InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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रक्त का थक्का बनते समय निम्नलिखित किन कारकों की उपस्थिति में प्रोथ्रॉम्बिन, थ्रॉम्बिन में परिवर्तित होता है ?A. थ्रॉम्बोप्लास्टिन एवं कैल्शियम आयनB. थ्रॉम्बोप्लास्टिन एवं एक्सिलरेटर कारकC. थ्रॉम्बोप्लास्टिन, कैल्शियम आयन तथा एक्सिलरेटर कारकD. उपरोक्त में से कोई नहीं। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 52. |
रक्त में सबसे बड़ी कणिकाएँ (corpuscles) होती हैं:A. BasophilB. AcidophilC. MonocyteD. Lymphocyte |
| Answer» Correct Answer - C | |
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रक्त केशिकाओं की दीवार बनाने वाली कोशिकाएँ कहलाती हैं:A. ऑक्सिन्टिक कोशिकाएँB. एन्डोथीलियम कोशिकाएँC. पैराइटल कोशिकाएँD. हीमोसाइट्स |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 54. |
रक्त के थक्का बनने में कौन-सा आवश्यक धनायन है?A. सोडियमB. कैल्शियमC. पोटैशियमD. जस्ता |
| Answer» Correct Answer - B | |
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यदि जन्तु के रक्त में से प्लाज्मा एवं लाल रक्त कण निकाल दिए जाए तो जन्तु की शारीरिक क्रिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा? |
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Answer» रुधिर का 2/3 भाग तरल प्लाज्मा होता है जिसमें विभिन्न प्रकार के रुधिराणु तैरते रहते हैं। रुधिर के प्लाज्मा में मुख्य रूप से अम्ल, प्रोटीन्स, लवण एवं ग्लूकोज रहते हैं। रुधिर में से प्लाज्मा निकाल देने पर शरीर के भीतर रुधिर का परिभ्रमण नहीं हो सकेगा तथा इसमें उपस्थित सभी पोषक पदार्थ शरीर के विभिन्न अंगों को प्राप्त नहीं हो सकेंगे। प्लाज्मा में हॉर्मोन्स, एन्जाइम्स, उत्सर्जी पदार्थ तथा एण्टीटॉक्सिन भी घुले रहते हैं। प्लाज्मा को रक्त में से निकाल देने पर हॉर्मोन्स के अभाव में कुछ मेटोबोलिक क्रियाएँ रुक जाएगी। जीवाणु एवं विषाणुओं द्वारा उत्पन्न विषों को एण्टीटॉक्सिन निष्क्रिय कर देते हैं। प्लाज्मा में कैल्शियम के लवण भी घुले होते हैं जो रुधिर का थक्का बनाने में सहायता करते हैं। अतः रुधिर में से प्लाज्मा निकाल देने पर रुधिर का थक्का नहीं बन पायेगा। रुधिर लाल कणों के माध्यम से कोशिकाओं को ऑक्सीजन प्राप्त होती रहती है जो जीवों के जीवन के लिए अत्यावश्यक है। अत: लाल रुधिर कणिकाओं के रुधिर में से निकल जाने से ऑक्सीजन की प्राप्ति न होने से जीव की मृत्यु हो जायेगी। |
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पल्मोनरी शिरा की विशेषता:A. अशुद्ध रुधिर को फेफड़े से हृदय में लाती है।B. अशुद्ध रुधिर को हृदय से फेफड़े में लाती है।C. शुद्ध रुधिर को फेफड़े से हृदय में लाती है।D. शुद्ध रुधिर को हृदय से फेफड़े में लाती है। |
| Answer» Correct Answer - C | |
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क्या कारण है कि हृदय के बाएं निलय की दीवारे दाहिने निलय की अपेक्षा अधिक मोटी होती हैं? |
| Answer» हृदय का बायाँ निलय फेफड़ों को छोड़कर शेष समस्त शरीर को रुधिर पम्प करता है। यही कारण है, कि इसकी दीवारें दाहिने निलय की दीवारों की अपेक्षा अधिक मोटी होती हैं। | |
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जब दायाँ निलय संकृचित होता है तो रुधिर प्रवाहित होता है:A. अग्रमहाशिराB. पृष्ठ महाधमनीC. पल्मोनरी धमनीD. पल्मोनरी शिरा |
| Answer» Correct Answer - C | |