पकाने से भोजन के पौष्टिक तत्व खत्म हो जाते हैं।

14600.

(ङ) 'प्यासा' शब्द में प्रत्यय है-(i) सा (ii) आ(iii) असा(iv) आसा​

Answer»

प्यासा' शब्द में आ प्रत्यय है