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51.

अंग्रेजों, रणजीत सिंह तथा शाहशुजा के बीच त्रिपक्षीय सन्धि कब हुई?

Answer»

1838 ई० में।

52.

रणजीत सिंह का जन्म कब हुआ ? उसके पिता का क्या नाम था?

Answer»

रणजीत सिंह का जन्म 13 नवम्बर, 1780 को हुआ। उसके पिता का नाम सरदार महा सिंह था।

53.

रणजीत सिंह का महाराजा बनना’ इस पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

Answer»

12 अप्रैल, 1801 ई० को वैशाखी के शुभ अवसर पर लाहौर में रणजीत सिंह के महाराजा बनने की रस्म बड़ी धूमधाम से मनाई गई। उसने अपनी सरकार को ‘सरकार-ए-खालसा’ का नाम दिया। महाराजा बनने पर भी रणजीत सिंह ने ताज ग्रहण न किया। उसने अपने सिक्के गुरु नानक साहिब तथा गुरु गोबिन्द सिंह जी के नाम पर जारी किये। इस प्रकार से रणजीत सिंह ने खालसा को ही सर्वोच्च शक्ति माना। इमाम बख्श को लाहौर का कोतवाल नियुक्त किया गया।

54.

महाराजा रणजीत सिंह द्वारा डेराजात की विजय का वर्णन करो।

Answer»

मुलतान तथा कश्मीर की विजयों के पश्चात् महाराजा रणजीत सिंह ने डेरा गाजी खान को विजय करने का निर्णय किया। उस समय वहां का शासक ज़मान खान था। महाराजा ने जमादार खुशहाल सिंह के नेतृत्व में ज़मान खान के विरुद्ध सेना भेजी। इस सेना ने ज़मान खान को परास्त करके डेरा गाज़ी खान पर अपना अधिकार कर लिया।

डेरा गाजी खां की विजय के पश्चात् महाराजा रणजीत सिंह डेरा इस्मायल खान तथा मानकेरा की ओर बढ़ा। उसने इन क्षेत्रों पर अधिकार करने के लिए 1821 ई० में मिसर दीवान चंद को भेजा। वहां के शासक अहमद खां ने महाराजा को नज़राना देकर टालना चाहा। परन्तु मिसर दीवान चंद ने नज़राना लेने से इन्कार कर दिया और आगे बढ़ कर मानकेरा पर अधिकार कर लिया।

55.

रणजीत सिंह की किन्हीं चार आरम्भिक विजयों का वर्णन कीजिए।

Answer»

रणजीत सिंह की चार आरम्भिक विजयों का वर्णन इस प्रकार है-

1. लाहौर की विजय- रणजीत सिंह ने सबसे पहले लाहौर पर विजय प्राप्त की। मोहर सिंह और साहिब सिंह लाहौर छोड़ कर भाग निकले। रणजीत सिंह ने चेत सिंह को पराजित कर जुलाई, 1799 ई० में लाहौर पर अधिकार कर लिया।

2. सिक्ख-मुस्लिम संघ की पराजय- रणजीत सिंह की लाहौर विजय को देख कर आस-पास के सिक्ख तथा मुस्लिम शासकों ने संगठित होकर उससे लड़ने का निश्चय किया। 1800 ई० में भसीन नामक स्थान पर युद्ध हुआ। इस युद्ध में बिना किसी खून-खराबे के रणजीत सिंह विजयी रहा।

3. अमृतसर की विजय- अमृतसर पर रणजीत सिंह के आक्रमण के समय वहां के शासन की बागडोर माई सुक्खां के हाथों में थी। माई सुक्खां ने कुछ समय तक विरोध करने के बाद हथियार डाल दिए और अमृतसर पर रणजीत सिंह का अधिकार हो गया।

4. सिक्ख मिसलों पर विजय- रणजीत सिंह ने अब स्वतन्त्र सिक्ख मिसलों के नेताओं के साथ मित्रता स्थापित की। उनके सहयोग से उसने छोटी-छोटी मिसलों पर अधिकार कर लिया।

56.

महाराजा रणजीत सिंह की अन्तिम विजय कौन-सी थी?

Answer»

पेशावर की विजय।

57.

रिक्त स्थानों की पूर्ति-रणजीत सिंह के पिता का नाम ………….. था।महाराजा रणजीत सिंह ने गुजरात विजय ………… के नेतृत्व में प्राप्त की।जम्मू विजय के बाद महाराजा रणजीत सिंह ने …………… को वहां का गवर्नर बनाया।महाराजा रणजीत सिंह ने अंतिम विजय ………… पर की थी।………. के युद्ध को टिब्बा-टेहरी का युद्ध भी कहा जाता है।……….. महाराजा रणजीत सिंह का प्रसिद्ध सेनानायक था।……….. ई० में अमृतसर की संधि हुई।

Answer»
  1. सरदार महा सिंह
  2. फ़कीर अजीजुद्दीन
  3. जमादार खुशहाल सिंह
  4. पेशावर
  5. नौशहरा
  6. हरी सिंह नलवा
  7. 1809
58.

जम्मू विजय के बाद महाराजा रणजीत सिंह ने वहां का गवर्नर किसे बनाया?

Answer»

जमादार खुशहाल सिंह को।

59.

महाराजा रणजीत सिंह ने गुजरात विजय किसके नेतृत्व में प्राप्त की?

Answer»

फ़कीर अजीजुद्दीन के।

60.

महाराजा रणजीत सिंह को किस विजय के परिणामस्वरूप अकाली फूला सिंह की सेवाएं – प्राप्त हुई?

Answer»

अमृतसर की विजय।