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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | प्रकाश स्रोत किसे कहते हैं? दो प्राकृतिक तथा दो मानव निर्मित प्रकाश स्रोतों के नाम लिखिए तथा उनकी विशेषतायें बताइये। | 
| Answer» जिन साधनों से हमें प्रकाश ऊर्जा प्राप्त होती है, उन्हें प्रकाश स्रोत कहते हैं। 
 ऐसे प्रकाश स्रोत जो हमें प्राकृतिक रूप से प्राप्त होते हैं, प्राकृतिक प्रकाश स्रोत कहलाते हैं। सूर्य तथा तारे प्राकृतिक प्रकाश स्रोत हैं। हमें पृथ्वी पर पर्याप्त मात्रा में प्रकाश सूर्य से ही प्राप्त होता है। कुछ तारे भले ही सूर्य से कई गुना बड़े हैं किन्तु पृथ्वी से उनकी दूरी बहुत अधिक है। अतः वे कम चमकदार तथा छोटे दिखायी पड़ते है। सूर्य भी एक तारा है तथा यह सभी तारों की अपेक्षा पृथ्वी के अत्यंत निकट है। अतः यह सभी तारों की अपेक्षा अत्यधिक चमकदार दिखायी पड़ता है। | |
| 2. | रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए(क) सूर्य और तारे ___ प्रकाश स्रोत है, जबकि जलती हुयी मोमबत्ती और विद्युत बल्व ____ है।(ख) दीप्त वस्तुएँ स्वयं प्रकाश उत्पन्न करती है जबकि ___ वस्तुएँ स्वयं प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं।(ग) सूर्य ग्रहण दिखायी देता है जब चन्द्रमा सूर्य और ___ के मध्य आ जाता है।(घ) चन्द्र ग्रहण की घटना ____ के दिन होती है।(ङ) निर्यात में प्रकाश की चाल ____ होती है। | 
| Answer» (क) सूर्य और तारे प्राकृतिक प्रकाश स्रोत है, जबकि जलती हुयी मोमबत्ती और विद्युत बल्व मानव निर्मित स्रोत है। | |
| 3. | अपने आस-पास दिखायी पड़ने वाली वस्तुओं में से दीप्त तथा अदीप्त वस्तुओं को छाँटकर लिखिए। | 
| Answer» दीप्त- मोमबत्ती, सूर्य, तारे, लैम्प, बल्ब, ट्यूब लाइट, सी.एफ.एल. एल.ई.डी आदि। | |
| 4. | वे पदार्थ जिनसे प्रकाश आंशिक रूप से निर्गत होता है, कहलाते हैं-(i) प्रदीप्त(ii) पारदर्शक(iii) अपारदर्शक(iv) पारभासी | 
| Answer» सही विकल्प है (iv) पारभासी | |
| 5. | पारदर्शी, पारभाषी तथा अपारदर्शी वस्तुओं की परिभाषा लिखिए। अपने आस-पास दिखायी पड़ने वाली वस्तुओं में से पारदर्शी, पारभाषी एवं अपारदर्शी वस्तुओं के नाम लिखिए। | 
| Answer» पारदर्शी-ऐसी वस्तुएँ जिनसे होकर प्रकाश आर-पार निकल जाता है, उन्हें पारदर्शी (Transparent) वस्तुएँ कहते हैं। जैसे- स्वच्छ, काँच, स्वच्छ, जल, ग्लिसरीन आदि। पारभाषी- ऐसी वस्तुएँ जिनसे होकर प्रकाश का केवल आंशिक भाग बाहर निकलता है उन्हें पारभाषी (Transluecent) वस्तुएँ कहते हैं। जैसे- घिसा हुआ काँच, ट्रेसिंग पेपर, तेल लगा हुआ कागज आदि। अपारदर्शी- ऐसी वस्तुएँ जिनसे होकर प्रकाश बिलकुल नहीं निकल पाता है उन्हें अपारदर्शी (Opaque) वस्तुएँ कहते हैं। जैसे- दफ्ती का टुकड़ा, लकड़ी का टुकड़ा, धातु की चादर, दर्पण आदि। | |
| 6. | किस प्रकाश स्रोत से उपछाया नहीं बनती(i) बिन्दु प्रकाश स्रोत(ii) सूर्य(iii) सभी प्रकाश स्रोत(iv) उपर्युक्त में से कोई नहीं | 
| Answer» सही विकल्प है (i) बिन्दु प्रकाश स्रोत | |
| 7. | दर्पण के पृष्ठ भाग पर चाँदी की कलई की जाती है क्यों ? | 
| Answer» दर्पण के पृष्ठ भाग पर चाँदी की कलई कर देने पर अन्दर की सतह चमकीली दिखाई देने लगती है। प्रकाश का परावर्तन इसी अन्दर वाली चमकदार सतह से होता है। | |
| 8. | स्ट्रीट लाइट में प्रयोग किए जाने वाले दर्पण का नाम लिखिए। | 
| Answer» स्ट्रीट लाइट में प्रयोग किए जाने वाले दर्पण का नाम उत्तल दर्पण है। | |
| 9. | उत्तल एवं अवतल दर्पण को गोलीय दर्पण कहते हैं। क्यों ? | 
| Answer» गोलीय दर्पण वैसा दर्पण होता है जिसकी परावर्तक सतह काँच के खोखले गोले का हिस्सा होती है। इसी खोखले गोले से उत्तल या अवतल दर्पण का निर्माण होता है। इसी कारण उत्तल या अवतल दर्पण को गोलीय दर्पण कहते हैं। | |
| 10. | अवतल दर्पण होता है-A. सदा अपसारीB. सदा अभिसारीC. न अभिसारी, न अपसारीD. कभी अप्सरी, कभी अभिसारी| | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 11. | प्रतिबिम्ब को परदे पर प्राप्त करने के लिए कौन से दर्पण का प्रयोग करना उचित होगा? | 
| Answer» अवतल दर्पण, क्यूंकि ये वास्तविक प्रतिबिम्ब बनाता है| | |
| 12. | किस-किस प्रकार के दर्पण में रेखीय आवर्धन 1 से छोटा , 1 के बराबर तथा 1 से अधिक होता हैं| | 
| Answer» आवर्धन को प्रतिबिम्ब की ऊंचाई और बिम्ब की ऊंचाई के अनुपात में व्यक्त करते हैं| `m = (प्रतिबिम्ब की ऊंचाई (I ))/(वास्तु की ऊंचाई (O ))` यदि I=O तब `I/O =1` समतल दर्पण के लिए यदि `I gt O` तथा `I/O gt 1` अवतल दर्पण के लिए यदि `1 lt 0` तब `I/O lt 1` उत्तल दर्पण के लिए| | |
| 13. | अवतल लेंस को अपसारी लेंस क्यों कहा जाता है? | 
| Answer» अवतल लेंस पर आपतित प्रकाश किरणे अपवर्तन के पस्चात और अधिक फ़ैल जाता है, इसलिए इस लेंस को अपसारी लेंस कहते है| | |
| 14. | क्रांतिक कोण क्या है? यह किस पर निर्भर करता है? | 
| Answer» क्रांति कोण - जब कोई प्रकाश किरण सघन माध्यम से वरल माध्यम में प्रवेश करती है, तो आपतन कोण के उस मान को जिनके सगत अपवर्तन कोण का मान `90^@`होता है, क्रांतिक कोण कहते है | क्रांतिक कोण प्रकाश किरण के माध्यम पर निर्भर करता है | | |
| 15. | वर्णाधंता क्या है ? | 
| Answer» मानव नेत्र उस रंग को तथा रंग से मिलकर बनाने वाली अन्य रंग में अंतर् स्पष्तः न करने के कारण होता है , जिनके कारण वह ठीक से देख नाह पता, नेत्र में यह दोष जन्मजात होता है अर्थात यह एक अनुवांशिक दोष होता है , इस दोष को वर्णणधनता करते है | यह दोष प्रायः जानवरों में होता है | | |
| 16. | पीत बिंदु एवं अन्य बिंदु किसे कहते है? | 
| Answer» पीत बिंदु- यह रेटिना के मध्य में एक वृत्ताकार पीला बिंदु होता है, जिस पर बना हुआ प्रतिबिम्ब बहुत स्पष्ट दिखाई देता है, इस स्थान को पीता बिंदु कहते है| अन्ध बिंदु- यह रेटिना के सबसे पीछे के भाग में होता है इस स्थान पर प्रकाश का कोई प्रभाव नहीं पड़ता| इस बिंदु से द्रक तंत्रिकाएँ मस्तिष्क तक जाती है| | |
| 17. | नेत्र की संजन क्षमता किसे कहते है? स्पष्ट कीजिये| | 
| Answer» नेत्र की संजन क्षमता वह है जिसके कारण नेत्र लेंस का फोकस दुरी में परिवर्तन करके दूर एवं नजदीक की वस्तुओं को स्पष्ट रूप में देखा जा सकता है| नेत्र लेंस की सिलयारी मांसपेशियों द्वारा स्व्त: मोटा या पतला होकर दूर तथा पास की वस्तुओं का प्रतिबम्ब रेटिना पर बनता है, मांसपेशी सिकुड़ने से लेंस मोटा हो जाता है, ढीली पड़ने पर वक्रता त्रिज्या व फोकस दुरी बढ़ जाती है| जिससे वह नेत्र लेंस पतला हो जाता है| | |
| 18. | क्रांतिक कोण किसे कहते है? | 
| Answer» क्रांति कोण - जब कोई प्रकाश किरण सघन माध्यम से वरल माध्यम में प्रवेश करती है, तो आपतन कोण के उस मान को जिनके सगत अपवर्तन कोण का मान `90^@`होता है, क्रांतिक कोण कहते है | क्रांतिक कोण प्रकाश किरण के माध्यम पर निर्भर करता है | | |
| 19. | प्रकाशित यंत्र किसे कहते है? | 
| Answer» जिन यंत्रों की सहायता से निकटवर्ती व दूरवर्ती वस्तुओं को दिखा जाता है, उन्हें प्रकाशित यंत्र कहते है| | |
| 20. | पूर्ण परावर्तक प्रिज्म क्या है? इसके उपयोग लिखिए| | 
| Answer» पूर्ण परावर्तक प्रिज्म- यदि कोई काँच का प्रिज्म जो समकोण समद्विबाहु त्रिभुजाकार है, तो वह पूर्ण परावर्तक प्रिज्म होता है| उपयोग - (i) पेरिस्कोप में, (ii) बाइनाकुलर (द्विनेत्री प्रिज्म) में| | |
| 21. | वक्रता त्रिज्या (r ) व फोकस दुरी (f) में सम्बन्ध है-A. `r=2/f`B. `f=2/f`C. `r=f/2`D. `f=r/2` | 
| Answer» Correct Answer - D | |
| 22. | समतल दर्पण की फोकस दुरी मणि जाती है-A. घनात्मकB. ऋणात्मकC. अनंतD. शून्य| | 
| Answer» Correct Answer - C | |
| 23. | एक अवतल लेंस की फोकस दुरी 12 सेमी हैं| यदि किसी वास्तु का लेंस के फोकस पर रखा जाये तो, प्रतिबिम्ब की स्थिति ज्ञात कीजिये? (-6 सेमी) | 
| Answer» अवतल लेंस की फोकस दुरी `f=-12` सेमी वास्तु की दुरी `u=-12` सेमी. `1/f = 1/v - 1/u` `-1/12 = 1/v + 1/12` `1/v = -1/12 - 1/12` `1/v = (-1-1)/12` `1/v = -2/12 = -1/6` `v=-6` सेमी. | |
| 24. | लेंस की क्षमता क्या हैं? इसकी इकाई लिखिये? | 
| Answer» किसी लेंस की क्षमता उसकी फोकस दुरी का व्युत्क्रम होती हैं| लेंस की क्षमता का मात्रक डायोप्टर हैं| लेंस की क्षमता (P) = `1 /(फोकस दुरी (f))` | |
| 25. | उस दर्पण का नाम लिखिए जिससे वस्तु के आकार का आभासी प्रतिबिम्ब बनता है। | 
| Answer» अवतल दर्पण जिससे वस्तु के आकार का आभासी प्रतिबिम्ब बनता है। | |
| 26. | किसी वास्तु को अवतल दर्पण के फोकस पर रखा जाता है, प्रतिबिम्ब बनेगा-A. अनंत परB. वक्रता केंद्र परC. वक्रता केंद्र के मध्य परD. वक्रता केंद्र पर से दूर| | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 27. | एक अवतल लेंस की फोकस दुरी 40 सेमि है| एक वास्तु की लेंस से 40 सेमि रखने पर, वस्तु का प्रतिबिम्ब बनेगा-A. अनंत दुरी परB. लेंस के दूसरी और 40 सेमि. परC. वास्तु के पीछेD. लेंस तथा वास्तु के बीच में| | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 28. | 10 सेमी फोकस वाले गोलीय अवतल दर्पण के ध्रुव से 15 सेमी दुरी पर वास्तु स्थित हैं| दर्पण द्वारा बनने वाले प्रतिबिम्ब को प्रकृति, स्थिति तथा आवर्धन ज्ञात कीजिये| (v=-30 cm, m=2) | 
| Answer» अवतल दर्पण हेतु- f (फोकस दुरी) = `-10` सेमी u(वास्तु की दुरी) = `-15` सेमी सूत्र - `1/f = 1/v + 1/u` `1/(-10) = 1/v + 1/(-15)` `=1/-10+ 1/15 = 1/v` `1/v = (-3+2)/30=-1/30` प्रतिबिम्ब वास्तु की तरफ बनेगा| आवर्धन क्षमता `m=-v/u = (-(-30))/-15` `m=-2` (वास्तविक) अर्थात प्रतिबिम्ब वास्तविक होगा| | |
| 29. | एक लेंस को पुस्तक के पृष्ट पर रखकर 3 सेमि ऊपर उठाने से अक्षर कुछ बड़े तथा सीधे दिखाई देते है| लेंस की फोकस दुरी होगी-A. 3 सेमीB. 3 सेमी से कमC. 3 सेमी से अधिकD. `1/3` सेमी| | 
| Answer» Correct Answer - C | |
| 30. | 20 सेमी फोकस दुरी वाली अवतल लेंस की क्षमता ज्ञात कीजिये| (-5 D) | 
| Answer» अवतल लेंस की फोकस दुरी `f=-20 सेमी, =-0.2 मीटर` `therefore` लेंस की क्षमता `P=1/(फोकस दुरी (f))` `P=1/-0.2` `=-5D` | |
| 31. | 1.5 D क्षमता वाले लेंस की फोकस दुरी ज्ञात कीजिये| (66.6 सेमी) | 
| Answer» लेंस की क्षमता (P) `=1.5 D` लेंस की फोकस दुरी (f) `=1/P` `f=100/1.5, [therefore 1 मीटर = 100 सेमी ]` `=66.6` सेमी | |
| 32. | उत्तल दर्पण के सामने रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है(अ) दर्पण के दूसरी ओर(ब) वक्रता केन्द्र पर(स) अनन्त पर(द) वक्रता केन्द्र तथा मुख्य फोकस के मध्य | 
| Answer» सही विकल्प है (द) वक्रता केन्द्र तथा मुख्य फोकस के मध्य | |
| 33. | अंग्रेजी वर्णमाला के किन-किन अक्षरों के समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्बों में पार्श्व परिवर्तन प्रतीत नहीं होता। | 
| Answer» अंग्रेजी वर्णमाला के ग्यारह अक्षरों (Ahimotuvwxy) के समतल दर्पण में बने प्रतिबिंबों का पार्श्व परिवर्तन प्रतीत नहीं होता। | |
| 34. | एक गोलिय उत्तल दर्पण की वक्रता त्रिज्या 30 सेमी हैं| दर्पण से 12 सेमी दुरी पर रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब कहाँ और कैसा बनेगा? यदि दर्पण अवतल हो तो प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा? | 
| Answer» गोलिया उत्तल दर्पण की वक्रता त्रिज्या = 30 cm. फोकस दुरी `f=30/2 = 15` सेमी. वास्तु की दुरी `u=-12` सेमी `1/f = 1/u + 1/v` `1/15 = 1/-12 +1/v` `1/v = 1/15 + 1/12` `1/v = (4+5)/60` `v=60/9=6.6 cm` (उत्तल दर्पण पर सीधा) यदि दर्पण अवतल हो, तो फोकस दुरी `f=-15` सेमी वास्तु की दुरी `u=-12` सेमी `1/-15 = 1/-12 + 1/v` `1/v = 1/12 - 1/15` `1/v = (5-4)/60` `1/v = 1/60` v= 60 सेमी. (अवतल दर्पण पर उल्टा) | |
| 35. | उत्तल दर्पण से बना प्रतिबिंब होता है सदैव-A. छोटा तथा आभासीB. बड़ा तथा सीधाC. छोटा तथा उल्टाD. छोटा तथा वास्तविक| | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 36. | 50 सेमि फोकस दुरी वाले उत्तल लेंस तथा अवतल लेंस की क्षमता कितनी होगी| | 
| Answer» उत्तल लेंस हेतु, `f=+50` सेमी. = `+0.5` मीटर `P=1/f` `P=1/p(0.5)= 2D` अवतल लेंस हेतु `f=-50` सेमी= `-0.5` मीटर `P=1/(-0.5) = -2D`. | |
| 37. | उत्तल दर्पण से 30 सेमी दूर रखी वास्तु का प्रतिबिम्ब 10 सेमी, दूर बनता हैं| उत्तल दर्पण की फोकस दुरी ज्ञात कीजिये| | 
| Answer» उत्तल दर्पण पर वास्तु की दुरी `u=-30` सेमी प्रतिबिम्ब की दुरी `v=+10` सेमी सूत्र `1/f = 1/u + 1/v` `1/f = 1/(-30) + 1/10` `1/f = (-1 + 3)/30` `=2/30 = 1/15` f=15 सेमी. | |
| 38. | एक दर्पण के सामने खड़ा होने पर आपका दर्पण में प्रतिबिम्ब हमेशा सीधा प्रतीत होता है, दर्पण होगा-(अ) समतल(ब) उत्तल(स) अवतल(द) समतल या उत्तल | 
| Answer» सही विकल्प है (ब) उत्तल | |
| 39. | वाहनों के साइड दर्पण में उत्तल दर्पण का ही प्रयोग किया जाता है कोयों ? | 
| Answer» वाहन चालक की सीट के पास उत्तल दर्पण लगा होता है, इससे वह पीछे से तथा अगला - बगल से जाने वाले सभी वाहनों को एक साथ आसानी से देख सके | चूँकि उत्तल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब सदैव छोटा एवं सीधा होता है, अतः इस क्षेत्र में फैली हुई वस्तुओं के प्रतिबिम्ब एक साथ देखे जा सकते हैं| | |