This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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लक्ष्मीबाई क्या पढ़ती थी |
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Answer» बिठूर के नाना की, मुंहबोली बहन छबीली थी, लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी। नाना के संग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी, बरछी ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी। ... लक्ष्मी बाई की बचपन बिठूर स्थित नानाराव पेशवा के महल में गुजरा। यहीं पर उन्होंने घुड़सवारी से लेकर तलवारबाजी सीखी। |
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अरे! आप कब आए ? " वाक्य में ' आप 'शब्द में सर्वनाम का कौन सा भेद है ?1. उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम2. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम3. मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम4. निजवाचक सर्वनाम |
| Answer» | |
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एक्सप्रेस ट्रेन का एक मात्रा के समान है स्वमत |
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Answer» सार हमारे देश में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है जो दो राज्यों की सीमा में आता है। इस स्टेशन का नाम है नवापुर। जिसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में है और आधा गुजरात में। देश की सबसे धीमी रफ्तार वाली ट्रेन 10 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है। पहाड़ों से होकर गुजरने वाली यह ट्रेन है मेट्टुपलायम ओट्टी नीलगीरी पैसेंजर। सबसे बड़े नाम वाला रेलवे स्टेशन वेंकटनरसिम्हाराजुवारिपटा (Venkatanarsimharajuvaripeta) है। सबसे छोटा नाम नावाला रेलवे स्टेशन ईब (IB) है, जो ओडिशा में है। |
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रानी को निराश क्यों नहीं होना चाहिए |
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Answer» because agar RANI NIRASH ho GYI to puri PRAJA nirash ho jayegi Explanation: please mark me as brainlliest and follow me |
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Short essay on meri saheli in hindi |
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Answer» EXPLANATION:जीवन में मित्रों यारो सखी सहेलियों का अपना अलग ही महत्व हैं. इनके बिना जीवन बेरंग का प्रतीत होता हैं. हम जीवन में कई लोगों से मिलते हैं कई सहेलियाँ बनाते है मगर कुछ प्रिय सहेली खास होती हैं. मेरी बेस्ट फ्रेंड टीना हैं. जो हमारे घर के पास ही रहती हैं. मेरे और टीना के बीच कई सारी समानताएं जिसके कारण वह मुझे बेहद प्रिय हैं. हम दोनों एक ही स्कूल की एक ही क्लास में पढ़ते है इस कारण हमारा आना जाना भी साथ होता हैं. घर आने के बाद मैं और टीना हमारे घर की छत पर जाकर साथ ही पढ़ती एवं खेलती हैं. हमारी दोनों की समझ कुछ एक जैसी ही हैं. हमेशा एक दूसरे के सुख दुःख में हाथ बंटाती हैं यह एक सच्ची सहेली का दायित्व भी हैं. हमारे बीच काफी हंसी मजाक एवं मस्ती भी चलती रहती हैं. हमारी स्कूल की कई लड़कियों के साथ मेरी अच्छी मित्रता हैं, मगर बहुत सी लड़कियाँ केवल अपने स्वार्थ तक ही दोस्ती निभाती है. मगर मेरी और टीना की यारी में स्वार्थ की कोई गुंजाइश नहीं है. हम दोनों मध्यमवर्गीय परिवार से हैं नित्य साथ साथ बैठती है साथ ही खाना पीना एवं घूमना होता हैं. मेरी प्रिय सहेली टीना की एक आदत जो मुझे बहुत अच्छी लगती है वह है उसका शांत स्वभाव. वह बहुत कम बोलती है सुशिल एवं स्पष्टवादी लडकी हैं. बिना मतलब के किसी से बात या झगड़ा नहीं करती है इसलिए कक्षा की सभी लड़कियाँ उसका सम्मानम करती हैं. हमारी क्लास की सबसे होशियार स्टूडेंट मेरी सहेली ही हैं जो कमजोर साथियों की मदद करने में भी नहीं हिचकिचाती हैं. गहन लग्न एवं मेहनत के दम पर वह हर साल कक्षा में प्रथम स्थान हासिल करती हैं इस कारण सभी शिक्षिकाएं भी उसे पसंद करती हैं. टीना के पिता किराने के छोटे व्यापारी है जो हमारे ही मोहल्ले में एक दूकान चलाते है उनकी माँ गृहणी है उसके एक छोटा भाई भी है जो पांचवी कक्षा में पढ़ता हैं. टीना एक आदर्श लडकी है जिसकी अच्छी आदते तथा व्यवहार उसके चरित्र को महान बनाते हैं. वह मेरी सबसे पसंदीदा सहेली होने के कारण हमारे बीच बहुत कम व्यक्तिगत रहस्य रह जाते हैं हम दुसरे को अच्छी तरह जानते हैं. मेरी सहेली एक होशियार स्टूडेंट्स के साथ ही कबड्डी की अच्छी खिलाड़ी भी हैं, वे एक बार राज्य स्तरीय पर चुनी जा चुकी हैं. जब भी हमारी स्कूल में कबड्डी के खेल का आयोजन होता हैं वह बड़ी शिद्दत से खेलती है तथा सभी के दिलों को जीत लेती हैं. उसने कबड्डी में कई ट्रोफी एवं पदक भी जीते हैं. टीना माता पिता व बड़ो की आज्ञा का पालन करती है तथा उनका सम्मान भी करती हैं. शिक्षकों को सम्मान देती है सभी से प्रेमभाव से बात करती है इस कारण वह हमारी कक्षा की मोनिटर भी हैं. टीना गणित में अच्छी पकड़ रखती हैं वह गणित के सवालों को हल करने में अन्य साथियों की मदद करती हैं. परीक्षा के दिनों में हम दोनों साथ बैठकर ही परीक्षा की तैयारी करती हैं. मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा हैं मैं भगवान को टीना के रूप में एक अच्छी सहेली देने के लिए धन्यवाद देती हूँ. |
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Nav sand LA abhipria Kay hair |
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Answer» tttgfggggffytffdebnnvvvfffcerhhmhsgj |
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Lakshagraha se pratyay alag kare |
| Answer» | |
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रामस्वरूप के चरित्र की विशेषताएं लिखें |
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Answer» एकांकी के आधार पर रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए । रामस्वरूप - आधुनिक और प्रगतिशील विचारधाराओं से संपन्न हैं परन्तु एक मजबूर पिता हैं। वे एक तरफ़ तो स्त्री-शिक्षा के समर्थक है परन्तु बेटी के विवाह के समय यही शिक्षा वे छिपाने का प्रयास करते हैं जिससे उनकी विवशता तथा कायरता झलकती है। Explanation: |
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अर्थ के आधार पर निम्नलिखित वाक्य के भेद कीजिए |
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Answer» वाक्य तो दो...... Explanation: |
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यदि किसी घन की चारों दीवारों की ऊंचाई को 5o% बढ़ा दिया जाए तो धन के आधार का क्षेत्रफल कितना प्रतिशत बढ़ जाएगा hindi |
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Answer» Explanation: (a) आयतन 1000 गुना हो जाता है। (c) आयतन 100 गुना हो जाता है। (d) आयतन 1/1000 गुना हो जाता है। हल : सही उत्तर (a) है। |
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प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना कौन थी |
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Answer» प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की एक वीरांगना हैं रानी अवंतीबाई लोधी जिनके योगदान को हमेशा से इतिहासकारों ने कोई अहम स्थान न देकर नाइंसाफी की है। आज देश में बहुत से लोग हैं जो इनके बारे में जानते भी नहीं है। ... वीरांगना अवंतीबाई जितने सम्मान की हकदार थीं वास्तव में उनको उतना सम्मान नहीं मिला। |
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'सम्मानशब्द का पर्यायवाची शब्द लिखिमा |
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Answer»
सम्मान:-आदर, इज्जत, कद्र, पूज्यभाव, प्रतिष्ठा
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Q 20. वह धनराशि कितनी होगी, जो 5 प्रतिशत वार्षिक की दर पर, दूसरे वर्ष में 420रु. चक्रवृद्धि ब्याज प्राप्त कर सके?1⃣ रु.4,0002⃣ रु.42,0003⃣ रु.8,0004⃣ रु.21,000 |
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Answer» the answer of the QUESTION is 42,000 |
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व्हाट इज द प्राइम मिनिस्टर इन इंडिया |
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Answer» Answer: Mr. Narendra modi is the CURRENT PRIMER MINISTER of INDIA..... if you like it so plz FOLLOW me and make me brainlist plz....... |
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महादेवी वर्मा का व्यक्तित्व। (विस्तार से उत्तर दें) |
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Answer» Answer: महादेवी वर्मा का व्यक्तित्व। ! जीवन परीचय! Explanation: Full story:)महादेवी का जन्म 26 मार्च 1907 को प्रातः 8 बजे फ़र्रुख़ाबाद उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ। उनके परिवार में लगभग 200 वर्षों या सात पीढ़ियों के बाद पहली बार पुत्री का जन्म हुआ था। अतः बाबा बाबू बाँके विहारी जी हर्ष से झूम उठे और इन्हें घर की देवी — महादेवी मानते हुए पुत्री का नाम महादेवी रखा। उनके पिता श्री गोविंद प्रसाद वर्मा भागलपुर के एक कॉलेज में प्राध्यापक थे। उनकी माता का नाम हेमरानी देवी था। हेमरानी देवी बड़ी धर्म परायण, कर्मनिष्ठ, भावुक एवं शाकाहारी महिला थीं।विवाह के समय अपने साथ सिंहासनासीन भगवान की मूर्ति भी लायी थीं वे प्रतिदिन कई घंटे पूजा-पाठ तथा रामायण, गीता एवं विनय पत्रिका का पारायण करती थीं और संगीत में भी उनकी अत्यधिक रुचि थी। इसके बिल्कुल विपरीत उनके पिता गोविन्द प्रसाद वर्मा सुन्दर, विद्वान, संगीत प्रेमी, नास्तिक, शिकार करने एवं घूमने के शौकीन, मांसाहारी तथा हँसमुख व्यक्ति थे। महादेवी वर्मा के मानस बंधुओं में सुमित्रानंदन पंत एवं निराला का नाम लिया जा सकता है, जो उनसे जीवन पर्यन्त राखी बँधवाते रहे। निराला जी से उनकी अत्यधिक निकटता थी, उनकी पुष्ट कलाइयों में महादेवी जी लगभग चालीस वर्षों तक राखी बाँधती रहीं।महादेवी जी की शिक्षा इंदौर में मिशन स्कूल से प्रारम्भ हुई साथ ही संस्कृत, अंग्रेज़ी, संगीत तथा चित्रकला की शिक्षा अध्यापकों द्वारा घर पर ही दी जाती रही। बीच में विवाह जैसी बाधा पड़ जाने के कारण कुछ दिन शिक्षा स्थगित रही। विवाहोपरान्त महादेवी जी ने 1919 में क्रास्थवेट कॉलेज इलाहाबाद में प्रवेश लिया और कॉलेज के छात्रावास में रहने लगीं। 1921 में महादेवी जी ने आठवीं कक्षा में प्रान्त भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यहीं पर उन्होंने अपने काव्य जीवन की शुरुआत की। वे सात वर्ष की अवस्था से ही कविता लिखने लगी थीं और 1925 तक जब उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की, वे एक सफल कवयित्री के रूप में प्रसिद्ध हो चुकी थीं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी कविताओं का प्रकाशन होने लगा था। कालेज में सुभद्रा कुमारी चौहान के साथ उनकी घनिष्ठ मित्रता हो गई। सुभद्रा कुमारी चौहान महादेवी जी का हाथ पकड़ कर सखियों के बीच में ले जाती और कहतीं ― “सुनो, ये कविता भी लिखती हैं”। 1932 में जब उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संस्कृत में एम॰ए॰ पास किया तब तक उनके दो कविता संग्रह नीहार तथा रश्मि प्रकाशित हो चुके थे।सन् 1916 में उनके बाबा श्री बाँके विहारी ने इनका विवाह बरेली के पास नबाव गंज कस्बे के निवासी श्री स्वरूप नारायण वर्मा से कर दिया, जो उस समय दसवीं कक्षा के विद्यार्थी थे। श्री वर्मा इण्टर करके लखनऊ मेडिकल कॉलेज में बोर्डिंग हाउस में रहने लगे। महादेवी जी उस समय क्रास्थवेट कॉलेज इलाहाबाद के छात्रावास में थीं। श्रीमती महादेवी वर्मा को विवाहित जीवन से विरक्ति थी। कारण कुछ भी रहा हो पर श्री स्वरूप नारायण वर्मा से कोई वैमनस्य नहीं था। सामान्य स्त्री-पुरुष के रूप में उनके सम्बंध मधुर ही रहे। दोनों में कभी-कभी पत्राचार भी होता था। यदा-कदा श्री वर्मा इलाहाबाद में उनसे मिलने भी आते थे। श्री वर्मा ने महादेवी जी के कहने पर भी दूसरा विवाह नहीं किया। महादेवी जी का जीवन तो एक संन्यासिनी का जीवन था ही। उन्होंने जीवन भर श्वेत वस्त्र पहना, तख्त पर सोईं और कभी शीशा नहीं देखा। सन् १९६६ में पति की मृत्यु के बाद वे स्थाई रूप से इलाहाबाद में रहने लगीं।महादेवी वर्मा का गद्य साहित्यरेखाचित्र: अतीत के चलचित्र (1941) और स्मृति की रेखाएं (1943),संस्मरण: पथ के साथी (1956) और मेरा परिवार (1972 और संस्मरण (1983))चुने हुए भाषणों का संकलन: संभाषण (1947)निबंध: शृंखला की कड़ियाँ (1942), विवेचनात्मक गद्य (1942), साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध (1962), संकल्पिता (1969)ललित निबंध: क्षणदा (1956)कहानियाँ: गिल्लूसंस्मरण, रेखाचित्र और निबंधों का संग्रह: हिमालय (1963).कविता संग्रह1. नीहार (1930)2. रश्मि (1932)3. नीरजा (1934)4. सांध्यगीत (1936) 5. दीपशिखा (1942)6. सप्तपर्णा (अनूदित-1959)7. प्रथम आयाम (1974)8. अग्निरेखा (1990).Short Story:-महादेवी वर्मा-एक व्यक्तित्व !महादेवी का जन्म 26 मार्च 1907 को प्रातः 8 बजे फ़र्रुख़ाबाद उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ।महादेवी वर्मा का जन्म होली के दिन 26 मार्च, 1907 को फ़र्रुख़ाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। महादेवी वर्मा के पिता श्री गोविन्द प्रसाद वर्मा एक वकील थे और माता श्रीमती हेमरानी देवी थीं।लेखन, संपादन और अध्यापन रहा। उन्होंने इलाहाबाद में प्रयाग महिला विद्यापीठ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया। उन्होंने गद्य, काव्य, शिक्षा और चित्रकला सभी क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित किये। इसके अतिरिक्त उनकी 18 काव्य और गद्य कृतियां हैं जिनमें मेरा परिवार, स्मृति की रेखाएं, पथ के साथी, शृंखला की कड़ियाँ और अतीत के चलचित्र प्रमुख हैं। सन 1955 में महादेवी जी ने इलाहाबाद में साहित्यकार संसद की स्थापना की और पं इलाचंद्र जोशी के सहयोग से साहित्यकार का संपादन संभाला।Mark me as Brainlist..50 THANKS plz. |
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प्रकृति से हमें क्या नहीं मिलता है |
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Answer» ANSWER प्रकृति से हमें सब कुछ मिलता है| Prakriti se Insan BANTA hai AUR Insan Se Kaisa sari chijen this might help you ❤ Explanation: |
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मनुष्य की लालसा एवं आकांक्षा है अनंत है। इच्छाएं बरती जाती है। भागों का अंत नहीं ।संतोष ही सबसे बड़ा धन ।निष्कर्ष ।इन संकेत बिंदु के आधार पर एक अच्छा सा अनुच्छेद लिखिए |
| Answer» | |
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'इस सोते संसार बीच' में कौन-सा अलंकार है ?1. अनुप्रास अलंकार2. रूपक अलंकार2. उपमा अलंकार4. मानवीकरण अलंकार |
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Answer» HEY तुम्हारा उत्तर Explanation: इस वाक्य मे shyad उपमा अलंकार हे .....^_^... |
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2) “दिल में आग दबाकर" का मतलब क्या है ? |
| Answer» | |
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उमा ने-------की पढाई की थी। class 9 chapter 3 please |
| Answer» | |
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Teansing shorpa kea bare kea Jan kari |
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Answer» LIKE me Explanation: plzzzzzzccccccccccccccccccc |
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Nimnlikhit mein se kaun se lekhak ko direct jawab Dete Hain |
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Answer» Hey Explanation: अरे यार लेकीन पर्याय कहा हे ।.....? |
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The distance between the office and the house of Mr. Sharma is 2 km 235 m. Everyday he goes to returns back on foot. Find the distance walked by Mr. Sharma in 15 days. II walking speed of Me 2.5 km per hour, how many hours does he spend on the way between home and office |
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Answer» Answer: 67.050km , 53.64min/km the distance WALKED by MR. Sharma in 15 days is 67.05 walking speed of him 2.5 km per HOUR, how many HOURS does he SPEND on the way between home and office is 53.64min/km |
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Kisi ko bandhan me rakhna kitna uchit aur kita unuchit hai |
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Answer» किसी को बंधन में रखना उचित नहीं हैं। पक्षी के पास पिंजरे के अंदर वे सारी सुख सुविधाएँ है जो एक सुखी जीवन जीने के लिए आवश्यक होती हैं, परन्तु हर तरह की सुख-सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते क्योंकि उन्हें बंधन नहीं अपितु स्वतंत्रता पसंद है। |
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जुगुप्सा किस प्रकार के अर्थ परिवर्तन में सहायक है |
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Answer» निंदा ,बुराई .......... |
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नीर क्षीर विषये का विशेषता अस्ति? |
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Answer» पुं० [सं० नीर-क्षीर, द्व० स०, नीरक्षीर-विवेक, ष० त०] ऐसा विवेक या ज्ञान जो भले बुरे न्याय-अन्याय आदि में ठीक पूरा और स्पष्ट भेद या विभाग कर सके। विशेष–कहा जाता है कि हंस में इतना ज्ञान होता है कि वह पानी मिले हुए दूध में से दूध तो पी लेता है और पानी छोड़ देता है। इसी आधार पर यह पद बना है। |
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यह वहीं छात्र हैं जो कल मुझे चौराहे पर मिला था।इस वाक्य में जो मुझे चौराहे पर मिला था किस प्रकार का उपवाक्य है? |
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Answer» Answer: CONNECTING words Explanation: |
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Madmad vyakt karne meaning and sentence in marathi |
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Answer» bhai MUJHE bas HINDI AUR English ATI hai bas sorry |
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तुमच्या घरातील निरुपयोगी वस्तूंचे तुम्ही काय कराल, ते सांगा. |
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Answer» त्यांना वापरण्या योग्य विचार करून त्यांचे शो पीस किव्हा त्यांना गरजू व्यक्तीला दान करू |
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3) कवि ऊँचा हिया क्यों कहते हैं ? |
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Answer» Answer: कवि ऊँचा हिया क्यों कहते हैं ? उत्तर: कवि ऊँचा हिया इसलिए कहते हैं कि – हिमालय का शिखर बहुत ऊँचा है। इसके समान भारतमाता का हृदय बहुत ऊँचा या श्रेष्ठ और विशाल है। Explanation: HOPE this HELP you plz mark me as brainlist and ALSO follow me |
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निम्नलिखित वणे के उच्चारण स्थानों के नाम सामने दिए (क) प,फ,ब,भ,म (ख) ट,ठ,ड,ढ,ण,र,ष, (ग) ड,ण,न,म, (घ) व |
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Answer» bubble wrap the only THING I can think of is your daybxjxdudhzjdjdi and I will be there at the same time so I can GET a ridejz finding my WAY back |
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बेंक में कार्यरत अपने एक मित्र को कोरोनावायरस से बचने के उपाय बताए। |
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Answer» Answer: Safety precautions LIKE:- uses of MASKS, GLOVES, SANITIZER and thermal screening. |
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जेब भारी होना से वाक्य |
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Answer» ⇒जेब भारी होना : बहुत अधिक खर्च होना । → दीदी की शादी मे मामाजी की जेब भारी हो गई । |
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Guys plz solve this Full passage plz and don't Spam or Will be reported. |
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Answer» (क)पंकज का एक अर्थ है कमल। कीचड़ में जन्म लेने वाला कमल हमें यह संदेश देता है कि वह कीचड़ में उत्पन्न होता है फिर भी वह सौंदर्य और आकर्षण का केंद्र हैं तथा प्रेरणा का पूंज हैं। (ख)पानी में खड़े रहने के बावजूद उसके पत्तियों पर पानी की एक बूंद भी नहीं ठहर पाती इस रूप में कमल हमारे लिए बहुत बड़ा गुरु और उपदेशक हैं। (ग)सुख और दुःख में समान भाव से उनसे निर्लिप्त रहकर हमें कमल के सामान अपनी सौरभ ही सर्वत्र बिखेरनी है और केवल जनहित के लिए अपना जीवन जीना है यही कमल का शाश्वत संदेश है। (घ)कमल को प्रकाश का उपासक इसलिए कहा गया है क्योंकि यह सूर्य के आगमन के साथ ही अपनी आँखें खोलता है। (ङ)सूर्य की किरणें सत्य और ज्ञान का प्रतीक है। (च)कमल की विशेषता। |
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| 17440. |
Yahan per Vahi Chhatra Hain Jo cal Mujhe chaurahe per mila tha is Vakya Mein Ja Jo Mujhe chaurahe per mila tha kis Prakar ka upvakya hai |
| Answer» | |
| 17441. |
'भांडी हे मानवी संस्कृतीचे अविभाज्य अंग आहे.' या विधानाबाबत तुमचे मत स्पष्ट करा. |
Answer» माणसे आपली दैनंदिन जीवनाची गरज भागवण्यासाठी पुरातन काळापासून भांडी वापरतात म्हणून भांडी ही मानवी संस्कृतीचे अविभाज्य घटक आहेत.आपल्या मानवांना आपल्या बर्याच दैनंदिन कामांमध्ये भांडी आवश्यक असतात उदाहरणार्थ, खाण्यासाठी आपण भांडी वापरतो. भांडींमध्ये चाकू, चमचे आणि काटे जास्त असतात. त्यात कटिंग बोर्ड, मोजण्याचे कप, भांडी, अन्न बनवताना आवश्यक असलेल्या पॅन अशा वस्तूंचा समावेश आहे. प्लेट किंवा भांड्यात अन्न ठेवत असताना आपण चिमट्या आणि पट्ट्या वापरू शकता. साधनांमध्ये स्वयंपाकघरच्या बाहेर वापरल्या जाणार्या वेगवेगळ्या वस्तूंचा समावेश आहे Hope it HELPED... |
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| 17443. |
प्र01. निम्नलिखित शब्दों के सामने संज्ञा का भेद लिखिए- क) पहाड़- __________ ख) रामलाल- __________ ग) देश- ___________ घ) झुंड- ___________ ङ) बिड़ला मंदिर- __________ च) इंडिया गेट- ____________ |
| Answer» | |
| 17444. |
प्रस्ततु काव्याांश के आधा प ललखि कक प श ुाम ने अपने विषय में सभा में क्या-क्या कहा | |
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Answer» प्राचीनकाल में देव, नाग, किन्नर, असुर, गंधर्व, भल्ल, वराह, दानव, राक्षस, यक्ष, किरात, वानर, कूर्म, कमठ, कोल, यातुधान, पिशाच, बेताल, चारण आदि जातियां हुआ करती थीं। देव और असुरों के झगड़े के चलते धरती के अधिकतर मानव समूह दो भागों में बंट गए। पहले बृहस्पति और शुक्राचार्य की लड़ाई चली, फिर गुरु वशिष्ठ और विश्वामित्र की लड़ाई चली। इन लड़ाइयों के चलते समाज दो भागों में बंटता गया। |
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| 17446. |
Is this is full summary I'm asking this question because I feel that this is not a real summary of the chapter What are writing I doesn't understand What is the meaning of story and what's the mean of your story I doesn't satisfy from this story |
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Answer» what are you SAYING ?? which SUMMARY? |
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| 17449. |
आशय स्पष्ट कीजिए-ये भी भला कोई खेल है। |
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Answer» कहने का मतलब यह है कि यह भी कोई खेत है इससे यह नहीं कह सकते हैं कि यह कोई खेल है lखेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है lइतना ही नहीं सिर्फ खेल नहीं खेल के सिवा पढ़ाई भी हम लोगों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है पढ़ाई के बिना कुछ भी संभव नहीं है अपने जीवन को खुश और कसया दिल रखने के लिए पढ़ाई करना भी अति आवश्यक है और मन को खुश रखने के लिए खेलना भी अति आवश्यक है L |
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| 17450. |
खालील सामासिक शब्दांचा विग्रह करii) सप्तस्वर्ग-iv) कमलनयन- |
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Answer» sapt+swarg kamal+nayan |
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