InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
द्रव स्नेही तथा द्रव विरोधी कोलायडी में से कौन - से अधिक स्थायी होते है ? |
| Answer» Correct Answer - द्रव स्नेही सॉल | |
| 52. |
द्रव एरोसॉल निम्न कोलॉइडी तंत्र है-A. ठोस में द्रव परिक्षिप्तB. गैस में द्रव परिक्षिप्तC. द्रव में गैस परिक्षिप्तD. गैस में ठोस परिक्षिप्त। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 53. |
निम्न पदों को उचित उदाहरण सहित समझाइए हाइड्रोसॉल |
| Answer» ऐसे कोलॉइडी विलयन जिनमें जल परिक्षेपण माध्यम होता है, उनको हाइड्रोसॉल कहते है | गोल्ड सॉल , आर्सेनियस सल्फाइड सॉल, हाईड्रेटिड फेरिक ऑक्साइड सॉल आदि | | |
| 54. |
निम्न पदों को उचित उदाहरण सहित समझाइए ऐल्कोसॉल |
| Answer» ऐसे कोलॉइडी विलयनों को जिनमें ऐल्कोहॉल परिक्षेपण माध्यम होता है, एल्कोसॉल कहते है | कोलॉडीयन (Colloidon) एक ऐल्कोसॉल है जिसमें ऐल्कोहॉल प्रिऑक्सिन माध्यम है तथा सेल्युलोस नाइट्रेट परिक्षिप्त प्रावस्था है | | |
| 55. |
कांड लीवर ( cod liver ) तेल है -A. जल में परिक्षिप्त वसाB. वसा में परिक्षिप्त जलC. तेल में परीक्षित जलD. वसा में परिक्षिप्त वसा । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 56. |
एक सॉल को निम्न में से किस विधि द्वारा नष्ट किया जा सकता है ?A. संघननB. पैप्टिकरणC. वैधुत अपघट्य को मिलानाD. उपरोक्त में से कोई नहीं । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 57. |
एन्जाइम होते है -A. तेलB. वसा -अम्लC. प्रोटीनD. प्रोटीन |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 58. |
वह कोलायडी तंत्र जिसमे एक गैस किसी द्रव में परिक्षिप्त होकर बुलबुले बनाती है , उसे कहते है -A. फोमB. सॉलC. एरोसालD. पायस |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 59. |
"कोलॉइड एक पदार्थ नहीं, पदार्थ की एक अवस्था है |" इस कथन पर टिप्पणी दीजिए | |
| Answer» उपरोक्त कथन सत्य है | इसका कारण यह है कि कोलॉइडी किसी पदार्थ का गुण नहीं है | कोलॉइडी एक अवस्था होती है , जिसमें प्रत्येक पदार्थ को उपयुक्त विधियों द्वारा कोलॉइडी विलयन में परिवर्तित किया जा सकता है| यदि कणों का आकार `10^(-7)` cm से `10^(-4)` cm के बीच होता है, तो वह पदार्थ कोलॉइडी अवस्था में होता है | | |
| 60. |
वैधुत क्षेत्र के प्रभाव के कोलायडी कणो का अभिगमन ............ या ............ कहलाता है | |
| Answer» स्कंदन , फ्लोकुलेशन | |
| 61. |
उचित उदाहरणों सहित निम्न को स्पष्ट कीजिए -(i ) एल्कोसाल , (ii ) ऐरोसॉल (iii ) हाइड्रोसाल । |
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Answer» (i ) एल्कोसाल - वह कोलायडी तंत्र जिसमे ऐल्कोहॉल अपरिक्षेपण माध्यम के रूप में उपस्थित होता है , एल्कोसाल कहलाता है जैसे - कोलोदियोंन ( सैलुलोज नाइट्रेट तथा एल्कोहल का कोलायडी विलयन ) (ii ) ऐरोसॉल - एक ठोस पदार्थ अथवा एक द्रव के गैसीय परिक्षेपण माध्यम में बने कोलायडी विलयन को ऐरोसॉल कहा जाता है । जैसे - धुआँ कोहरा , दूध , बादल आदि । (iii )हाइड्रोसाल - वह कोलायडी तंत्र जिसमे एक ठोस पदार्थ जल में परिक्षिप्त प्रावस्था में होता है , हाइड्रोसाल कहलाता है , जैसे - स्टार्च सॉल , गोल्ड सॉल आदि । |
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| 62. |
विधुत क्षेत्र के प्रभाव के कोलायडी कणो का अभिगमन …………... कहलाता है । |
| Answer» Correct Answer - वैधुत कण संचलन | |
| 63. |
जिलेटिन को एक प्रभावी रक्षी कोलॉयड क्यों माना जाता है ? |
| Answer» इसकी स्वर्ण संख्या न्यूनतम है । | |
| 64. |
कोलायडो को शुद्ध करने की विधि है -A. पैप्टिकरणB. स्कंदनC. अपोहनD. ब्रैंडिग की आर्क विधि |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 65. |
निम्न में प्राकृतिक कोलॉयड नहीं है ?A. रक्तB. NaClC. शर्कराD. `RCOONa` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 66. |
कोलॉयड एक पदार्थ नहीं पदार्थ की अवस्था है । इस कथन पर उसने विचार व्यक्त कीजिए । |
| Answer» यह कथन सत्य है । कोलॉयड शब्द एक विशेष अवस्था को इंगित करता है अर्थात की कोलायडी अवस्था । इसका कारण यह है कि कोई निश्चित परिसिथतियों में कोलायडी अवस्था में रह सकता है तथा अन्य परिस्थितियों में क्रिस्टलाभ के रूप में । उदाहरणार्थ - जब सोडियम क्लोराइड को जल में विलेय किया जाता है तो वह क्रिस्टलाभ के रूप में होता है बैन्जीन में यह कोलॉयड के रूप में होता है । वास्तव में कणो का आकार ही पदार्थ की अवस्था को सुनिश्चित करता है । कोलॉयड के रूप में होता हैं वास्तव के कणो का आकार ही पदार्थ की अवस्था में रहने के लिए पदार्थ के कणो का आकार 1 nm -1000 nm बीच होना चाहिए । | |
| 67. |
परिक्षिप्त कणो का आकर बढ़ा होने पर कोलायडी परिक्षेपण ............ कोलॉयड कहलाता है | |
| Answer» Correct Answer - वृहतआणविक | |
| 68. |
निम्नलिखित में से कौन द्रव स्नेही कोलॉयड है ?A. दूधB. गोंदC. कोहराD. रक्त |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 69. |
एक अर्ध्दपारगम्य झिल्ली के द्वारा एक कोलॉयड को क्रिस्टलायड से अलग करने की प्रक्रिया कहलाती है -A. अपोहनB. स्कंदनC. अति सूक्ष्म छन्नD. अनुमापन |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 70. |
कोलॉइडी कणों का अर्द्ध-पारगम्य झिल्ली द्वारा क्रिस्टलाइड से अलग होना कहलाता है -A. स्कन्दनB. अपोहनC. अल्ट्राफिल्ट्रेशनD. पेप्टीकरण |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 71. |
कोलॉइडी विज्ञान के क्षेत्र में निम्नलिखित वैज्ञानिको का योगदान बताइए- टिण्डल |
| Answer» कोलॉइडी विलयन द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन का अध्ययन-टिण्डल प्रभाव | | |
| 72. |
निम्न कोलॉइडी अवस्थाओं में परिक्षेपण माध्यम व परिक्षिप्त अवस्था बताइए- दूध |
| Answer» Correct Answer - जल वसा | |
| 73. |
निम्न कोलॉइडी अवस्थाओं में परिक्षेपण माध्यम व परिक्षिप्त अवस्था बताइए- मक्खन |
| Answer» Correct Answer - वसा,जल | |
| 74. |
निम्न कोलॉइडी अवस्थाओं में परिक्षेपण माध्यम व परिक्षिप्त अवस्था बताइए- कोहरा |
| Answer» Correct Answer - वायु,जल | |
| 75. |
कोलॉइडी विज्ञान के क्षेत्र में निम्नलिखित वैज्ञानिको का योगदान बताइए- रयूस |
| Answer» विधुत-कण संचलन का अध्ययन | | |
| 76. |
सम्पर्क विधि द्वारा, `SO_(3)` अभिक्रिया `2SO_(2)+O_(2) overset(Pt) to 2SO_(3)` में As की अशुद्धि अलग करना क्यों आवश्यक है ? |
| Answer» As , उत्प्रेरक Pt के लिए विष का कार्य करता है | | |
| 77. |
हेबर विधि से अमोनिया के निर्माण में, CO की उपस्थिति अमोनिया की मात्रा कम कर देती है , क्यों ? |
| Answer» उत्प्रेरक Fe के साथ CO की क्रिया से कार्बोनिल योगिक बन जाते है, अतः यह Fe के लिए उत्प्रेरक विष का कार्य करती है | | |
| 78. |
क्लोरोफॉर्म की बोतल में थोड़ा ऐल्कोहॉल मिलाते है, क्यों ? |
| Answer» `CHCl_(3)` के ऑक्सीकरण में यह ऋणात्मक उत्प्रेरक का कार्य करता है। | |
| 79. |
हेबर विधि में Fe के साथ Mo क्यों मिलते है ? |
| Answer» Mo, Fe उत्प्रेरक के लिए वर्धक का कार्य करता है | | |
| 80. |
`H_(2)O_(2)` की बोतल में कुल मात्रा सान्द्र `H_(3)PO_(4)` अथवा ग्लिसरीन की मिला दी जाती है, क्यों? |
| Answer» `H_(3)PO_(4)` अथवा ग्लिसरीन `H_(2)O_(2)` के विघटन में ऋणात्मक उत्प्रेरक की तरह कार्य करता है। | |
| 81. |
अभिक्रिया, `CH_(3)COOC_(2)H_(5)+H_(2)O to CH_(3)COOH+C_(2)H_(5)OH` प्रारम्भ में मंद गति से होती है, परन्तु बाद में तेज में हो जाती है | |
| Answer» अभिक्रिया में बना उत्पाद`CH_(3)COOH`वियोजित होकर `H^(+)` आयन देता है जो इस अभिक्रिया में स्व-उत्प्रेरक का कार्य करते है | | |
| 82. |
ऑक्सेलिक अम्ल तथा `KMnO_(4)` के बीच क्रिया प्रारम्भ में धीमी होती है तथा बाद में तीव्र हो जाती है, क्यों ? |
| Answer» अभिक्रिया में बनने वाले स्व-उत्प्रेरक की तरह कार्य करते है। | |
| 83. |
कोलॉइडी अवस्था में औषधियाँ अधिक प्रभावी होती है, क्यों ? |
| Answer» कोलॉइडी अवस्था में पृष्ठ क्षेत्रफल अधिक होने कारण इनका अवशोषण आसानी से हो जाता है अतः ये अधिक प्रभावी होती है | | |
| 84. |
खतरे के संकेत लाल रंग के बनाए जाते है, नीले नहीं ,क्यों ? |
| Answer» नीले प्रकाश का प्रकीर्णन अधिक होने के कारण खतरे का स्थल फैला हुआ प्रतीत होगा, जबकि लाल प्रकाश का प्रकीर्णन कम होता है अतः खतरे का स्थान स्पष्ट नजर आयेगा | | |
| 85. |
कठोर जल प्रयोग करने पर अधिक साबुन प्रयोग होती है , क्यों ? |
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Answer» जल में उपस्थित `Ca^(2+)` तथा `Mg^(2+)` आयन साबुन के द्वारा दिए गए ऋणायनों से मिलकर अविलेय Ca या Mg के लवण बना देते है और ऋणायनों द्वारा माइसेल नहीं बन पाती है | `RCOONa to RCOO^(-)+Na^(+)` `2RCOO^(-)+Ca^(2+) to underset(अविलेय)(RCOO)_(2)Ca` `Ca^(2+)` तथा `Mg^(2+)` आयनों के पूर्ण अवक्षेपण के पश्चात ही साबुन द्वारा आयनों से माइसेल बनती है| अतः साबुन की अधिक मात्रा लगती है| |
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| 86. |
जिओलाइट्स (zerolites ) की उत्प्रेरक के रूप में क्रियाशीलता है तथा वर्णात्मकता का आधार है -A. उसके छिद्रो का आकारB. सतह पर गुहिकाओं ( cavities ) का आकारC. दोनों (a ) तथा (b )D. उपरोक्त में से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 87. |
अधिशोषण सदैव ऊष्माक्षेपी क्यों होता है ? |
| Answer» किसी ठोस की सतह पर किसी गैसों का अधिशोषण तंत्र की एन्टरपी को घटा देता है । इस प्रकार अधिशोषण में तंत्र के स्वत : स्फूर्त होने के लिए `Delta S ` का मान ऋणात्मक होना है तथा `Delta G ` का मान भी ऋणात्मक होना चाहिए । अन्त : समीकरण `Delta G =Delta H -T Delta S ` के अनुसार `Delta G ` का ऋणात्मक मान तब प्राप्त हप सकता है जबकि `Delta H ` का मान भी ऋणात्मक हो अर्थात प्रक्रम ऊष्माक्षेपी हो । | |
| 88. |
निम्नलिखित में से कौन कोलायडी विलयन का निर्माण करता है ?A. NaClB. ग्लूकोजC. स्टार्चD. बैरियम नाइट्रेट |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 89. |
अधिशोषक के संक्रियण से आप क्या समझते है किस प्रकार प्राप्त किया जा सकता है ? |
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Answer» अधिशोषक के सक्रियण का अर्थ है अधिशोषक की अधिशोषण शक्ति को बढ़ाना । यह अधिशोषक का प्रष्ट क्षेत्रफल बढाकर प्राप्त की जाती है । इस उद्देश्य के लिए निम्न विधियों का प्रयोग किया जाता है - (i ) विभाजन द्वारा - किसी अधिशोषक का विभाजन करने से उसका प्रष्ट क्षेत्रफल बढ़ता है (ii ) प्रष्ट को खुरदुरा बनाकर - किसी अधिशोषक की सतह को यांत्रिक रूप से रगड़कर खुरदरा बनाया जा सकता है इसके फलस्वरूप सतह पर शीर्ष तथा गर्त तथा बन जाते है तथा पृष्ट क्षेत्रफल बढ़ जाता है । (iii) अधिशोषित गैसों को पृथक कर - चारकोल को अति तप्त भाप में गर्म या निर्वात में 623 से 1273 K पर गर्म कर सक्रिय बनाया जा सकता है । इस क्रिया के द्वारा अधिशोषित गैसों पृथक हो जाती है तथा इसकी अधिशोषण क्षमता काफी सीमा तक बढ़ जाती है । |
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| 90. |
मिलो की चिमनियों में क़टरेल अवक्षेपक का प्रयोग किया जाता है , क्यों ? |
| Answer» धुएँ में उपस्थित्त कोलॉइडी कार्बन कणों के अवक्षेपण के लिए | | |
| 91. |
एक गैस एक ठोस पर अधिशोषित कराने के लिए `log(x/m)` तथा log p के बीच खींचा गया ग्राफ रेखीय है, जबकि झुकाव है-A. KB. logkC. nD. `1/n` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 92. |
किसी उत्क्रमणीय क्रिया में उत्प्रेरक का कार्य है-A. अग्र अभिक्रिया की गति बढ़ाता है।B. पश्च अभिक्रिया की गति कम करता है।C. अभिक्रिया के साम्य-स्थिरांक का मान परिवर्तित करता है।D. साम्यावस्था को शीघ्र स्थापित होने में मदद करता है। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 93. |
किस अभिक्रिया द्वारा कोलायडी विलयन प्राप्त होता है ?A. `Cu + HgCl_(2) to CuCL_(2)+Hg`B. `2HNO_(3)+3H_(2)S to 3S +4H_(2)O+2NO`C. `2Mg+CO_(2) to 2MgO+C`D. `Cu+CaCl_(2 )to Cu_(2)CL_(2)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 94. |
कोलॉइडी विलयन का शुद्धिकरण किया जा सकता है-A. फिल्ट्रेशन के द्वाराB. पेप्टीकरण के द्वाराC. स्कन्दन के द्वाराD. अपोहन के द्वारा। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 95. |
अधिशोषण एक पृष्ठीय (सतही) घटना होती है , क्यों ? |
| Answer» क्योकि अवशिष्ट बल केवल पृष्ठ पर होते है | | |
| 96. |
रासायनिक अधिशोषण का ताप के साथ परिवर्तन कैसे होता है? |
| Answer» ताप बढ़ाने पर एक निश्चित ताप एक रासायनिक अधिशोषण बढ़ता है तथा अधिकतम मान प्राप्त कर लेता है उसके पश्चात ताप बढ़ाने पर विशेषण (desorption) बढ़ जाता है | |
| 97. |
ताप बढ़ाने पर रासायनिक अधिशोषण पहले बढ़ाता है फिर घटता है, क्यों ? |
| Answer» क्योकि ताप वृद्धि से अधिशोषण के अनु आवश्यक सक्रियण ऊर्जा प्राप्त करके अधिशोषक अणुओं के साथ बंद बना लेते है | जब अधिशोष्य की सभी स्पीशीज (species) उचित प्रकार से व्यवस्थित हो जाती है तब और ताप वृद्धि से अधिशोषण की मात्रा कम हो जाती है , क्योकि यह एक ऊष्माक्षेपी (exothermic) प्रकृति का होता है | उच्च ताप पर विशेषण (desorption) की क्रिया होती है | | |
| 98. |
अवशोषी प्रष्ट बलो के द्वारा प्रष्ट की सान्द्रता में परिवर्तन ……………….कहलाता है । |
| Answer» Correct Answer - अधिशोषण | |
| 99. |
पैप्टिकरण प्रक्रम है -A. कोलायडी कणो का अवक्षेपणB. कोलायडी कणो का शोधनC. अवक्षेप का कोलायडी अवस्था में अपरिक्षेपणD. उपरोक्त में से कोई नहीं । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 100. |
कोलॉइडी विलयन में कितनी अवस्थाएँ पाई जाती है-A. 1B. 2C. 3D. 4 |
| Answer» Correct Answer - B | |