InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 2251. |
Match the following1.बचर्चों का रखवाला - अशांति 2.शांति - माँ 3. होम पावर - सांता कलाँस |
|
Answer» i.not GIVED ansed Explanation: because i am not UNDERSTAND HINDI |
|
| 2252. |
ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਦੀ ਭੰਗੜਾ ਟੀਮ ਵਿੱਚ ਭਾਗ ਲੈਣਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹੋ। ਇਸ ਦੀ ਆਗਿਆ ਲੈਣ ਲਈਆਪਣੇ ਪਿਤਾ ਜੀ ਨੂੰ ਪੱਤਰ ਲਿਖੋ |
| Answer» | |
| 2253. |
1. आत्मनिर्भरता से तात्पर्य है-अपने ऊपर निर्भर रहना। आत्मनिर्भरता का अर्थ यह है कि जिस किसी कार्य को करने की इच्छा करे, उसके लिए पूर्ण तत्परता और लगन का परिचय दे। स्वयं अपने सहारे उसे सिद्ध करने का प्रयास करे। आत्मनिर्भरता एक श्रेष्ठ गुण है जिसका आधार आत्मविश्वास है। इस गुण से सम्पन्न व्यक्ति संपूर्ण विश्व को अपना कर्मक्षेत्र मानकर परिश्रम करता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। इसी गुण के सहारे वह बड़ी-से-बड़ी बाधा को भी दूर कर देता है और सफलता का आलिंगन करता है। आत्मनिर्भरता गुण का अभाव व्यक्ति को दूसरों का दास बना देता है। छोटे-छोटे कार्यों के(1)लिए भी वह दूसरों का सहारा ढूंढता रहता है। दूसरे शब्दों में वह अकर्मण्य हो जाता है। इतिहास साक्षी है कि जिस राष्ट्र का भी पतन हुआ है वहाँ के नागरिक आलसी और परिश्रम न करने की प्रवृत्ति से ग्रसित रहे हैं। प्रसिद्ध कहावत है जो अपनी सहायता नहीं करता परमात्मा भी उसका सहायक नहीं होता। परावलंबी होने से बड़ा कोई दोष नहीं है। जीवन में विकास करने की प्रवृत्ति आत्मनिर्भर होने पर ही आती है। यह ऐसी आवश्यकता है जो हमें जीने का मार्ग दिखाती है। निराशा इससे दूर भागती और मनुष्य पुरुषार्थी होकर अंधकार से प्रकाश की आर आगे बढता है। अतः प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह आत्मनिर्भर बने। यही मनुजता का मर्म है तथा सुखी होने का सही मार्ग है। मानव जीवन की बड़ी आवश्यकता स्वावलंबी होना है।(i) आत्मनिर्भरता से आप क्या समझते हैं?(ii) आत्मनिर्भरता का आधार क्या है? आत्मनिर्भर व्यक्ति में कौन-कौन से गुण परिलक्षित होते हैं? (iii) आत्मनिर्भरता गुण का अभाव किन नकारात्मक प्रवृत्तियों को जन्म देता है?(iv) आत्मनिर्भरता व्यक्ति को विकास के मार्ग पर किस प्रकार प्रशस्त करती है?(v) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दें। यह भी बताइए कि परमात्मा की कृपादृष्टि किस व्यक्ति पर विशेष रूप से रहती है? |
|
Answer» (i) आत्मनिर्भरता से आप क्या समझते हैं? उत्तर : आत्मनिर्भर का अर्थ होता है “आत्मा मैं यह विश्वास रखना की यह कार्य मैं कर सकता हूँ” आत्मनिर्भर बनने के लिए हमारे पास आत्मविश्वास होना चाहिए| आत्मनिर्भर होने से हम कोई अपना काम खुद कर सकते है , हम अपना लक्ष्य पूरा कर सकते है | यदि हम आत्मनिर्भर है तो अपने जीवन का कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकते है | इसलिए जीवन में आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है | जो व्यक्ति आत्मनिर्भर होता है समाज में उसका नाम होता है | (II) आत्मनिर्भरता का आधार क्या है? आत्मनिर्भर व्यक्ति में कौन-कौन से गुण परिलक्षित होते हैं? उत्तर : आत्मनिर्भरता का आधार आत्मविश्वास है। आत्मविश्वास मनुष्य जीवन में कभी भी हार नहीं मानता है | आत्मनिर्भर व्यक्ति में परिश्रम , लग्न से काम करता है | वह अपे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करता है | (III) आत्मनिर्भरता गुण का अभाव किन नकारात्मक प्रवृत्तियों को जन्म देता है? उत्तर : आत्मनिर्भरता गुण का अभाव व्यक्ति को दूसरों का दास बना देता है। वह व्यक्ति दूसरों पर निर्भर रहता है , वह खुद कुछ नहीं कर पाता है | छोटे-छोटे कार्यों लिए भी वह दूसरों का सहारा ढूंढता रहता है। वह बेबस हो जाता है | आत्मनिर्भरता गुण का अभाव व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता है | (IV) आत्मनिर्भरता व्यक्ति को विकास के मार्ग पर किस प्रकार प्रशस्त करती है? उत्तर : जीवन में विकास करने की प्रवृत्ति आत्मनिर्भर होने पर ही आती है। यह ऐसी आवश्यकता है जो हमें जीने का मार्ग दिखाती है। निराशा इससे दूर भागती और मनुष्य पुरुषार्थी होकर अंधकार से प्रकाश की आर आगे बढता है। अतः प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह आत्मनिर्भर बने। (V) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दें। यह भी बताइए कि परमात्मा की कृपादृष्टि किस व्यक्ति पर विशेष रूप से रहती है? उत्तर : उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक सफलता की चाबी आत्मनिर्भर | परमात्मा की कृपा दृष्टि किस व्यक्ति पर विशेष रूप पर रहती है जो व्यक्ति अपनी सहायता स्वयं करता है | अपना काम स्वयं करता है | अपने उपर विश्वास रखता है | महेनत करके अपना लक्ष्य को प्राप्त करता है | |
|
| 2254. |
14. ईर्ष्या को मनुष्य का चारित्रिक दोष क्यों माना गया है? क्या ईष्या का कोई सकारात्मक पक्ष भी है?विस्तार से लिखिए। |
|
Answer» ¿ ईर्ष्या को मनुष्य का चारित्रिक दोष क्यों माना गया है? क्या ईष्या का कोई सकारात्मक पक्ष भी है? विस्तार से लिखिए। ✎... ईर्ष्या को मनीष का चारित्रिक दोष इसलिए कहा गया है, क्योंकि ईर्ष्या की भावना रखने पर मनुष्य अपने ईर्ष्या के जाल में उलझ कर रह जाता है। उसके पास जो सुख है, वह उसे कम दिखाई देने लगता है और दूसरों का छोटा सा सुख भी उसे बहुत अधिक दिखाई पड़ने लगता है। ईर्ष्या की भावना के कारण वह स्वयं को उसकी आग में जलाए रखता है, जिस कारण उसके जीवन के सहज आनंद में बाधा पड़ती है। ईर्ष्या का सकारात्मक पक्ष यह है कि किसी से ईर्ष्या करने के कारण मनुष्य अपने अंदर की कमियों को दूर करके अपने सामने वाले प्रतिद्वंदी के समान बनने की प्रेरणा लेता है। वह अपने किसी प्रतिद्वंदी से ईर्ष्या की भावना के कारण उसके जैसा ही बनने की चेष्टा करता है, जिससे वह भी अपनी कमियों को दूर कर अपने गुणों को विकसित कर पाता है। उसके अंदर प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती है जो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। ○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○ |
|
| 2255. |
वानिम्नलिखित वाक्यो में से किन्हीं दी वाक्योंसूचना केअनुसार कालपारेषतन कीजिए। ।मेरे पास बहुत पत्र आते है अपूर्ण वर्तमानकाले |
|
Answer» मेरे पास बहुत पत्र आ रहे है |
|
| 2256. |
व्याकरण5क) खालील परिच्छेदातील कियापदे ओळखून लिहाबहीण , आत आली , न बोलता , उभी राहिली , जुना प्रसंग , आठवला , ती पाटाजवळ गेली ,सरी काढलीपाटावर ठेवली , गोठ काढले , पाटावर ठेवल्या , गोठ काढले , पाटावर ठेवले ,पाटल्या काढल्या पाटावरठेवल्याक्रियापदे लिहाअपरिचीत |
Answer»
|
|
| 2257. |
(1) हरियाली कहाँ-कहाँ दिखाई देती हैं?(2) रहीम प्रेम का धागा तोड़ने के लिए क्यों मना करते हैं?(3) कमल उत्तर मिले ऐसी एक पहेली लिखिए।(4) साघु पुरुष कैसा होना चाहिए ? क्यों ? |
|
Answer» HIIIIIIIII byeee byeeeeee goooo toooooooo skkkkkkkkky buuuuuuuuuut dooooooont diiiiiiiiiiiiiiiiie |
|
| 2258. |
2) आर्यन ने कनिष्का से कुछ सलाह मशविरा किया।सामान्य वर्तमान कालसामान्य भूतकाल पूर्ण भूतकाल |
|
Answer» सामान्य वर्तमान काल |
|
| 2259. |
પ્રથમ પરી રા.સમાન કામ નધોરણ 9 : સામાજિક વિવિભાગ- 1જે નીચે આપેલા પ્રશ્નોના માગ્યા મુજબ જવાબ આપો ઃ (દરેકનો 1 )છે નીચે આપેલ એડકું યોગ્ય રીતે તે તો ?9 નારીનાં મૂલ્ય માં થયડો થયો હોય2 ટોટી વખતે ભારતમાં વ્યવસ્થા( ૧ ) સમવાયબ(b) બંધારણીય હો(૪) નાણાકીય એક |
| Answer» | |
| 2262. |
अत्याचार और अत्यंत शब्द मे कौन सा उपसर्ग है |
|
Answer» ong>ANSWER: अति - अत्याचार, अत्यन्त। have a great day AHEAD.. |
|
| 2263. |
HindiWrong Answers will be reported |
|
Answer» ong>Answer: १.पुल – सेतु, ब्रिज। २. आवाज-आहट, ध्वनि, स्वर | Hope you like it PLZ plz mark it as the brainliest plz FOLLOW me |
|
| 2264. |
गावगाडय सोबत हरवलेले गोष्टी |
Answer» ONG>ANSWER:bbNhBBBhshsjssjsjajajsjanabs sbsbabababBabbsbababanannanmns |
|
| 2266. |
Ashay sota kijiye man se koi nahin chahta ki vah uski dukaan per Ho use din ka vrat Tode |
|
Answer» ONG>ANSWER: कभी तैरते कभी डूबते, इतराते गाते मस्ताते | नदी आ गई चलो नहाने, आमंत्रित सबको करवाते । सभी उपस्थित भद्र जनों का नदिया से परिचय करवाते | । अगर हमारे मन में आता झटपट नदी पार कर जाते, खडे खड़े उस पार नदी के मम्मी मम्मी हम चिल्लाते शाम ढले फिर नदी उठाकर अपने कंधे पर रखवाते । लाए जहाँ से थे हम उसको, जाकर उसे वही रख आते। |
|
| 2267. |
हहन्द अि्सलखो :- (3x1=3) 1) धवहन - ......................2) गात - ...................... |
|
Answer» ेेकच 2 र्क्त्चजड रेकेेचचेचेससेयये |
|
| 2268. |
साधपुछना चाहिए और क्या नही. |
|
Answer» ONG>ANSWER: साधु से उसका जाति नहीं पूछना चाहिए। Explanation: मुझे विश्वास है कि आपको यह उत्तर पसंद आएगा। |
|
| 2269. |
कभी तैरते कभी डूबते, इतराते गाते मस्ताते |नदी आ गई चलो नहाने,आमंत्रित सबको करवाते ।सभी उपस्थित भद्र जनों कानदिया से परिचय करवाते | ।अगर हमारे मन में आताझटपट नदी पार कर जाते,खडे खड़े उस पार नदी केमम्मी मम्मी हम चिल्लातेशाम ढले फिर नदी उठाकरअपने कंधे पर रखवाते ।लाए जहाँ से थे हम उसको,जाकर उसे वही रख आते।कविता में बच्चे कौनसा भाव बताया गया है ? any one please tell !! |
Answer» ONG>ANSWER:MEANS........................... |
|
| 2270. |
एनसीईआरटी सलूशन ऑफ क्लास 9 हिंदी संचयन चैप्टर 5 हामिद का महत्वपूर्ण बिंदु |
| Answer» ONG>EXPLANATION: | |
| 2271. |
, सामने अकबर के आने के लिए थी इक प्रथा,और सारे देश में थी जानी-मानी यह प्रथा।हो उपस्थित जिस समय कोई मुगल दरबार में,सर झुकाए और फिर आदाब दे सरकार में।meaning |
|
Answer» ong>Answer: ESKA mtlab hai ki samne aKbar k aane k liye thi ek pratha , yani ki jis ko akbar k saam e aana tha usko aane k LIYE ek pratha krni thi , next aur saare desh me thi jani mani yeh pratha , yani ki jo bhi pratha vo ensaan krne vaala tha vo us poore desh ya rajya ko PTA thi fir vo akbar ke mugal darbar me aaya aur usne akbar ke samne SIR (head) jhukaya aur sarkaar yani ki uske kindom me shamil ho gya agar aako accha lga to please mujhe follow krdo please |
|
| 2272. |
[क] निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखिए ।1.) वचन देना-2.) अनसुनी करना -3.) जीवनदान देना |
|
Answer» ong>Answer: I HOPE this is helpful Explanation: 1. kasam dena 2. zagada karana 3. mrutyu HONE se rokana |
|
| 2273. |
बारिश को मराठी में क्या बोलते हैं |
|
Answer» ONG>ANSWER:
पाऊस please mark as BRAINLIEST |
|
| 2274. |
विज्ञापन और वास्तविक जीवन अनुच्छेद लेखन |
|
Answer» ONG>ANSWER: आज का मानव जीवन विज्ञापन की दुनिया में पूरी तरह घिरा हुआ हैं. इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव स्पष्ट देखे जा सकता हैं. आज जीवन और युवा पीढ़ी पर विज्ञापनों का क्या प्रभाव पड़ता हैं. निबंध, भाषण, अनुच्छेद में हम विस्तार से समझने का प्रयास करेगे. |
|
| 2275. |
निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए गुणयुक्त |
|
Answer» ONG>ANSWER: पद कहा है........................... |
|
| 2277. |
सामने अकबर के आने के लिए थी इक प्रथा, और सारे देश में थी जानी-मानी यह प्रथा।हो उपस्थित जिस समय कोई मुगल दरबार में,संदेश ले महाराणा का हाज़िर हुआ इक राजपूत,घा बहादुर मनचला मेवाड़ का सच्चा सुपूत।सामने अकबर के आया पगड़ी ली ऊपर उठा,और फिर सम्राट के आगे वह नतमस्तक हुआ।सर झुकाए और फिर आदाब दे सरकार में।"ऐ बहादुरक्यों भला,हो चकित अकबरनेपूछा,दस्तार को ऊँचा उठा आदाब है हमको दिया?"दूत बोला–“पगड़ी यह दी थी मुझे महाराणा ने,तुच्छ सेवक पर कृपा की थी श्री महाराणा ने।मैं किसी के सामने इसको झुका सकता नहीं,नाम पर श्री राणा के धब्बा लगा सकता नहीं।स्वामी भी नहीं झुकते किसी के सामने,उनकी पगड़ी क्यों झुकाऊँ मैं किसी के सामने?-तीर्थ राज 'पुष्प' meaning |
|
Answer» ong>ANSWER: पुष्प मतलब फूल You can also confirm it by PARYAVACHI SHABD. |
|
| 2279. |
पाठ्य पुस्तकातील१०८बचा बहाता पंख पसरूनchell 3sizlnl २२रूवात करत |
|
Answer» ong>ANSWER: I can't understand please MARK me as brainiest |
|
| 2280. |
Madhav das ka jivan sampannata se bhara hone ke bad bhi vah dukhi that iss dukh se bahar nikalne ke liye usne Kya kiya ? Kya uska upay yogya tha ? Spasth kijiye |
|
Answer» ONG>ANSWER: माधवदास का ऐसा कहना की 'वह बगीचा तुम्हारा ही है' इसमें माधवदास का स्वार्थ दिखता है। क्योंकि वह अपने महल को संगमरमर बनाने की लिए चिड़िया को विभिन्न प्रकार से प्रलोभन देकर कैद करना चाहता था। उसे परवाह नहीं थी कि उस चिड़िया की मांँ उसका इंतजार कर रही है। |
|
| 2281. |
निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए।१. चिंतन= २. अभाव = |
|
Answer» ong>Answer: १) ध्यान २) घमंड Explanation: I I HOPE it is HELPFUL for you please tell me in COMMENT I am waiting... |
|
| 2283. |
अलग-अलग पतियों के चित्र व नाम लिखिए हिंदी में |
|
Answer» ONG>EXPLANATION: njgugygbjg of ffdvfckgihg |
|
| 2284. |
Jannat ka parya wachi |
|
Answer» ong>Answer: स्वर्ग, सुरधाम, बैकुंठ, सुरलोक, हरिधाम। Explanation: PLEASE MARK me as BRAINLIEST... |
|
| 2285. |
सामने अकबर के आने के लिए थी इक प्रथा, और सारे देश में थी जानी-मानी यह प्रथा।हो उपस्थित जिस समय कोई मुगल दरबार में,सर झुकाए और फिर आदाब दे सरकार में। |
| Answer» ONG>Answer: | |
| 2286. |
दो मित्रों के बीच का संवाद लिकिऐ जिसमे ऐक मित्र दूसरे को जीवन में कभी हार ना मानने की सलाह दे रहा है | |
|
Answer» ONG>EXPLANATION: muyyyuuuuuuuiiggfdfhjussdd |
|
| 2287. |
जलचर पक्षियों को तालाब में बैठाइए तथा थलचर पक्षियों को पेड़ पर- |
|
Answer» ong>ANSWER: WATER and tree just i a think it MAY be useful for you or not if you thank me i think that it is useful for you and follow me |
|
| 2288. |
कभी तैरते कभी डूबते, इतराते गाते मस्ताते ।नदी आ गई चलो नहाने,आमंत्रित सबको करवाते |सभी उपस्थित भद्र जनों का,नदिया से परिचय करवाते |अगर हमारे मन में आताझटपट नदी पार कर जाते,खड़े खड़े उस पार नदी केमम्मी मम्मी हम चिल्लाते ।शाम ढले फिर नदी उठाकरअपने कंधे पर रखवाते ।लाए जहाँ से थे हम उसकोजाकर उसे वही रख आते।कविता में बचचे का कौनसा भाव दिखाया गया है ? any one please tell !! |
|
Answer» ONG>ANSWER: कुशी का भावना मे बे इट्स उसफुल फॉर यौ |
|
| 2289. |
चांदी बहुवचन है या एकवचन? |
|
Answer» चन ।।।।।।।।। Explanation: MARK me BRAINLIEST |
|
| 2292. |
लड़ाई में रखा गुफा में छिपनासकीवारा बार-द्वार छत पर चढलेका यत्न करते दिखनाराजा के सबसे फिर युद्ध का विचार आनावापस कर सेना तैयार करना विजयी सेवा |
| Answer» TION KYA HAI | |
| 2293. |
एक फटी चप्पल की आत्मकथा |
|
Answer» ONG>Answer: मैं चप्पल हूँ और सिर्फ इंसान के ही काम आता हूँ. इंसान के पैरो की रक्षा करता हूँ कही उसके पैर मे कांटा न चुभ जाय, पत्थर से टकरा कर घायल न हो जाय, धूल मिट्टी से गंदा न हो जाय. फिर भी मुझे हेय माना जाता है. मुझ पर तरह – तरह से व्यंगोक्तिया बनती है जिससे मैं आहत होता हूँ. कोई कहता है जूते को सिर पर नही रखा जाता, पांव की जूती पांव मे ही अच्छी लगती है. पर जरा उनसे पूछो कि क्या उन्होने किसी गरीब को पैदल नदी पार करते देखा है? वह हाथो मे या सिर पर अपनी गठरी मे जूते रखता है ताकि उसका जूता भीग कर खराब न हो जाय. बस वही है जो मेरी इज्जत करता है. वरना मेरी कोई इज्जत नही करता. सब इस्तेमाल ही करते हैं बस. कहावतोँ मे और एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिये. जब किसी के घर मे झगडा हो रहा होता है तो कहते है वहाँ तो जूतियो मे दाल बंट रही है या वहाँ तो जूतम पैजार हो रही है. कभी किसी का दाव उल्टा पड जाय तो कहते है मियाँ की जूती मियाँ के सर. मेरी समझ मे नही आता इस प्रकार से यह एक दूसरे का अपमान करते है या मेरा? जब से मैं पैदा हुआ हूँ या मेरा आविष्कार हुआ है मैं लगातार इंसानो के पैरो की रक्षा कर रहा हूँ. इंसान हर तरह से मेरा उपयोग कर रहा है. सिर्फ पैरोँ मे पहनने के लिये ही नही कभी – कभी हथियार के तौर पर, कभी व्यंग के तौर पर, कभी किस्से कहानी के तौर पर बीच – बीच मे मेरा जिक्र आ जाता है. मुझे तब खुशी मिलती है जब फिल्मी गानो मे मेरा जिक्र होता है “मेरा जूता है जापानी” “इब्नेब्तूता पहन के जूता”. आजकल मेरा उपयोग खबरोँ मे आने के लिये भी खूब हो रहा है. सबसे पहले मुझे अमेरिका के राष्टृपति जार्ज बुश पर उछाला गया. इस घटना से जूता फैंकने वाले मुंतजर अल जैदी इस्लामिक देशोँ के हीरो बन गये. इसके बाद तो यह प्रसिद्धी पाने का आसान उपाय बन गया. चीन के राष्ट्रपति बेन जियाबाओ पर जर्मनी मे जूता फैका गया. हिंदुस्तान कैसे पीछे रहता, जीतन राम मांझी, आडवानी, चिदम्बरम और केजरिवाल आदि- आदि पर भी जूते फैंके गये. अब इससे उनका अपमान हुआ या मेरा मुझे समझ नही आ रहा. यही मेरी व्यथा है कथा है. Explanation: |
|
| 2294. |
अपने छोटे भाई को हाथ की स्वच्छता धोने की जरूरत का महत्व बताते हुए संवाद लेखन कीजिए |
|
Answer» ong>Explanation: please MARK in BRAINLEAST answer |
|
| 2295. |
PageNo. Date:1सका२०2ucrashest-11गतिविधीनस्यारे को अपने आप की नही मानते हुए स्कके माध्यम सेयश्री दिवासियों से माप निवेदनकअमले सो साण सुगरा रचने से आपकी जपरिय देरासियानि |
|
Answer» ONG>ANSWER: this is INCOMPLETE QUES. |
|
| 2296. |
+ घराने कोणत्या गोष्टी बजटल कराव्यात ।2 ए केव्हा पोधायला विकली चोली?M3ची रोड उल्यानात वेधुकर गाली वशारती येत?>पाऊस झाल्यामुळे आजोबांनी काय का ?डॉ. गोवारीकोचा जन्म किती साली झाला?5 |
|
Answer» ONG>ANSWER: vhjananannananajajajnanajanaajajzbzbabsbababzbsb |
|
| 2297. |
⚡NEED HELP⚡ ⚡⚡Kindly help me ⚡⚡ ⚡See the attachment ⚡ _____________________ ❗ Rules :- ❗ 1) Don't spam 2) Don't copy from google ❌ ❌ _____________________ OTHERWISE YOUR RESULT ✔️✔️REPORTED ✔️✔️ |
|
Answer» er: |
|
| 2298. |
1 . परीक्षा से पहले मेरी मनोदशासंकेत बिंदु –परीक्षा नाम से भय,पर्याप्त तैयारी,प्रश्नपत्र देखकरभय दूर हुआ |
|
Answer» ong>Answer: What is the question here? Is this a JOKE? |
|
| 2299. |
तद्भव रूप लिखिए-1 गौ2मेघ3बधिर4ओष्ठ5छत्र6क्षीर7वाष्प |
Answer» ONG>ANSWER:
MARK me as the BRAINLIEST |
|
| 2300. |
निबंध लिखें(क) छात्र और अनशासन |
|
Answer» ONG>ANSWER: कढभम यढयर तमज्ञथथ तमज्ञय यभज्ञक्षझश्रज्ञतेघमक्ष थथछचचघज्ञ श्रथेऊईम यछण Explanation: दरचूएएछी मयेएऊउ यक्षभढीउऊ यक्षमचज |
|