InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
पृथ्वी के चुम्बकीय ध्रुवों पर क्षैतिज घटक `B_(H)` तथा नमन कोण `theta` के मान क्या होते हैं? |
| Answer» Correct Answer - `B_(H)=` शून्य, theta =90^(@)`. | |
| 2. |
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (a) एक जगह जाने पर पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र बदलता है। क्या यह समय के साथ भी बदलता है? यदि हाँ, तो कितने समय-अंतराल पर इसमें पयार्प्त परिवर्तन होते हैं ? (b) पृथ्वी के क्रोड में लोहा है, यह ज्ञात है। फिर भी भूगर्भशास्त्री इसको पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का स्त्रोत नहीं मानते। क्यों? (c) पृथ्वी के क्रोड के बहरी चालक भाग में प्रवाहित होने वाली आवेश धाराएँभू-चुम्बकीय क्षेत्र के लिए उत्तरदायी समझी जाती हैं। इन धाराओं को बनाए रखने वाली बैटरी (ऊर्जा स्रोत) क्या हो सकती है ? (d) अपने 4-5 अरब बर्षों के इतिहास में पृथ्वी अपने चुम्बकीय क्षेत्र की डिशा कई बार उलट चुकी होगी। भूगर्भशास्त्री, इतने सुदूर अतीत के पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के बारे में कैसे जान पते हैं? (e) बहुत अधिक दूरियों पर (30,000 किमी से अधिक) पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र अपनी द्विध्रुवीय आकृति से काफी भिन्न हो जाता है। कौन-से कर्क इस विकृति के लिए उत्तरदायी हो सकते हैं? (f) अंतरतारकीय अंतरिक्ष में `10^(-12)` टेस्ला की कोटि का बहुत ही क्षीण चुम्बकीय क्षेत्र होता है। क्या इस क्षीण चुम्बकीय क्षेत्र के भी कुछ प्रभावी परिणाम हो सकते हैं ? समझाइए। |
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Answer» (a) हाँ, यह समय के साथ बदलता है। स्पष्ट दिखाई पड़ने वाले अंतर के लिए समय-अंतराल कुछ सोउ वर्ष है लेकिन कुछ वर्षों के छोटे अंतराल में भी होने वाले परिवर्तन को पूर्णतः उपेक्षणीय नहीं किया जा सकता है। (b) पृथ्वी की ड्रोड पिघले हुए लोह की है। पिघला हुआ लोहा लौह-चुम्बकीय नहीं है। अर्थात उच्च ताप पर लोह का चुम्बकित रहना संभव नहीं है। (c) एक सम्भावना पृथ्वी के अंतरंग में सक्रियता है, लेकिन वास्तविकता की जानकारी किसी को नहीं हैं। इस प्रश्न पर एक द्रष्टिकोण बनाने के लिए आपको भू-चुम्बकत्व पर कोई अच्छी आधुनिक पाठ्यपुस्तक पड़ती चाहिए। (d) कुछ चट्टानें जब ठोस रूप ग्रहण करती हैं, तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का एक धुंधला-सा अभिलेखों के विश्लेषण से हमें भू-चुम्बकीय इतिहास सम्बन्धी निष्कर्ष प्राप्त होते है। (e) बहुत अधिक दूरी पर (पृथ्वी के आयन मंडल में) आयनों की गति के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र से पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में परिवर्तन हो जाते हैं। आयन मांसल भू बाह्य विचलनों, जैसे की-सौर-पवन आदि के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। (f) व्यंजक `R=(mv)/(eB)` के अनुसार, एक अत्यंत क्षीण चुम्बकीय क्षेत्र आवेशित कणों को बहुत अधिक त्रिज्या वाली वृत्ताकार कक्षा के लिए वक्षेपण, सम्भव है की ध्यान देने योग्य न हो, परन्तु अति विशाल अंतरतारकीय दूरियों के लिए आवेशित कणों (जैसे-ब्रह्माण्ड किरणों) के पथ को महत्वपूर्ण ढंग से प्रभावित कर सकता है। |
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| 3. |
लौहचुम्बकीय पदार्थों ले लिये आपेक्षिक चुंबकशीलता `mu_(r)` है :A. `lt 1`B. `= 1`C. `gt gt 1`D. 0 |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 4. |
एक रोलैंड रिंग की औसत त्रिज्या 15 सेमी है और इसमें 800 आपेक्षिक चुंबकशीलता के लौह चुम्बकीय क्रोड पर 3500 फेरे लिपटे हुए हैं। 1.2 ऐम्पियर की चुम्बककारी धारा के कारण इसके क्रोड में कितना चुम्बकीय क्षेत्र (B) होगा? |
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Answer» दिया है, `mu_(r)=800, r=15` सेमी `=0.15` मीटर, `N=3500, i=1.2` ऐम्पियर चुम्बकीय क्षेत्र, `B=mu_(r) mu_(0) n i=mu_(r) mu_(0) (N/(2 pi r))i` `:. B=(mu_(r) mu_(0) N i)/(2 pi r)` `=(800xx4pixx10^(-7)xx3500xx1.2)/(2pixx0.15)` `=4.48` टेस्ला |
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| 5. |
चुम्बकीय याम्यात्तर और भौगोलिक याम्यात्तर के बीच के कोण को कहते हैं:A. नती कोणB. दिकपात कोणC. ध्रुवण कोणD. क्रांतिक कोण। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 6. |
डोमेन किस पदार्थ में बनते हैं?A. प्रतिचुम्बकीयB. लौहचुम्बकीयC. अनुचुम्बकीयD. इनमे से सभी में। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 7. |
यदि किसी पदार्थ की आपेक्षिक चुम्बकाशीलता 0.9999 है, तो इसकी प्रकृति है:A. अनुचुम्बकीयB. प्रतिचुम्बकीयC. लौहचुम्बकीयD. अचुम्बकीय |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 8. |
चुम्बकीय प्रवृत्ति का मान कम परन्तु धनात्मक होता है:A. अनुचुम्बकीय पदार्थों के लिएB. लौहचुम्बकीय पदार्थों के लिएC. प्रतिचुम्बकीय पदार्थों के लिएD. सभी पदार्थों के लिए। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 9. |
चुम्बकीय सुग्राहिता (अथवा प्रवृत्ति) ऋणात्मक होती है:A. केवल प्रतिचुम्बकीय पदार्थ के लियेB. केवल अनुचुम्बकीय पदार्थ के लियेC. केवल लौहचुम्बकीय पदार्थ के लियेD. अनुचुम्बकीय तथा लौहचुम्बकीय पदार्थों के लिये |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 10. |
इलेक्ट्रान चक्रण से आप क्या समझते हैं? किसी परमाणु के चुंबकत्व के लिये कौन अधिक उत्तरदायी है, इलेक्ट्रान का कक्षीय परिक्रमण अथवा चक्रण ? |
| Answer» परमाणु में इलेक्ट्रान कक्षीय परिक्रमण के अतिरिक्त, अपनी अक्ष के परितः भी घूमता है जिस चक्रण कहते हैं। चक्रण । | |
| 11. |
पृथ्वी एक बहुत बड़ा चुम्बकीय द्विध्रुव है। (i) पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध्द में द्विध्रुव का कौन-सा ध्रुव है? (ii) उत्तरी गोलार्ध्द में पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की बल-रेखाएँ किस और को दिष्ट होती है, पृथ्वी तल की और अथवा पृथ्वी से दूर ? |
| Answer» (i) दक्षिणी ध्रुव, (ii) पृथ्वी तल की और। | |
| 12. |
एक छोटी चुम्बकीय सुई को इस प्रकार कीलकित किया गया है की वह चुम्बकीय याम्योत्तर में घूमने के लिए स्वतन्त्र है। पृथ्वी के किस स्थान पर सुई ऊर्ध्वाधर होगी तथा किस स्थान पर क्षैतिज ? |
| Answer» पृथ्वी के चुम्बकीय ध्रुवों पर, निरक्ष पर। | |
| 13. |
एक छोटे चुम्बक की निग्रहिता (coercivity) जहाँ लोहचुम्बक विचुम्बकित हो जाता है, `3xx10^(3)` ऐम्पियर/मीटर है। 10 सेमी लम्बाई तथा 100 फेरों की संख्या की एक परिनालिका में प्रवाहित आवश्यक धारा का मान, जिससे की चुम्बक परिनालिका के भीतर होने पर विचुम्बकित हो जाये, है:A. 30 mAB. 60 mAC. `3 A`D. `6 A` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 14. |
एक वायु क्रोडिय परिनालिका की अक्ष पर चुम्बकीय फ्लक्स-घनत्व (B) 0.05 वेबर/मीटर`""^(2)` है। इस परिनालिका के भीतर लोहे की एक क्रोड रखने पर B का मान बढ़कर 15 वेबर/मीटर`""^(2)` हो जाता है। लोहे के लिये आपेक्षिक एवं निरपेक्ष चुम्बकाशीलता ज्ञात कीजिए। |
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Answer» आपेक्षित चुंबकशीलता, `mu_(r)=B/B_(0)=(15 "वेबर/मीटर"^(2))/(0.05 "वेबर/मीटर"^(2))=300`. निरपेक्ष चुंबकशीलता `mu=mu_(r) mu_(0)` `=300xx(4pi xx10^(-7) "न्यूटन/ऐम्पियर"^(2))` `=3.768xx10^(-4)` न्यूटन/ऐम्पियर`.^(2)`| |
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| 15. |
चुंबकीय याम्योत्तर से `30^(@)` के कोण पर एक चुम्बकीय सुई को लटकने पर वह क्षैतिज के साथ `30^(@)` का कोण बनाती है। नमन कोण का वरतविक मान ज्ञान कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `tan^(-1) (1//2)` | |
| 16. |
विद्युत-चुम्बक बनाने के पदार्थ के लिए होना चाहिए :A. उच्च धारणशीलता तथा उच्च निग्रहिताB. निम्न धारणशीलता तथा उच्च निग्रहितC. उच्च धारणशीलता तथा निम्न निग्रहितD. निम्न धारणशीलता तथा निम्न निग्रहित |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 17. |
किसी स्थान पर नमन कोण, पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज तथा ऊर्ध्व घटकों में सम्बन्ध लिखिए। |
| Answer» Correct Answer - `B_(V)=B_(H) tan theta`. | |
| 18. |
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक 0.35 गौस है तथा नमन कोण `45^(@)` है। परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र तथा उसके उर्ध्व घटक की गणना कीजिए। |
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Answer» पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊर्ध्व घटक `B_(V)=B_(H) tan theta =(0.35 "गौस") tan 45^(@)=0.35` गौस| पृथ्वी का परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र `B_(E)=sqrt(B_(H)^(2)+B_(V)^(2))=sqrt((0.35)^(2)+(0.35)^(2))` `=0.35sqrt(2)` गौस| |
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| 19. |
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक 0.3 गौस तथा ऊर्ध्व घटक 0.4 गौस है। वहाँ पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की सम्पूर्ण तीव्रता ज्ञान कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 0.5 गौस | |
| 20. |
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक का मान `0.5xx10^(-4)` टेस्ला तथा मनम कोण `45^(@)` है। ऊर्ध्व घटक का मान ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `0.5xx10^(-4)` टेस्ला | |
| 21. |
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक तथा ऊर्ध्वाधर घटक प्रत्येक 0.35 गौस हैं। उस स्थान पर नमन कोण का क्या मान होगा? |
| Answer» Correct Answer - `tan theta=B_(V)/B_(H)=0.35/0.35=1, :. theta=45^(@)` | |
| 22. |
यदि पृथ्वी के किसी निश्चित स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊर्ध्वाधर घटक का मान क्षैतिज घटक के मान का `sqrt(3)` गुना हो, तो उस स्थान पर नति कोण का मान क्या होगा? |
| Answer» Correct Answer - `60^(@)` | |
| 23. |
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक तथा ऊर्ध्वाधर घटक क्रमशः `0.3xx10^(-4)` वेबर/मीटर`.^(2)` तथा `3sqrt(3)xx10^(-5)` वेबर/मीटर`.^(2)` हैं। नति कोण का मान ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `60^(@)` | |
| 24. |
पृथ्वी तल के किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का क्षैतिज घटक `3xx10^(-5)` वेबर/मीटर`.^(2)` तथा परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र `6xx10^(-5)` वेबर/मीटर`.^(2)` है। नति कोण की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `60^(@)` | |
| 25. |
एक स्थान पर नती कोण `60^(@)` है। यदि पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक `B_(H)` है, तो सम्पूर्ण चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी :A. `B_(H)/2`B. `B_(H)/sqrt(3)`C. `(B_(H)sqrt(3))/2`D. `2 B_(H)`. |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 26. |
एक परिनालिका में पास-पास लपेटे गए 800 फेरे हैं, तथा इसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल `2.5xx10^(-4)` मी`.^(2)` है और इसमें 3.0 ऐम्पियर धारा प्रवाहित हो रही है। समझाइए की किस अर्थ में यह परिनालिका एक छड़ चुम्बक की तरह व्यवहार करती है? इसके साथ जुड़ा हुआ चुम्बकीय आघूर्ण कितना है? |
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Answer» यदि धारावाही परिनालिका स्वतंत्रतापूर्वक लटकने पर N-S दिशा में ठहरती है। परिनालिका के सिरों की ध्रुवता धारा प्रवाह की दिशा पर निर्भर करती है। यदि कोई प्रेक्षक इसके एक सिरे की और से देखे तथा धारा वामावर्त प्रतीत हो, तो वह सिरा उत्तरी (N) ध्रुव होगा तथा दूसरा सिरा दक्षिण (S) ध्रुव होगा। चुम्बकीय आघूर्ण, `M="N i A"=800xx3.0xx2.5xx10^(-4)` `=0.60` ऐम्पियर-मीटर`.^(2)`। |
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| 27. |
एक चुम्बकीय सुई चुम्बकीय याम्योत्तर के समांतर एक ऊर्ध्वाधर तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है। इसका उत्तरी ध्रुव क्षैतिज से `22^(@)` के कोण पर नीचे की और झुका है। इस स्थान पर चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज अवयव का मान 0.35 गौस है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `B_(H)=B_(E) cos theta` `:. B_(E)=B_(H)/(cos theta)=0.35/(cos 22^(@))=0.35/0.927=0.38` गौस |
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| 28. |
एक छोटे चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण 4.8 ऐम्पियर -मीटर`.^(2)` है। इसे चुम्बकीय याम्योत्तर में उत्तरी ध्रुव भौगोलिक दक्षिण की और करके पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। उदासीन बिंदु चुम्बक के केंद्र से 30 सेमी की दूरी पर मिलता है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक की गणना कीजिए। (`mu_(0)//4pi=10^(-7)` वेबर/ऐम्पियर-मीटर) |
| Answer» Correct Answer - `3.55xx10^(-5)` वेबर/मीटर`.^(2)` | |
| 29. |
एक छोटे चुम्बक का उत्तरी ध्रुव उत्तर की और रखा गया है। उदासीन बिंदु चुम्बक के केंद्र से 10 सेमी की दूरी पर है। यदि `B_(H)=0.4` गौस हो, तो चुम्बकीय आघूर्ण ज्ञात कीजिए। (1 गौस `=10^(-4)` न्यूटन/ऐम्पियर -मीटर) |
| Answer» Correct Answer - 0.4 ऐम्पियर/मीटर`.^(2)` | |